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जहरीला खाने से 5 मजदूर बीमार, प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप

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Published : Jun 20, 2019, 8:07 AM IST

हजारीबाग त्रिवेणी सैनिक कंपनी के मेस में खाना खाने के बाद 5 मजदूर जहरीला खाना खाने से बीमार हो गए. मजदूरों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

फूड प्वाइजनिंग से बिमार मजदूर

हजारीबाग: जिले के बड़कागांव में एनटीपीसी के अधीनस्थ त्रिवेणी सैनिक कंपनी के मेस में खाना खाने के बाद मजदूर बीमार हो गए. लोगों को आनन-फानन में हजारीबाग के आरोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सभी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है.

जानकारी के अनुसार, 5 लोग एनटीपीसी के अधीनस्थ त्रिवेणी सैनिक कंपनी के कैंटीन में काम करने के बाद खाना खा रहे थे. उसी दौरान खाने में एक पोटली मिली जिसमें कुछ बांधा हुआ था. ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि उस पोटली में बंधे हुए सामान के कारण फूड पॉइजनिंग हुई और बड़ी घटना घटने से बच गई.

पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि घर जाने की जल्दबाजी के कारण उन्होंने किसी चीज पर ध्यान नहीं दिया. खाना खाने के बाद बेचैनी महसूस होने लगी, जिसकी शिकायत स्थानीय प्रबंधन को की गई. जब खाने को जांच की गई तो एक पीले रंग की कपड़े की पोटली पाया गया. संभवत: पीली पोटली में बांध कर कीटनाशक रखी गई थी.

मजदूरों ने बताया कि मेस में एक साथ 35 मजदूरों का खाना बन रहा था. वहीं, प्रबंधन को जो पोटली मिली है उसे जांच के लिए जब्त कर लिया गया है कि आखिर किन कारणों से फूड प्वाइजनिंग हुई है. पीड़ितों ने बताया कि बड़कागांव के सिकिदिरी साइड में 35 मजदूरों खाना बन रहा था. अगर सभी मजदूर एक साथ खाना खाते तो बड़ी घटना घटने की संभावना थी.

वहीं, मजदूरों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. आरोग्य अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर ने जानकारी भी दी कि जहरीला खाने से लोग बीमार हैं. फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर है.

हजारीबाग: जिले के बड़कागांव में एनटीपीसी के अधीनस्थ त्रिवेणी सैनिक कंपनी के मेस में खाना खाने के बाद मजदूर बीमार हो गए. लोगों को आनन-फानन में हजारीबाग के आरोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सभी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है.

जानकारी के अनुसार, 5 लोग एनटीपीसी के अधीनस्थ त्रिवेणी सैनिक कंपनी के कैंटीन में काम करने के बाद खाना खा रहे थे. उसी दौरान खाने में एक पोटली मिली जिसमें कुछ बांधा हुआ था. ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि उस पोटली में बंधे हुए सामान के कारण फूड पॉइजनिंग हुई और बड़ी घटना घटने से बच गई.

पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि घर जाने की जल्दबाजी के कारण उन्होंने किसी चीज पर ध्यान नहीं दिया. खाना खाने के बाद बेचैनी महसूस होने लगी, जिसकी शिकायत स्थानीय प्रबंधन को की गई. जब खाने को जांच की गई तो एक पीले रंग की कपड़े की पोटली पाया गया. संभवत: पीली पोटली में बांध कर कीटनाशक रखी गई थी.

मजदूरों ने बताया कि मेस में एक साथ 35 मजदूरों का खाना बन रहा था. वहीं, प्रबंधन को जो पोटली मिली है उसे जांच के लिए जब्त कर लिया गया है कि आखिर किन कारणों से फूड प्वाइजनिंग हुई है. पीड़ितों ने बताया कि बड़कागांव के सिकिदिरी साइड में 35 मजदूरों खाना बन रहा था. अगर सभी मजदूर एक साथ खाना खाते तो बड़ी घटना घटने की संभावना थी.

वहीं, मजदूरों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. आरोग्य अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर ने जानकारी भी दी कि जहरीला खाने से लोग बीमार हैं. फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर है.

Intro:हजारीबाग जिले के बड़कागांव में एनटीपीसी के अधीनस्थ त्रिवेणी सैनिक कंपनी के मेस में खा रहे मजदूर फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए ।उन लोगों को आनन-फानन में हजारीबाग के आरोग्यं अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।जहां तक की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।


Body:दरअसल 5 लोगों ने एनटीपीसी के अधीनस्थ त्रिवेणी सैनिक कंपनी के कैंटीन में काम करने के बाद खाना खा रहे थे। उसी दौरान खाने में एक पोटली मिला। जिसमें कुछ बांधा हुआ था। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि उस पोटली में बंधे हुए सामान के कारण फूड पॉइजनिंग हुई और बड़ी घटना घटने से बच गई। पीड़ित व्यक्ति ने कहा कि घर जाने की जल्दबाजी के कारण खाना खा रहे थे। खाना खाने के बाद बेचैनी महसूस होने लगी जिसकी शिकायत स्थानीय प्रबंधन को की गई। जब खाने को जांच किया गया तो एक पीले रंग की कपड़े की पोटली मिला। संभवत पीले पोटली में बांधा हुआ कीटनाशक दवा रखा गया था। पीड़ितों को तत्काल हजारीबाग आरोग्यं अस्पताल भर्ती कराया गया है।

मजदूरों ने बताया कि मेस में एक साथ 35 मजदूरों का खाना बन रहा था। वहीं प्रबंधन के द्वारा जो पोटली मिली है उसे जप्त कर लिया जा रहा है, कि आखिर किन कारणों से फूड प्वाइजनिंग हुई है।

byte.... राजकिशोर पीड़ित मजदूर
byte.... डॉक्टर रजत चक्रवर्ती आरोग्यं अस्पताल हजारीबाग


Conclusion:पीड़ितों ने बताया कि बड़कागांव के सिकिदिरी साइड में 35 मजदूरों खाना बन रहा था। अगर सभी मजदूर एक साथ खाना खाते तो बड़ी घटना घट सकती थी ।वही मजदूरों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोग्यं अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर ने जानकारी भी दिया कि फूड प्वाइजनिंग हुई है लेकिन सभी बीमार मजदूर अभी खतरे से बाहर है।
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