हजारीबाग: लॉकडाउन समाप्त होने के बाद जिले में अब अपराध भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में पुलिस भी कार्रवाई करने में पीछे नहीं है. कई अपराधियों को हिरासत में लेकर जेल भेजा जा चुका है. ऐसे में जेल में संक्रमण न फैले, इसे देखते हुए जेल प्रबंधन ने विशेष इंतजाम करने का आदेश जिला प्रशासन को दिया है.
हजारीबाग लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में विशेष सावधानी
हजारीबाग लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में इन दिनों विशेष सावधानी बरती जा रही है. हाल के दिनों में देशभर में कई जेलों से संक्रमण फैलने की खबर सामने आई है. ऐसे में जेल में विशेष एहतियात बरती जा रही है. जो भी कैदी जेपी कारा पहुंच रहे हैं, उन्हें सबसे पहले हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया जा रहा है, जहां उनकी स्कैनिंग होती है. स्कैनिंग के दौरान अगर व्यक्ति संदिग्ध पाया गया तो उसका स्वैब टेस्ट कराया जाता है और सामान्य रहने पर ही जेल भेजा जाता है. इनमें भी नए कैदी को पुराने कैदी से 14 दिनों तक अलग रखा जा रहा है. उसके बाद उन्हें कैदी वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है.
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200 से अधिक बंदी क्वॉरेंटाइन
इतना ही नहीं जेल परिसर को सेनेटाइज भी किया जा रहा है. हर एक कैदी को दिन भर में एक से दो बार हाथ सेनेटाइज करवाया जा रहा है. कहा जाए तो जेल प्रबंधन पूरी तरह से कोरोना संक्रमण को लेकर सचेत है. हजारीबाग एसडीओ मेजा भारद्वाज ने कहा कि वे लोग किसी भी तरह की चूक जेल परिसर में नहीं कर रहे हैं. जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में अभी 200 से अधिक बंदी क्वॉरेंटाइन है, जबकि एक बंदी का स्वैब सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया था. रिपोर्ट आने तक उसे आइसोलेशन में अन्य बंदियों से अलग रखा गया था. उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद 14 दिनों तक अलग रखने के बाद उसे बंदी वार्ड में रखा गया है.
दरअसल, यह बंदी हरियाणा से आया था, जिसे सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से संदिग्ध मानते हुए उसका सैंपल जांच करवाया गया. दूसरे जिले से हस्तांतरित होकर आए बंदी के साथ-साथ हाल के दिनों में विभिन्न मामलों में गिरफ्तार कर जेल भेजे जा रहे हैं. वर्तमान में कारा में लगभग 2 हजार बंदी हैं.