गुमलाः शिविल गांव के रोरेत जंगल में गुरुवार को दिन के 2:30 बजे सर्च अभियान के दौरान माओवादियों की ओर से सीआरपीएफ बटालियन को निशाना बनाया गया. उस दौरान आईईडी की चपेट में आकर सीआरपीएफ 218 बटालियन के जवान रॉबिन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए. बाद में एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से घायल को रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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गुमला जिला के चैनपुर में कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के जंगल में गुरुवार को पुलिस और सीआरपीएफ की 218 बटालियन की ओर से सर्च अभियान चलाया गया. इस दौरान माओवादियों की ओर से बिछाई गई आईईडी ब्लास्ट हो गया. इसकी चपेट में आकर कुरुमगढ़ सीआरपीएफ 218 बटालियन के एक जवान रोबिन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए. आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ जवान रोबिन कुमार का दोनों पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया. इसे बेहतर इलाज के लिए हैलीकॉप्टर से रांची के मेडिका हॉस्पिटल भेजा गया है.
माओवादी भागे
इस मौके पर सीआरपीएफ के बटालियन सीईओ ने बताया कि सर्च अभियान के दौरान शिविल गांव के रोरेत जंगल में दिन के 2:30 बजे माओवादियों की ओर से सीआरपीएफ बटालियन को निशाना बनाया गया. इस दौरान आईईडी ब्लास्ट किया गया, जिसमें एक सीआरपीएफ जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. वहीं अन्य जवान सुरक्षित हैं. आईईडी ब्लास्ट के बाद माओवादी वहां से घने जंगल का फायदा उठाते हुए भागने में सफल रहे. वहीं घायल जवान रोबिन कुमार को रोरेत के घने जंगल से वहां के एक स्कूल के पास लाया गया. यहां चैनपुर से पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से प्राथमिक इलाज के बाद रांची से आए हेलीकॉप्टर से रांची मेदांता अस्पताल भेज दिया गया. इधर इस घटना से सिविल गांव और आसपास क्षेत्र के ग्रामीण काफी डरे हुए हैं.
इलाके की घेराबंदी की
इधर उस घटना के बाद अतिरिक्त सुरक्षा बल मंगाकर पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है. उस क्षेत्र में और भी भूमिगत आईईडी प्लांट होने की आशंका है. इसके मद्देनजर सामान्य ग्रामीणों की आवाजाही रोक दी गई है. ज्ञात हो कि यह क्षेत्र नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है. सीआरपीएफ कमांडेंट ने कहा कि घटना के बावजूद हमारे जवानों का मनोबल कम नहीं हुआ है, हम पूरी मुस्तैदी के साथ अपने ऑपरेशन में डटे हैं. बाद में शाम को पुलिस वापस मुख्यालय लौट आई.