गुमला : जम्मू कश्मीर के बारामूला जिला के रुस्तम पोस्ट में तैनात आर्मी जवान संतोष गोप शहीद हो गए. संतोष गोप गुमला जिला के बसिया थाना क्षेत्र के टेंगरा गांव के रहने वाले थे. शहीद होने के 3 दिन के बाद मंगलवार को जैसे ही उनका पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचा तो पूरे गांव में भारत माता की जय, शहीद संतोष गोप अमर रहे , हिंदुस्तान जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे गूंजने लगे.
शहीद जवान के पार्थिव शरीर को उनके साथी जवानों ने अपने कंधों पर लाकर जैसे ही घर के आंगन में पहुंचे, वैसे ही उनके परिजनों, ग्रामीणों और छोटे-छोटे बच्चों की चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया. बच्चों के चीत्कार सुनकर वहां मौजूद जवानों के आंखों में भी आंसू छलक आए. उधर शहीद संतोष गोप की मां अपने बेटे की शहादत की खबर सुनकर बुरा हाल है. बार-बार वह अपने बेटे को याद कर बेहोश हो जा रही है.
पिता ने दी मुखाग्नि
शहीद संतोष गोप को जब उनके बूढ़े पिता अंतिम बार पानी देने के लिए आगे बढ़े तो उनके पैर लड़खड़ा गए. बूढ़े पिता ने लड़खड़ाते पैरों से चलकर और कांपते हाथों से अपने जिगर के टुकड़े को अंतिम विदाई दी. शहीद संतोष गोप को श्रद्धांजलि देने वालों का गांव में तांता लगा हुआ था.
शहीद की यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग
घर के आंगन से जब शहीद की अंतिम यात्रा निकली तो उसमें हजारों लोग शामिल हए. शहीद संतोष गोप के अंतिम विदाई में सूबे के विधानसभा स्पीकर सह स्थानीय विधायक डॉक्टर दिनेश उरांव, स्थानीय सांसद सुदर्शन भगत, जिले के उपायुक्त शशि रंजन, एसपी अंजनी कुमार झा भी शामिल हुए.
12 अकटूबर को हुए थे घायल
बताया जाता है की संतोष गोप 12 अक्टूबर को पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसकी जानकारी परिवार वालों को कर्नल ने फोन पर दिया था, जिसके बाद से ही परिवार में मातम का माहौल है.