हजारीबाग: चौपारण प्रखंड के स्वास्थ्य उपकेंद्र चयकला में प्रसूता की मौत के बाद शुरू हुए विवाद का पटाक्षेप हो गया. मोअज्जिज लोगों के हस्तक्षेप पर एएनएम की ओर से प्रसूता के नवजात बेटे के पालन पोषण के लिए डेढ़ लाख देना स्वीकार करने के बाद लापरवाही का आरोप लगा रहे परिजनों ने समझौता कर लिया. आरोपी ANM अरुणा कुमारी दो किस्त में इसका भुगतान करेंगी. इस दौरान पंचायत चयकला के मुखिया मो सफाउद्दीन, पंसस फैजान अजमेरी सहित ग्राम दैहर व पोडो के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.
छह घंटे तक होता रहा समझौता का खेल
स्वास्थ्य उपकेंद्र चयकला में पदस्थापित एएनएम अरुणा कुमारी ने कहा कि सुबह लगभग 10 बजे ग्राम पोडो और दैहर के कुछ लोग आये और मेरे घर के बाहर हंगामा करते हुए मुझे गाली गलौज देने लगे. उस समूह में शामिल महिलाएं उससे दुर्व्यवहार भी करने लगीं. उसके बाद ये लोग पांच लाख रुपये की मांग करने लगे. जब राशि देने से इंकार किया तो लोग मुझे कई तरह से समझाने लगे. सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक चली बातचीत के बाद मुखिया, पंसस और कई लोगों की मौजूदगी में समझौता हो गया.
डेढ़ लाख रुपये पर बनी बात
पंचायत चयकला मुखिया मो सफाउद्दीन, पंसस फैजान अजमेरी, पंचायत बेलाही मुखिया पुत्र मन्टू सिंह, पंसस प्रतिनिधि डब्लू अंसारी, ग्राम दैहर के कैलाश पाण्डेय, बबन सिंह, अरविंद सिंह, मौलाना हेलाल अखतर सहित ग्राम दैहर व पोडो के कई गण्यमान्य लोगों के समक्ष ANM अरुणा कुमारी ने मृत जच्चा के नवजात शिशु के पालन पोषण के नाम पर डेड़ लाख रुपये देने की बात स्वीकार करते हुए एकरारनामा कागजात पर अपना हस्ताक्षर की. कागजात में तय राशि दो किस्त में भुगतान करने की बात दर्शाया गया है, जिसमें प्रथम किस्त 50 हजार रुपये 4 सितंबर को और दूसरा किस्त 1 लाख रुपये 4 अक्टूबर को देने की बात लिखा गया है.
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क्या है मामला
ANM अरुणा कुमारी ने बताया कि 29 अगस्त की शाम को ग्राम पोडो की कुमारी स्तुति कुमारी सिंह मेरे पास प्रसव के लिए लाई गईं थीं. दूसरे दिन सुबह लगभग 7:15 बजे नॉर्मल तरीके से लड़का पैदा हुआ. बाद में महिला को रक्त स्राव होने लगा तो उसे बाहर ले जाने की सलाह दी. मेरे पास से लगभग 9:15 बजे उसके परिजन उसे ले गए. वहां से महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौपारण लाया गया. यहां भी प्राथमिक उपचार के बाद उसे रेफर कर दिया गया. बाहर ले जाने के क्रम में रास्ते में उसकी मौत हो गई. मौत होने के बाद परिजनों ने एएनएम पर लापरवाही का आरोप लगाया और हंगामा किया. शव का दाह संस्कार करने के दो दिन बाद परिजनों की तरफ से फिर से स्वास्थ्य उपकेंद्र चयकला आकर हंगामा शुरू कर दिया गया. इसी मामले में लोगों के प्रयास से समझौता हुआ है.