ETV Bharat / state

चतरा-हजारीबाग जिले में किया जा रहा है जमीन का अवैध अधिग्रहण, लेनी होगी झारखंड हाईकोर्ट की शरण: भुनेश्वर प्रसाद मेहता

पूर्व सांसद और सीपीआई नेता भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने हजारीबाग चतरा जिले में जमीन बंदोबस्ती को लेकर भारी अनियमितता का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि वे 5-6 सालों से आवाज उठा रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. इसलिए विवश होकर सितंबर महीने में वे झारखंड हाईकोर्ट की शरण लेने जा रहे हैं.

चतरा-हजारीबाग जिले में जमीन का अवैध अधिग्रहण
author img

By

Published : Aug 13, 2019, 6:18 PM IST

हजारीबाग: चतरा-हजारीबाग जिले के केरेडारी और बड़कागांव में कई एकड़ जमीन का अधिग्रहण अवैध रूप से किया गया है. जमीन अधिग्रहण के नाम पर करोड़ों रुपए का खेल खेला गया है. इस बाबत एसआईटी का भी गठन किया गया और एसआईटी ने भी अपनी रिपोर्ट दे दी है, लेकिन उस रिपोर्ट का खुलासा अब तक नहीं हुआ है. यह आरोप हजारीबाग के पूर्व सांसद और सीपीआई नेता भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने लगाया है.

देखें पूरी खबर

भुनेश्वर प्रसाद मेहता का यह भी कहना है कि केरेडारी और बड़का गांव में एनटीपीसी और सीसीएल जमीन का अधिग्रहण कर कोयला निकाल रही है. जिसमें भारी अनियमितता हो रही है. इसके लिए उन्होंने उपायुक्त से लेकर उतरी छोटानागपुर कमिश्नर को भी पत्राचार किया है लेकिन करवाई नहीं हुई है.

उपायुक्त भी कर चुके हैं हस्तक्षेप
भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि हजारीबाग के सदर प्रखंड के पास हुपाद गांव में भी 500 एकड़ जमीन को भूमाफियाओं ने जाली दस्तावेज बनाकर रजिस्ट्री करा ली है. जिसके संबंध में तत्कालीन हजारीबाग के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने हस्तक्षेप कर उस पर कार्रवाई की. लेकिन अभी भी हजारों एकड़ वन भूमि की लूट हो रही है. ऐसे में पर्यावरण असंतुलित हो रहा है तो दूसरी ओर कृषि योग्य भूमि का भी जबरन अधिग्रहण किया जा रहा है. विरोध करने पर जाली दस्तावेज दिखाकर बंदोबस्ती भी की जा रही है.

यह भी पढ़ें - हजारीबाग: मालगाड़ी से एफसीआई चावल की लूट, ग्रामीणों ने ही बनाया रेल को निशाना

जिस तरह भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने आरोप लगाया है कि जिले में अवैध रूप से जमीन की बंदोबस्ती हो रही है और आवाज उठाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है. ऐसे में न्यायालय के अलावा उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है लेकिन न्यायालय से उन्हें कितना सहयोग मिलता है यह तो वक्त ही बताएगा.

हजारीबाग: चतरा-हजारीबाग जिले के केरेडारी और बड़कागांव में कई एकड़ जमीन का अधिग्रहण अवैध रूप से किया गया है. जमीन अधिग्रहण के नाम पर करोड़ों रुपए का खेल खेला गया है. इस बाबत एसआईटी का भी गठन किया गया और एसआईटी ने भी अपनी रिपोर्ट दे दी है, लेकिन उस रिपोर्ट का खुलासा अब तक नहीं हुआ है. यह आरोप हजारीबाग के पूर्व सांसद और सीपीआई नेता भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने लगाया है.

देखें पूरी खबर

भुनेश्वर प्रसाद मेहता का यह भी कहना है कि केरेडारी और बड़का गांव में एनटीपीसी और सीसीएल जमीन का अधिग्रहण कर कोयला निकाल रही है. जिसमें भारी अनियमितता हो रही है. इसके लिए उन्होंने उपायुक्त से लेकर उतरी छोटानागपुर कमिश्नर को भी पत्राचार किया है लेकिन करवाई नहीं हुई है.

उपायुक्त भी कर चुके हैं हस्तक्षेप
भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि हजारीबाग के सदर प्रखंड के पास हुपाद गांव में भी 500 एकड़ जमीन को भूमाफियाओं ने जाली दस्तावेज बनाकर रजिस्ट्री करा ली है. जिसके संबंध में तत्कालीन हजारीबाग के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने हस्तक्षेप कर उस पर कार्रवाई की. लेकिन अभी भी हजारों एकड़ वन भूमि की लूट हो रही है. ऐसे में पर्यावरण असंतुलित हो रहा है तो दूसरी ओर कृषि योग्य भूमि का भी जबरन अधिग्रहण किया जा रहा है. विरोध करने पर जाली दस्तावेज दिखाकर बंदोबस्ती भी की जा रही है.

यह भी पढ़ें - हजारीबाग: मालगाड़ी से एफसीआई चावल की लूट, ग्रामीणों ने ही बनाया रेल को निशाना

जिस तरह भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने आरोप लगाया है कि जिले में अवैध रूप से जमीन की बंदोबस्ती हो रही है और आवाज उठाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है. ऐसे में न्यायालय के अलावा उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है लेकिन न्यायालय से उन्हें कितना सहयोग मिलता है यह तो वक्त ही बताएगा.

Intro:हजारीबाग के पूर्व सांसद वर्तमान सचिव झारखंड राज्य परिषद भुनेश्वर प्रसाद मेहता हजारीबाग चतरा जिले में जमीन बंदोबस्ती को लेकर भारी अनियमितता का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि 5 से 6 सालों से आवाज उठा रहे हैं लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है। इसलिए विवश होकर सितंबर महीना में वह झारखंड हाईकोर्ट की शरण लेने जा रहे हैं। कोर्ट से प्रार्थना करेंगे कि हजारीबाग चतरा में जो जमीन की अवैध रूप से बंदोबस्ती हुई है उसकी जांच कराई जाए।


Body:हजारीबाग और चतरा जिले में जमीन की अवैध बंदोबस्ती हुई है। जमीन अधिग्रहण के नाम पर करोड़ों रुपया का खेल खेला गया है। इस बाबत एसआईटी का भी गठन किया गया और एसआईटी ने भी अपनी रिपोर्ट दे दी है। लेकिन उस रिपोर्ट का खुलासा अब तक नहीं हुआ है। केरेडारी और बड़कागांव में कई एकड़ जमीन का अधिग्रहण अवैध रूप से हुई है ।यह आरोप भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने लगाया है। उनका कहना है कि केरेडारी और बड़का गांव में एनटीपीसी और सीसीएल जमीन का अधिग्रहण कर रही है और कोयला निकाल रही है। इस दौरान भारी अनियमितता हो रही है। इसके लिए उन्होंने उपायुक्त से लेकर उतरी छोटानागपुर कमिश्नर को भी पत्राचार किया है लेकिन करवाई नहीं हुई है।

उन्होंने जिक्र करते हुए कहा कि हजारीबाग के सदर प्रखंड के पास हुपाद गांव में में भी 500 एकड़ जमीन को भूमाफिया जाली दस्तावेज बनाकर रजिस्ट्री करा ली है। तत्कालीन हजारीबाग के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने हस्तक्षेप कर उस पर कार्रवाई की। अभी भी हजारों एकड़ वन भूमि की लूट हो रही है। ऐसे में पर्यावरण असंतुलित हो रहा है। तो दूसरी ओर कृषि योग्य भूमि का भी जबरन अधिग्रहण किया जा रहा है। विरोध करने पर जाली दस्तावेज दिखाकर बंदोबस्ती कर की जा रही है ।ऐसे में किसानों का बुरा हाल है।

भुवनेश्वर प्रसाद मेहता का यह भी कहा कि कई सफेदपोश भी भूमाफिया के साथ मिलकर जमीन लूट रहे हैं। सरकार का संरक्षण होने के कारण अधिकारी भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

byte.... भुनेश्वर प्रसाद मेहता, पूर्व सांसद, सह सचिव झारखंड राज्य परिषद भाकपा


Conclusion:जिस तरह भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने आरोप लगाया है कि जिले में अवैध रूप से जमीन की बंदोबस्ती हो रही है और आवाज उठाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में न्यायालय मैं जाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। न्यायालय से उन्हें कितना सहयोग मिलता है यह देखने वाली बात होगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.