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एंड्रायड एप्लीकेशन पैकेज हुआ खतरनाक, निपटने के लिए डीजीपी ने दिया टास्क - ANDROID APPLICATION PACKAGE

साइबर अपराधी रोज नए-नए तरीके से ठगी को अंजाम दे रहे हैं. इस कड़ी में अब "एपीके" पुलिस के समक्ष चुनौती बनकर उभरी है.

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साइबर अपराध की प्रतीकात्मक तस्वीर और झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता. (कोलाज इमेज-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 28, 2025, 7:50 PM IST

रांचीः झारखंड के साइबर अपराधी पुलिस के लिए हर दिन एक नई चुनौती पेश कर रहे हैं. साइबर अपराधी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. अब एंड्रायड एप्लीकेशन पैकेज (एपीके) के रूप में साइबर अपराधियों ने नई चुनौती पेश की है. जिससे निपटने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय स्तर से प्रयास शुरू किया गया है.

डीजीपी ने की समीक्षा

मंगलवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने साइबर अपराध से संबंधित धोखाधड़ी वाले एंड्रायड एप्लीकेशन पैकेज (एपीके) से बचने और सुरक्षित रहने को लेकर एक समीक्षा बैठक की. बैठक में अनजाने और धोखाधड़ी वाले एंड्रायड एप्लीकेशन पैकेज (एपीके) ऐप से संबंधित विभिन्न सुरक्षा नीतियों की व्यापक रूप से समीक्षा की गई.

समीक्षा के क्रम में जामताड़ा एसपी के द्वारा साइबर अपराध की रोकथाम से संबंधित पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुति दी गई. साथ ही साथ बताया गया कि साइबर अपराधी असली ऐप की तरह दिखने वाली नकली एपीके फाइल्स में मैलवेयर और वायरस छिपाकर यूजर्स के डिवाइस में इंस्टॉल करवाते हैं. जिससे लोगों का निजी डाटा चोरी कर बैंकिंग जानकारी प्राप्त कर डिवाइस को रिमोट कंट्रोल में ले लेते हैं. जिससे साइबर अपराधी अपराध करने में सफल हो जाते हैं.

आमलोगों के लिए जारी किए गए सुरक्षा निर्देश

  • केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करें.
  • अपने फोन में विश्वसनीय एंटी वायरस ऐप इस्टॉल करें
  • अनजान स्रोतों से कोई भी ऐप डाउनलोड न करें
  • सिस्टम को हमेशा अपडेट रखना सुनिश्चित करें
  • सार्वजनिक स्थलों पर ब्लूटूथ और वाईफाई प्रयोग करने पर विशेष ध्यान दें
  • संदिग्ध कॉल्स/विज्ञापनों/लिंक / गतिविधि/मुफ्त ऑफर आदि को नजरअंदाज करें
  • सिस्टम में ऑटोमैटिक डाउनलोड मोड को बंद रखना सुनिश्चित करें
  • साइबर अपराध की रोकथाम हेतु पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरुकता अभियान में निश्चित रूप से भाग लें.

एपीके को लेकर जागरुकता पर जोर

बैठक में डीजीपी ने सभी साइबर थानों, सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के साथ-साथ सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि एपीके से संबंधित सुरक्षा सुझाव को लेकर आम जनता के बीच व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें.

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रांचीः झारखंड के साइबर अपराधी पुलिस के लिए हर दिन एक नई चुनौती पेश कर रहे हैं. साइबर अपराधी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. अब एंड्रायड एप्लीकेशन पैकेज (एपीके) के रूप में साइबर अपराधियों ने नई चुनौती पेश की है. जिससे निपटने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय स्तर से प्रयास शुरू किया गया है.

डीजीपी ने की समीक्षा

मंगलवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने साइबर अपराध से संबंधित धोखाधड़ी वाले एंड्रायड एप्लीकेशन पैकेज (एपीके) से बचने और सुरक्षित रहने को लेकर एक समीक्षा बैठक की. बैठक में अनजाने और धोखाधड़ी वाले एंड्रायड एप्लीकेशन पैकेज (एपीके) ऐप से संबंधित विभिन्न सुरक्षा नीतियों की व्यापक रूप से समीक्षा की गई.

समीक्षा के क्रम में जामताड़ा एसपी के द्वारा साइबर अपराध की रोकथाम से संबंधित पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुति दी गई. साथ ही साथ बताया गया कि साइबर अपराधी असली ऐप की तरह दिखने वाली नकली एपीके फाइल्स में मैलवेयर और वायरस छिपाकर यूजर्स के डिवाइस में इंस्टॉल करवाते हैं. जिससे लोगों का निजी डाटा चोरी कर बैंकिंग जानकारी प्राप्त कर डिवाइस को रिमोट कंट्रोल में ले लेते हैं. जिससे साइबर अपराधी अपराध करने में सफल हो जाते हैं.

आमलोगों के लिए जारी किए गए सुरक्षा निर्देश

  • केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करें.
  • अपने फोन में विश्वसनीय एंटी वायरस ऐप इस्टॉल करें
  • अनजान स्रोतों से कोई भी ऐप डाउनलोड न करें
  • सिस्टम को हमेशा अपडेट रखना सुनिश्चित करें
  • सार्वजनिक स्थलों पर ब्लूटूथ और वाईफाई प्रयोग करने पर विशेष ध्यान दें
  • संदिग्ध कॉल्स/विज्ञापनों/लिंक / गतिविधि/मुफ्त ऑफर आदि को नजरअंदाज करें
  • सिस्टम में ऑटोमैटिक डाउनलोड मोड को बंद रखना सुनिश्चित करें
  • साइबर अपराध की रोकथाम हेतु पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरुकता अभियान में निश्चित रूप से भाग लें.

एपीके को लेकर जागरुकता पर जोर

बैठक में डीजीपी ने सभी साइबर थानों, सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के साथ-साथ सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि एपीके से संबंधित सुरक्षा सुझाव को लेकर आम जनता के बीच व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें.

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