हजारीबाग: चतरा-हजारीबाग जिले के केरेडारी और बड़कागांव में कई एकड़ जमीन का अधिग्रहण अवैध रूप से किया गया है. जमीन अधिग्रहण के नाम पर करोड़ों रुपए का खेल खेला गया है. इस बाबत एसआईटी का भी गठन किया गया और एसआईटी ने भी अपनी रिपोर्ट दे दी है, लेकिन उस रिपोर्ट का खुलासा अब तक नहीं हुआ है. यह आरोप हजारीबाग के पूर्व सांसद और सीपीआई नेता भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने लगाया है.
भुनेश्वर प्रसाद मेहता का यह भी कहना है कि केरेडारी और बड़का गांव में एनटीपीसी और सीसीएल जमीन का अधिग्रहण कर कोयला निकाल रही है. जिसमें भारी अनियमितता हो रही है. इसके लिए उन्होंने उपायुक्त से लेकर उतरी छोटानागपुर कमिश्नर को भी पत्राचार किया है लेकिन करवाई नहीं हुई है.
उपायुक्त भी कर चुके हैं हस्तक्षेप
भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि हजारीबाग के सदर प्रखंड के पास हुपाद गांव में भी 500 एकड़ जमीन को भूमाफियाओं ने जाली दस्तावेज बनाकर रजिस्ट्री करा ली है. जिसके संबंध में तत्कालीन हजारीबाग के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने हस्तक्षेप कर उस पर कार्रवाई की. लेकिन अभी भी हजारों एकड़ वन भूमि की लूट हो रही है. ऐसे में पर्यावरण असंतुलित हो रहा है तो दूसरी ओर कृषि योग्य भूमि का भी जबरन अधिग्रहण किया जा रहा है. विरोध करने पर जाली दस्तावेज दिखाकर बंदोबस्ती भी की जा रही है.
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जिस तरह भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने आरोप लगाया है कि जिले में अवैध रूप से जमीन की बंदोबस्ती हो रही है और आवाज उठाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है. ऐसे में न्यायालय के अलावा उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है लेकिन न्यायालय से उन्हें कितना सहयोग मिलता है यह तो वक्त ही बताएगा.