हजारीबागः जिले में एसडीओ मेघा भरद्वाज के महापौर रोशनी तिर्की को नोटिस देने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. महापौर रोशनी तिर्की ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि वह रोड जाम करने नहीं गई थी, बल्कि ग्रामीणों को समझाने गई थी. विपक्षियों के कारण उन पर नोटिस जारी किया गया है.
महापौर ने एसडीओ को दिया जवाब
महापौर रोशनी तिर्की ने एसडीओ को जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह सड़क जाम करने के लिए नहीं गई थी, बल्कि ग्रामीणों को समझाने के लिए गई थी. उनका यह भी कहना है कि एक जनप्रतिनिधि की हैसियत से वह ग्रामीणों के पास गई थी. ग्रामीणों ने घर आकर अपनी बातों को रखा था. ऐसे में उनकी समस्या को दूर करने की कोशिश की गई थी, लेकिन अब एसडीओ ने नोटिस दे दिया है. उन्होंने प्रशासन पर आरोप भी लगाया कि बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद कितनी बार बड़कागांव में धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिए है, लेकिन वहां पर किसी को भी नोटिस नहीं दिया गया. विपक्षियों के दबाव के कारण नोटिस दिया गया है.
क्या था पूरा मामला
बता दें कि 28 जुलाई को 3 संक्रमित व्यक्तियों के शव का अंतिम संस्कार कोनार मुक्तिधाम में किया जाना था, जहां महिलाओं ने इसका विरोध करते हुए सड़क जाम कर दिया था. प्रशासन के काफी मशक्कत के बाद अंतिम संस्कार किया गया था. इस विरोध में नगर निगम की महापौर रोशनी तिर्की भी पहुंची थी.