हजारीबाग: जिले के चौपारण प्रखंड मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूर भगहर में उत्पाद विभाग और चौपारण पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए 8 अवैध देशी शराब की भट्टी सहित 25 ड्रम जावा महुआ को नष्ट किया. जिला पुलिस इन दिनों अभियान चलाकर लगातार अवैध शराब कारोबार को नष्ट कर रही है.
प्रशासनिक पहुंच से दूर अति उग्रवाद प्रभावित बिहार सीमा से सटे भगहर में अवैध शराब निर्माण लघु उद्योग का रूप ले चुका है. प्रशासन के तमाम कवायद के बावजूद हर कार्रवाई के बाद फिर से शराब निर्माण दोगुने गति और उत्साह से शुरू कर दिया जाता है. यही वजह है कि तमाम कार्रवाई के बावजूद शराब निर्माण बंद नहीं हो सका है.
गुरुवार को उत्पाद विभाग और पुलिस बल ने संयुक्त कार्रवाई कर 8 अवैध शराब की भठ्ठी को नष्ट किया और हजारों रुपए की शराब को नष्ट कर दिया. इस संबंध में जानकारी देते हुए उत्पाद विभाग के एसआई जितेंद्र कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आलोक में छापेमारी किया गया था. छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में महुआ शराब बनाने का उपकरण और बर्तन को नष्ट कर भट्ठियों को धवस्त कर दिया गया. इस दौरान मौके का फायदा उठाकर शराब बनाने वाले फरार हो गए. छापेमारी दल में उत्पाद विभाग के अलावा थाना में प्रशिक्षु एसआई गौतम कुमार सहित कई पुलिस बल शामिल थे.
इसे भी पढ़ें- स्वच्छता सर्वेक्षण में जमशेदपुर को मिला 13वां स्थान, जानें किस क्षेत्र में मिला कितना अंक
दरअसल, उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस की ओर से लगातार अवैध शराब कारोबार के खिलाफ छापेमारी की जा रही है. उसके बावजूद भी भगहर में अवैध शराब का कारोबार बेखौफ जारी रहता है. इसका मुख्य कारण इस गांव का बिहार सीमा पर होना है. पहले भी दर्जनों बार यहां शराब की भट्टियों को नष्ट किया गया था, लेकिन अगले ही दिन फिर से उसी स्थान पर शराब की भट्टी खुल जाया करती हैं. ऐसे में जरूरत है कि अभियान के तहत इनके संचालकों के विरुद्ध कड़ी करवाई करने की.