ETV Bharat / state

3 दिनों तक चलने वाले पल्स पोलियो अभियान के लिए लक्ष्य निर्धारित, डीसी ने दिए कई निर्देश - गुमला डीसी ने की बैठक

पल्स पोलियो अभियान को लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक गुमला जिला के विकास भवन में की गई. बता दें कि इस बैठक में जिला के उपायुक्त और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल हुए.

Pulse Polio Campaign, Gumla DC Shashi Ranjan, Gumla DC Meeting regarding Pulse Polio, पल्स पोलियो अभियान, गुमला डीसी शशि रंजन, गुमला डीसी ने की बैठक
बैठक करते गुमला डीसी
author img

By

Published : Jan 10, 2020, 9:28 PM IST

गुमला: पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत आगामी 19 जनवरी से होगी. यह अभियान 19, 20 और 21 जनवरी तक चलेगा. जिसको लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक गुमला जिला के विकास भवन में स्थित सभागार में आयोजित की गई.

देखें पूरी खबर

डीसी ने की बैठक
बता दें कि इस बैठक में जिला के उपायुक्त और स्वास्थ विभाग के अधिकारी शामिल हुए. बैठक में तीन दिवसीय पोलियो टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करते हुए 5 वर्ष से कम उम्र के 1 लाख 50 हजार 388 बच्चों को पोलियो टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

ये भी पढ़ें- अपराधियों ने 3 वाहनों में लगाई आग, पाइप बिछाने के काम में लगे थे वाहन

19 जनवरी को टीकाकरण
19 जनवरी को टीकाकरण के लिए 798 पोलियो बूथ चयनित हैं. इसके साथ ही 20 और 21 जनवरी को घर-घर जाकर पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए 1208 टीम का गठन किया है. पोलियो अभियान की सफलता के लिए 21 ट्रांजिट प्वाइंट और 29 चलंत दल का गठन भी किया गया है. वहीं 2528 वैक्सिनेटर और 122 सुपरवाइजर की प्रतिनियुक्ति की गई है. जिलास्तर से सभी बीडीओ, सीओ और सीडीपीओ को अपने-अपने क्षेत्र में जाने और निरीक्षण का निर्देश दिया गया है.

ये भी पढ़ें- साइबर ठगी में धराया नाइजीरिया का नागरिक, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष से की थी 80 लाख की ठगी

डीसी ने दिए कई निर्देश
वहीं, उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए ऐनिमिया प्रभावित महिलाओं का सर्वे करने और जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाने साथ ही जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य़ केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र में भी प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए न्यूनतम संसाधन की व्यवस्था का निर्देश दिया है. डीसी ने बैठक में डुमरी, विशुनपुर, भरनो प्रखंड में संस्थागत प्रसव की उपलब्धी संतोषजनक नहीं होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया.

डुमरी प्रखंड में ममता वाहन उपलब्ध नहीं
बैठक में बताया गया कि डुमरी प्रखंड में ममता वाहन उपलब्ध नहीं रहने के कारण गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों में लाना संभव नहीं हो पाता है. बैठक में यह भी बताया गया कि बसिया और डुमरी प्रखंड में डॉक्टरों की कमी है. इन दोनों प्रखंडस्तरीय अस्पतालों में मात्र तीन-डॉक्टर ही पदस्थापित हैं. एएनएम की संख्या भी स्वीकृत पदों की तुलना में कम है, इससे संस्थागत प्रसव का प्रतिशत कम है.

ये भी पढ़ें- काम देने के बहाने दो लड़कियों को पंजाब ले जाकर बेचा, कराने लगा देह व्यापार

विशुनपुर प्रखंड में संस्थागत प्रसव का लाभ नहीं
विशुनपुर प्रखंड के पाट क्षेत्रों सखुवापानी, जोभीपाट, डोभीपाट, बनारी, बनालात, जोरी में स्थानीय स्तर पर प्रसव की सुविधा उप स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध नहीं है. इन क्षेत्रों की दूरी भी प्रखंड मुख्यालय से बहुत अधिक है, जिस कारण गर्भवती महिलाएं संस्थागत प्रसव का लाभ नहीं ले पाती हैं. बैठक में पाट क्षेत्रों में हिंडाल्को के माध्यम से वहां के अस्पताल में संस्थागत प्रसव के लिए कंपनी प्रबंधन के साथ वार्ता करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही बनारी, बनालात, जोरी के उप स्वास्थ्य केंद्रों को विकसित कर यहां प्रसव की सुविधा बहाल करने का भी निर्देश दिया गया.

गुमला: पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत आगामी 19 जनवरी से होगी. यह अभियान 19, 20 और 21 जनवरी तक चलेगा. जिसको लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक गुमला जिला के विकास भवन में स्थित सभागार में आयोजित की गई.

देखें पूरी खबर

डीसी ने की बैठक
बता दें कि इस बैठक में जिला के उपायुक्त और स्वास्थ विभाग के अधिकारी शामिल हुए. बैठक में तीन दिवसीय पोलियो टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करते हुए 5 वर्ष से कम उम्र के 1 लाख 50 हजार 388 बच्चों को पोलियो टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

ये भी पढ़ें- अपराधियों ने 3 वाहनों में लगाई आग, पाइप बिछाने के काम में लगे थे वाहन

19 जनवरी को टीकाकरण
19 जनवरी को टीकाकरण के लिए 798 पोलियो बूथ चयनित हैं. इसके साथ ही 20 और 21 जनवरी को घर-घर जाकर पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए 1208 टीम का गठन किया है. पोलियो अभियान की सफलता के लिए 21 ट्रांजिट प्वाइंट और 29 चलंत दल का गठन भी किया गया है. वहीं 2528 वैक्सिनेटर और 122 सुपरवाइजर की प्रतिनियुक्ति की गई है. जिलास्तर से सभी बीडीओ, सीओ और सीडीपीओ को अपने-अपने क्षेत्र में जाने और निरीक्षण का निर्देश दिया गया है.

ये भी पढ़ें- साइबर ठगी में धराया नाइजीरिया का नागरिक, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष से की थी 80 लाख की ठगी

डीसी ने दिए कई निर्देश
वहीं, उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए ऐनिमिया प्रभावित महिलाओं का सर्वे करने और जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाने साथ ही जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य़ केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र में भी प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए न्यूनतम संसाधन की व्यवस्था का निर्देश दिया है. डीसी ने बैठक में डुमरी, विशुनपुर, भरनो प्रखंड में संस्थागत प्रसव की उपलब्धी संतोषजनक नहीं होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया.

डुमरी प्रखंड में ममता वाहन उपलब्ध नहीं
बैठक में बताया गया कि डुमरी प्रखंड में ममता वाहन उपलब्ध नहीं रहने के कारण गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों में लाना संभव नहीं हो पाता है. बैठक में यह भी बताया गया कि बसिया और डुमरी प्रखंड में डॉक्टरों की कमी है. इन दोनों प्रखंडस्तरीय अस्पतालों में मात्र तीन-डॉक्टर ही पदस्थापित हैं. एएनएम की संख्या भी स्वीकृत पदों की तुलना में कम है, इससे संस्थागत प्रसव का प्रतिशत कम है.

ये भी पढ़ें- काम देने के बहाने दो लड़कियों को पंजाब ले जाकर बेचा, कराने लगा देह व्यापार

विशुनपुर प्रखंड में संस्थागत प्रसव का लाभ नहीं
विशुनपुर प्रखंड के पाट क्षेत्रों सखुवापानी, जोभीपाट, डोभीपाट, बनारी, बनालात, जोरी में स्थानीय स्तर पर प्रसव की सुविधा उप स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध नहीं है. इन क्षेत्रों की दूरी भी प्रखंड मुख्यालय से बहुत अधिक है, जिस कारण गर्भवती महिलाएं संस्थागत प्रसव का लाभ नहीं ले पाती हैं. बैठक में पाट क्षेत्रों में हिंडाल्को के माध्यम से वहां के अस्पताल में संस्थागत प्रसव के लिए कंपनी प्रबंधन के साथ वार्ता करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही बनारी, बनालात, जोरी के उप स्वास्थ्य केंद्रों को विकसित कर यहां प्रसव की सुविधा बहाल करने का भी निर्देश दिया गया.

Intro:गुमला : पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत आगामी 19 जनवरी से होगी । यह अभियान 19,20 और 21 जनवरी तक चलेगी। जिसको लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक गुमला जिला के विकास भवन में स्थित सभागार में आयोजित की गई । इस बैठक में जिला के उपायुक्त एवं स्वास्थ विभाग के अधिकारी शामिल हुए । बैठक में तीन दिवसीय पोलियो टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करते हुए 5 वर्ष से कम आयु के 1 लाख 50 हजार 388 बच्चों को पोलियो टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ।

Body:19 जनवरी को टीकाकरण के लिए 798 पोलियो बूथ चयनित हैं। इसके साथ ही 20 एवं 21 जनवरी को घर-घर जाकर पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए 1208 टीम का गठन किया है। पोलियो अभियान की सफलता के लिए 21 ट्रांजिट प्वाइंट तथा 29 चलंत दल का गठन भी किया गया है। 2528 वैक्सिनेटर तथा 122 सुपरवाइजर की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिला स्तर से सभी बीडीओ, सीओ एवं सीडीपीओ को अपने-अपने क्षेत्र में परिभ्रमण एवं निरीक्षण का निर्देश दिया गया है।

उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए ऐनिमिया प्रभावित महिलाओं का सर्वे करने तथा जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाने एवं जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य़ केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र में भी प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए न्यूनतम संसाधन की व्सवस्था का निर्देश दिया। बैठक में डुमरी, बिशुनपुर, भरनो प्रखंडों में संस्थागत प्रसव की उपलब्धी संतोषजनक नहीं होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया।

बैठक में बताया गया कि डुमरी प्रखंड में ममता वाहन उपलब्ध नहीं रहने के कारण गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों में लाना संभव नहीं हो पाता है। बैठक में यह भी बताया गया कि बसिया तथा डुमरी प्रखंड में चिकित्सकों की कमी है। इन दोनों प्रखंडस्तरीय अस्पतालों में मात्र तीन-तीन चिकित्सक पदस्थापित हैं। एएनएम की संख्या भी स्वीकृत पदों की तुलना में कम है। इससे संस्थागत प्रसव का प्रतिशत कम है।

Conclusion:
बिशुनपुर प्रखंड के पाट क्षेत्रों सखुवापानी, जोभीपाट, डोभीपाट, बनारी, बनालात, जोरी में स्थानीय स्तर पर प्रसव की सुविधा उप स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध नहीं है। इन क्षेत्रों की दूरी भी प्रखंड मुख्यालय से बहुत अधिक है। जिस कारण गर्भवती महिलाएं संस्थागत प्रसव का लाभ नहीं ले पाती हैं। बैठक में पाट क्षेत्रों में हिन्डाल्को के माध्यम से वहां के अस्पताल में संस्थागत प्रसव के लिए कम्पनी प्रबंधन के साथ वार्ता करने का निर्देश दिया गया। साथ ही बनारी, बनालात, जोरी के उप स्वास्थ्य केंद्रों को विकसित कर यहां प्रसव की सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया गया।

समीक्षा के क्रम में परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत पुरूष नसबंदी, महिला बंध्याकरण, कॉपर ट्यूब आदि कार्यों के दौरान उपयोग होने वाले उपकरणों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जैविक कचरों का निदान के लिए उचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने जिलांतर्गत सदर अस्पताल एवं अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में आधुनिक चिकित्सा तकनीक के इस्तेमाल पर जोर देते हुए लाभुकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलबध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला स्वास्थ्य प्रबंधक (डीपीएम) को विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं जिले में रिक्त चिकित्सा पदाधिकारी तथा एएनएम के पदों में नियुक्ति के लिए विज्ञापन का प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया।
जिले के उपायुक्त ने बताया कि पल्स पोलियो कि अभियान की शुरुआत 19 जनवरी से होगी जो 19 20 21 तक चलेगी इस संबंध में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की गई खासकर जिले के दूरस्थ इलाकों में घर-घर तक जाना होता है उसमें सुधार करेंगे ।इसके लिए एक जिला स्तरीय कमेटी बनाई गई है जो 3 दिन तक वहां जाकर देखेंगे ।साथ ही मास मोबिलाइजेशन का काम है वह भी प्रारंभ हो गया है । इसमें आंगनवाड़ी सेंटर पंचायत प्रतिनिधि की मुख्य भूमिका रहेगी ,शहरी क्षेत्र में एनसीसी और स्काउट गाइड के कैडेट्स का इस बार अभियान में सम्मिलित किया गया है .

बाईट : शशि रंजन ( उपायुक्त गुमला)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.