हजारीबाग: जिले के चौपारण प्रखंड की बच्छई पंचायत के ग्राम ओबरा में मंगलवार सुबह करम डाली बहाने गई तीन बच्चियां बराकर डैम में बह गई थीं. जिसमें पहले दिन कुछ ही घंटे में सतेंद्र यादव की पुत्री दिव्या कुमारी का शव डैम से बरामद कर लिया गया था. अन्य दो बच्चियों की बरामदगी के लिए मंगलवार को गोताखोरों और ग्रामीणों ने डैम में काफी खोजबीन की थी, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका था.
बुधवार को डैम से दो शवों को खोजकर निकाला गयाः वहीं दूसरे दिन बुधवार को भी गोताखोरों और ग्रामीणों ने बराकर डैम में घंटों तक खोजबीन की. जिसमें दोनों बच्चियों के शव को बरामद कर लिया गया. बुधवार को नारायण राणा की पुत्री सरस्वती कुमारी उर्फ प्रेमा और सुरेंद्र यादव की पुत्री सपना कुमारी का शव डैम से निकाला गया. शव देखते ही परिजन फफक-फफक कर रोने लगे. पूरे इलाके में मातम छा गया. लोग शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने में जुटे रहे. इसके बाद शवों का अंतिम संस्कार किया गया.
सांसद और विधायक ने जताया शोकः इस हृदय विदारक घटना से गांव में शोक की लहर है. वहीं घटना पर सांसद जयंत सिन्हा और विधायक उमाशंकर अकेला ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए घटना को दुःखद बताया है. उन्होंने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए तीनों बच्चियों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. इधर एक साथ तीन बच्चियों की मौत ने ग्रामीणों को झकझोर दिया है. बच्चियों के अंतिम यात्रा में दोनों दिन चौपारण-2 जिप सदस्य रवि शंकर अकेला शामिल हुए और शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी. इसके अलावे पूर्व विधायक मनोज यादव भी घटना के दूसरे दिन गांव पहुंचे और शोकाकुल परिजनों से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की.
घटना से मुखिया भी मर्माहतः इसके अलावे मुखिया संघ अध्यक्ष सह बच्छई पंचायत मुखिया बिरेंद्र रजक ने शोक संदेश में कहा है कि मैं मुंबई में हूं. घटना की खबर से काफी मर्माहत हूं. मुखिया ने अपने शोक संदेश में कहा है कि तीनों बच्चियों को भगवान अपने चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को दुःख सहन करने के लिए आत्मबल दें. हमसे जो भी सहयोग होगा हम जरूर करेंगे.