हजारीबागः पिछले एक सप्ताह में हजारीबाग के दो विभागों की अनियमितता सामने आई है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में वित्तीय अनियमितता का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब हजारीबाग में होमगार्ड चयन प्रक्रिया में अनियमितता उजागर हुई है.
बता दें कि जिले में होमगार्ड अभ्यर्थियों की भूख हड़ताल जारी है. भूख हड़ताल के बीच डीसी आदित्य कुमार आनंद ने अभ्यर्थियों के नामांकन को निरस्त करते हुए अनियमितता बरतने के आरोप में चयन प्रक्रिया में शामिल पदाधिकारियों और कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद लगभग 13 सौ होमगार्ड की चयन पर विराम लग गया है.
यह था मामला
उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने 13 दिसंबर को हजारीबाग होमगार्ड चयन प्रक्रिया में प्रथम दृष्टया गड़बड़ी पाया था. इस अनियमितता के खिलाफ लोहसिंहना थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. लोहसिंहना थाने में गृह रक्षक बहाली में शामिल पदाधिकारियों और कर्मियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 467, 468, 471, 300, 420, 201, 120 बी के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इस मामले की जांच की जिम्मेदारी हर चुरचू अंचल के पुलिस इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह को सौंपी गई है.
जांच प्रदिवेदन के आलोक में कार्रवाई
डीसी आदित्य कुमार आनंद ने चयन प्रक्रिया में अनियमितता बरते जाने के आदेश पत्र में कहा है कि गृह रक्षक चयन प्रक्रिया से संबंधित शिकायत मिली. इस शिकायत की जांच के लिए टीम गठित की गई. टीम ने जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराया है, जिसमें मेधा सूची में छेड़छाड़ की पुष्टि हुई है. बता दें कि चयन समिति के चेयरमैन उपायुक्त होते हैं. इसके अलावा एसपी और कमांडेंट सदस्य होते हैं. वहीं 6 मजिस्ट्रेट की निगरानी में अभ्यर्थियों का चयन किया गया था. इसके बावजूद चयन मे अनियमितता की गई है.