हजारीबाग: बरही विधानसभा से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सीपीआई नेता डॉ रामानुज कुमार ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है. इस संबंध में डॉ रामानुज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल जैसे लोग स्वतंत्रता सेनानी शेख भिखारी के नाम की अवमानना कर झारखंड के संस्कृति सभ्यता और इतिहास के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्होंने लिखा है कि ‘शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल’ हजारीबाग का नामकरण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य सरकार के विधानसभा में पारित होने के बाद किया है. झारखंड सरकार राज्यपाल के देखरेख में चल रही बहुमत की सरकार है.
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विधानसभा की ओर से पारित नाम एक वैधानिक नाम है, लेकिन माननीय विधायक को स्वतंत्रा सेनानी शेख भिखारी के नाम से ऐसा लगता है कि एलर्जी है. उक्त मेडिकल कॉलेज का नाम सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से हजारीबाग मेडिकल कॉलेज बोलना यह सिद्ध करता है कि विधायक झारखंड विधानसभा से पारित नाम की अवमानना कर रहे हैं. बातचीत में हजारीबाग मेडिकल कॉलेज बोलना उनका विशेषाधिकार हो सकता है लेकिन सार्वजनिक मंच पर बोलना उनके अपरिपक्व होने की निशानी है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इस विषय की गंभीरता पर उनकी ओर से असंवैधानिक रूप से विशेषाधिकार के उल्लंघन का उचित संज्ञान लेने की कृपा करें.