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हजारीबागः मेयर ने SDO की नोटिस का दिया जवाब, संक्रमितों के शव को जलाने का मामला - हजारीबाग नगर निगम महापौर रोशनी तिर्की

हजारीबाग में एसडीओ मेघा भरद्वाज के महापौर रोशनी तिर्की को नोटिस देने का मामला अब तूल पकड़ लिया है. नोटिस के जवाब में महापौर ने कहा कि विपक्षियों के दबाव के कारण नोटिस दिया गया है.

mayor roshani triki.
प्रशासनिक भवन.
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Published : Jul 31, 2020, 5:48 PM IST

हजारीबागः जिले में एसडीओ मेघा भरद्वाज के महापौर रोशनी तिर्की को नोटिस देने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. महापौर रोशनी तिर्की ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि वह रोड जाम करने नहीं गई थी, बल्कि ग्रामीणों को समझाने गई थी. विपक्षियों के कारण उन पर नोटिस जारी किया गया है.

देखें पूरा मामला
संक्रमित व्यक्तियों के शव जलाने को लेकर हंगामाहजारीबाग में विगत कई दिनों से संक्रमित व्यक्तियों के शव जलाने को लेकर हंगामा बरपा हुआ है. अब इसी हंगामे को लेकर एसडीओ मेघा भरद्वाज ने हजारीबाग नगर निगम की महापौर रोशनी तिर्की को नोटिस जारी किया था. नोटिस में कहा गया है कि डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत भारतीय दंड विधान की धारा 188 के तहत आपके ऊपर क्यों नहीं प्राथमिकी दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए. एसडीओ ने 1 दिन के अंदर महापौर से जवाब भी मांगा था.


महापौर ने एसडीओ को दिया जवाब
महापौर रोशनी तिर्की ने एसडीओ को जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह सड़क जाम करने के लिए नहीं गई थी, बल्कि ग्रामीणों को समझाने के लिए गई थी. उनका यह भी कहना है कि एक जनप्रतिनिधि की हैसियत से वह ग्रामीणों के पास गई थी. ग्रामीणों ने घर आकर अपनी बातों को रखा था. ऐसे में उनकी समस्या को दूर करने की कोशिश की गई थी, लेकिन अब एसडीओ ने नोटिस दे दिया है. उन्होंने प्रशासन पर आरोप भी लगाया कि बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद कितनी बार बड़कागांव में धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिए है, लेकिन वहां पर किसी को भी नोटिस नहीं दिया गया. विपक्षियों के दबाव के कारण नोटिस दिया गया है.

क्या था पूरा मामला
बता दें कि 28 जुलाई को 3 संक्रमित व्यक्तियों के शव का अंतिम संस्कार कोनार मुक्तिधाम में किया जाना था, जहां महिलाओं ने इसका विरोध करते हुए सड़क जाम कर दिया था. प्रशासन के काफी मशक्कत के बाद अंतिम संस्कार किया गया था. इस विरोध में नगर निगम की महापौर रोशनी तिर्की भी पहुंची थी.

हजारीबागः जिले में एसडीओ मेघा भरद्वाज के महापौर रोशनी तिर्की को नोटिस देने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. महापौर रोशनी तिर्की ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि वह रोड जाम करने नहीं गई थी, बल्कि ग्रामीणों को समझाने गई थी. विपक्षियों के कारण उन पर नोटिस जारी किया गया है.

देखें पूरा मामला
संक्रमित व्यक्तियों के शव जलाने को लेकर हंगामाहजारीबाग में विगत कई दिनों से संक्रमित व्यक्तियों के शव जलाने को लेकर हंगामा बरपा हुआ है. अब इसी हंगामे को लेकर एसडीओ मेघा भरद्वाज ने हजारीबाग नगर निगम की महापौर रोशनी तिर्की को नोटिस जारी किया था. नोटिस में कहा गया है कि डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत भारतीय दंड विधान की धारा 188 के तहत आपके ऊपर क्यों नहीं प्राथमिकी दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए. एसडीओ ने 1 दिन के अंदर महापौर से जवाब भी मांगा था.


महापौर ने एसडीओ को दिया जवाब
महापौर रोशनी तिर्की ने एसडीओ को जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह सड़क जाम करने के लिए नहीं गई थी, बल्कि ग्रामीणों को समझाने के लिए गई थी. उनका यह भी कहना है कि एक जनप्रतिनिधि की हैसियत से वह ग्रामीणों के पास गई थी. ग्रामीणों ने घर आकर अपनी बातों को रखा था. ऐसे में उनकी समस्या को दूर करने की कोशिश की गई थी, लेकिन अब एसडीओ ने नोटिस दे दिया है. उन्होंने प्रशासन पर आरोप भी लगाया कि बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद कितनी बार बड़कागांव में धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिए है, लेकिन वहां पर किसी को भी नोटिस नहीं दिया गया. विपक्षियों के दबाव के कारण नोटिस दिया गया है.

क्या था पूरा मामला
बता दें कि 28 जुलाई को 3 संक्रमित व्यक्तियों के शव का अंतिम संस्कार कोनार मुक्तिधाम में किया जाना था, जहां महिलाओं ने इसका विरोध करते हुए सड़क जाम कर दिया था. प्रशासन के काफी मशक्कत के बाद अंतिम संस्कार किया गया था. इस विरोध में नगर निगम की महापौर रोशनी तिर्की भी पहुंची थी.

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