हजारीबाग: प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है, बल्कि जरूरत होती है सही दिशा और लगन से मेहनत करने की. हजारीबाग की 4 बेटियों ने इसे साबित करके दिखाया है. इनलोगों ने अपनी कड़ी मेहनत के बदौलत राज्य स्तरीय पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में 12 मेडल जीता है.
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खिलाड़ियों में उत्साह
हजारीबाग की 4 बेटियों राज्यस्तरीय पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में 12 पदक जीता है, जिससे साबित होता है कि बेटियां अब किसी से कम नहीं है. इस प्रतियोगिता में सौम्या सिंह ने 3 पदक गोल्ड में जीता है, जबकि श्रेया सिन्हा, प्रीति कुमारी और आकृति ने भी तीन-तीन पदक पावरलिफ्टिंग, बेंच प्रेस और डेड लिफ्ट में प्राप्त किया है. ऐसे में खिलाड़ियों के उत्साह में कमी नहीं है. अब ये खिलाड़ी नेशनल में खेलने के लिए जाएंगी. खिलाड़ियों का कहना है कि इस जीत से उसे बहुत खुशी है. अब यह उसके करियर में तब्दील होता जा रहा है. सरकार की ओर से भी कई योजनाएं हैं, जिसमें खिलाड़ियों को लाभ मिलता है. अब और मेहनत करेंगे, ताकि हमें इसका लाभ मिल सके और अपने राज्य जिला का नाम रोशन कर सके. खिलाड़ियों का कहना है कि वह आने वाले समय में नेशनल और ओलंपिक में भी जाकर अपना जलवा दिखाएंगे.
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हजारीबाग को पूरे राज्य में मिल रहा ख्याति
खिलाड़ियों के कोच कहते हैं कि इन छात्राओं ने साबित कर दिया है कि महिलाएं अगर ठान ले तो हर नामुमकिन काम को वह पूरा कर सकती है. पावर वेटलिफ्टिंग जैसे खेल मर्दों की होती है, लेकिन अब लड़कियां भी इसमें हिस्सा ले रही है और पदक भी जीत रही है. पदक मिलने से इनके परिवार वाले तो खुश है ही साथ ही इससे हजारीबाग को पूरे राज्य में ख्याति प्राप्त हो रहा है. जरूरत है इन्हें प्रोत्साहित करने की, ताकि ये राज्य और देश के लिए और अच्छा कर सके.