हजारीबाग: जिले के बरही अनुमंडलीय अस्पताल में सुरक्षित प्रसव के करीब 2 घंटे बाद एक नवजात शिशु की मौत हो जाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि प्रसव के लिए बरहीडीह निवासी सुधीर ठाकुर की 23 वर्षीय पत्नी किरण देवी को परिजनों की ओर से बुधवार सुबह करीब 5:30 बजे बरही अनुमंडलीय अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया. सुबह 7:34 बजे उक्त महिला का प्रसव दो एएनएम ममता कुमारी व आशा कुमारी के सहयोग से नार्मल हुआ. बच्चा पूरी तरह स्वस्थ पैदा हुआ.
बच्चे का वजन भी ठीक ठाक 2 किलो था. कुछ देर बाद स्वस्थ बच्चे को उसके मां को वार्ड में जाकर सौंप दिया गया. वहीं उपस्थित परिजनों के अनुसार सुबह करीब 8.30 बजे उपस्थित एएनएम ने जब बच्चे का आवश्यक टीकाकरण के लिए उसके मां से अपने गोद में लिया तो देखा कि बच्चे को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही है. बच्चे की हालत काफी नाजुक हैं. इनके लिए अविलंब डॉक्टर और ऑक्सीजन की जरूरत है, मौके पर वहां ना ही कोई डॉक्टर था और ना ही ऑक्सीजन मिला. आनन-फानन में परिजन बच्चे को पास के ही एक निजी अस्पताल ले गए, जहां उसे चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. वापस परिजन बच्चे को लेकर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे. तब तक अस्पताल प्रबंधन द्वारा जारी डॉक्टरों की जारी रोस्टर के मुताबिक सुबह 9 बजे बाद दूसरे चिकित्सक डॉ भैरव शंकर अग्रवाल पहुंचे उन्हें भी बच्चे को दिखलाया गया, उन्होंने भी बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
ये भी पढ़ें- धनबाद: वारंटी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला, महिलाओं ने ओपी प्रभारी को दांत से काटावापस कर दिया गया.
इधर बच्चे की मृत घोषित होने के बाद परिजन अस्पताल में हंगामा करने लगे. वहीं अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सक के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त करने लगे. इस हंगामे को देखते हुए चिकित्सा उपाधीक्षक सह चिकित्सा प्रभारी डॉ शशि शेखर प्रसाद सिंह, डॉ. प्रकाश ज्ञानी उपस्थित एएनएम से पूछताछ की. वहीं परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को किसी प्रकार शांत किया. हो हल्ला की सूचना पर बरही थाने के पीएसआई सौरभ आहूजा भी दल बल के साथ पहुंचे. इधर जानकारी मिलते ही मौके पर कांग्रेस नेता कुणाल कतरियार, मुखिया प्रतिनिधि रमेश ठाकुर, मंटू सिंह, बबलू सिंह, पिंटू ठाकुर, शरीफुल हक, गौरव गुप्ता, दीपक कुमार, मो रहबल आदि लोग पहुंचे.
डीएस सह चिकित्सा प्रभारी डॉ शशि शेखर प्रसाद सिंह ने बताया कि डॉक्टर व नर्स की उपस्थिति में नवजात शिशु पूरी तरह से स्वस्थ जन्म लिया. नवजात शिशु को उसकी मां की गोद में भी दिया गया. करीब एक घंटे तक बच्चा स्वस्थ भी रहा. उसके बाद भी बच्चे की मृत्यु कैसे हो गई, यह समझ में नहीं आ रहा है. परिजनों की ओर से लिखित शिकायत मिलने पर मामले की जांच करते हुए उचित विभागीय कार्रवाई करेंगे.