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हजारीबाग के इस गांव में पैड बैंक की सेवा शुरू, पूनम देवी की पहल रंग लाई

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Published : Jul 1, 2021, 4:33 PM IST

Updated : Jul 1, 2021, 8:22 PM IST

हजारीबाग में मासिक धर्म (Menstruation) को लेकर महिलाओं में जागरुकता लाने के लिए डूमर गांव की रहने वाली पूनम देवी ने पैड बैंक की शुरुआत (Pad Bank Launch) की है. बेहद कम मुनाफे पर वो महिलाओं को पैड बेचती हैं. ऐसे में वो दिन दूर नहीं जब दूसरे गांव भी इससे सीख लेंगे.

poonam devi opened pad bank in dumar village of hazaribag
हजारीबाग के इस गांव में पैड बैंक की सेवा शुरू, पूनम देवी की पहल रंग लाई

हजारीबाग: ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों महिलाएं जागरूक हो रही हैं. टाटीझरिया प्रखंड के सुदूरवर्ती डूमर गांव की रहने वाली पूनम देवी ने पैड बैंक की शुरुआत की है. पूनम ने अपनी कार्यशैली से महिलाओं को जागरुक बनाने का काम किया है. गांव की महिलाएं और युवतियां कभी भी पहुंचकर इस सेवा का लाभ लेती हैं. महिलाएं कहती हैं कि वो पैड बेहद कम मुनाफे पर बेचती हैं, साथ में गांव की महिलाओं को जागरूक भी करती हैं कि महावारी के समय इसका उपयोग करें ताकि आप बीमारी से मुक्त रहें.

देखें पूरी खबर

इसे भी पढ़ें- देवघर में सेनेटरी पैड बैंक की स्थापना, तेजस्विनी परियोजना की पहल

poonam devi opened pad bank in dumar village of hazaribag
पूनम देवी की पहल रंग लाई

महिलाओं को जागरुक करने की पहल

पूनम देवी कहती हैं कि मासिक धर्म की बात लड़कियां अकसर छुपाती हैं और गलत अवधारणा के कारण बीमार पड़ती हैं. ऐसे में हमने सोचा कि गांव की महिलाओं को इस बाबत जागरूक किया जाए और उन्हें पैड के विषय में जानकारी दी जाए.

poonam devi opened pad bank in dumar village of hazaribag
कम मुनाफे पर महिलाओं को पैड बेचती हैं पूनम देवी

शुरुआती दौर में तो मुझे बेहद परेशानी हुई. लोग इस विषय पर बात करना भी पसंद नहीं करते थे, लेकिन धीरे-धीरे लोगों में जागरूकता आई और लोगों ने हमारी बात को समझा. अब गांव में पैड बैंक चर्चा का विषय भी बना हुआ है. गांव की महिलाएं आती हैं और हमारे बैंक का ग्राहक बनती हैं, जिससे गांव की महिलाओं को लाभ भी हो रहा है.

इसे भी पढ़ें- कोडरमा के नक्सल प्रभावित इलाके में 'सेनेटरी पैड बैंक' की शुरुआत, मुफ्त में मुहैया कराया जाएगा पैड

दूसरे गांवों में भी खुले पैड बैंक

महिलाओं का कहना है कि जिस तरह से हमारे सुदूरवर्ती गांव में ये सेवा शुरू की गई है, इसी तरह अगर दूसरे गांवों में भी शुरू हो तो बहुत सुधार आएगा. सरकार ने जो चुप्पी तोड़ो अभियान (Break Silence Campaign) की शुरुआत की है, उसको और भी अधिक बल मिलेगा.

poonam devi opened pad bank in dumar village of hazaribag
मासिक धर्म को लेकर महिलाएं हो रहीं जागरुक

कोडरमा में भी खुला पैड बैंक

पिछले साल कोडरमा जिले में नक्सल प्रभावित इलाके की किशोरियों के लिए एक सेनेटरी पैड बैंक की शुरुआत की गई थी. बताते चलें कि किशोरियों को मुफ्त में सेनेटरी पैड मुहैया कराए गए. तेजस्विनी परियोजना के तहत इस पैड बैंक में आगे चलकर सेनेटरी पैड तैयार करने वाली मशीन भी लगाए जाएंगे. ताकि जरूरत के समय किशोरियों को यहां से सेनेटरी पैड उपलब्ध होता रहे.

देवघर में हो चुकी है पहल

वहीं, देवघर के मधुपुर तेजस्विनी परियोजना के अंतर्गत मधुपुर के शहरी क्षेत्र के नापित पाड़ा आंगनबाड़ी क्षेत्र की युवतियों और किशोरियों ने सेनेटरी पैड बैंक की स्थापना की. क्लब की युवतियों और किशोरियों ने मधुपुर में पहली सेनेटरी पैड बैंक की स्थापना की. जिसकी थीम इन्वेस्ट इन वुमन कैपिटल रखा गया. इस पैड बैंक के अंतर्गत तेजस्विनी से जुड़ी सभी की किशोरियों को लाभ दिया जा रहा है.

हजारीबाग: ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों महिलाएं जागरूक हो रही हैं. टाटीझरिया प्रखंड के सुदूरवर्ती डूमर गांव की रहने वाली पूनम देवी ने पैड बैंक की शुरुआत की है. पूनम ने अपनी कार्यशैली से महिलाओं को जागरुक बनाने का काम किया है. गांव की महिलाएं और युवतियां कभी भी पहुंचकर इस सेवा का लाभ लेती हैं. महिलाएं कहती हैं कि वो पैड बेहद कम मुनाफे पर बेचती हैं, साथ में गांव की महिलाओं को जागरूक भी करती हैं कि महावारी के समय इसका उपयोग करें ताकि आप बीमारी से मुक्त रहें.

देखें पूरी खबर

इसे भी पढ़ें- देवघर में सेनेटरी पैड बैंक की स्थापना, तेजस्विनी परियोजना की पहल

poonam devi opened pad bank in dumar village of hazaribag
पूनम देवी की पहल रंग लाई

महिलाओं को जागरुक करने की पहल

पूनम देवी कहती हैं कि मासिक धर्म की बात लड़कियां अकसर छुपाती हैं और गलत अवधारणा के कारण बीमार पड़ती हैं. ऐसे में हमने सोचा कि गांव की महिलाओं को इस बाबत जागरूक किया जाए और उन्हें पैड के विषय में जानकारी दी जाए.

poonam devi opened pad bank in dumar village of hazaribag
कम मुनाफे पर महिलाओं को पैड बेचती हैं पूनम देवी

शुरुआती दौर में तो मुझे बेहद परेशानी हुई. लोग इस विषय पर बात करना भी पसंद नहीं करते थे, लेकिन धीरे-धीरे लोगों में जागरूकता आई और लोगों ने हमारी बात को समझा. अब गांव में पैड बैंक चर्चा का विषय भी बना हुआ है. गांव की महिलाएं आती हैं और हमारे बैंक का ग्राहक बनती हैं, जिससे गांव की महिलाओं को लाभ भी हो रहा है.

इसे भी पढ़ें- कोडरमा के नक्सल प्रभावित इलाके में 'सेनेटरी पैड बैंक' की शुरुआत, मुफ्त में मुहैया कराया जाएगा पैड

दूसरे गांवों में भी खुले पैड बैंक

महिलाओं का कहना है कि जिस तरह से हमारे सुदूरवर्ती गांव में ये सेवा शुरू की गई है, इसी तरह अगर दूसरे गांवों में भी शुरू हो तो बहुत सुधार आएगा. सरकार ने जो चुप्पी तोड़ो अभियान (Break Silence Campaign) की शुरुआत की है, उसको और भी अधिक बल मिलेगा.

poonam devi opened pad bank in dumar village of hazaribag
मासिक धर्म को लेकर महिलाएं हो रहीं जागरुक

कोडरमा में भी खुला पैड बैंक

पिछले साल कोडरमा जिले में नक्सल प्रभावित इलाके की किशोरियों के लिए एक सेनेटरी पैड बैंक की शुरुआत की गई थी. बताते चलें कि किशोरियों को मुफ्त में सेनेटरी पैड मुहैया कराए गए. तेजस्विनी परियोजना के तहत इस पैड बैंक में आगे चलकर सेनेटरी पैड तैयार करने वाली मशीन भी लगाए जाएंगे. ताकि जरूरत के समय किशोरियों को यहां से सेनेटरी पैड उपलब्ध होता रहे.

देवघर में हो चुकी है पहल

वहीं, देवघर के मधुपुर तेजस्विनी परियोजना के अंतर्गत मधुपुर के शहरी क्षेत्र के नापित पाड़ा आंगनबाड़ी क्षेत्र की युवतियों और किशोरियों ने सेनेटरी पैड बैंक की स्थापना की. क्लब की युवतियों और किशोरियों ने मधुपुर में पहली सेनेटरी पैड बैंक की स्थापना की. जिसकी थीम इन्वेस्ट इन वुमन कैपिटल रखा गया. इस पैड बैंक के अंतर्गत तेजस्विनी से जुड़ी सभी की किशोरियों को लाभ दिया जा रहा है.

Last Updated : Jul 1, 2021, 8:22 PM IST
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