गुमला: नगर परिषद क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों में ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार चरम पर है. शहर के महावीर चौक से बस पड़ाव तक जाने वाली सड़क जिसे तकरीबन 22 लाख रुपए की लागत से कालीकरण का कार्य कराया जा रहा है. लेकिन यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि महज एक सप्ताह पूर्व किया गया कालीकरण जगह-जगह उखड़ने लगा है. जिससे एक बात तो स्पष्ट हो जाती है कि गुमला नगर परिषद क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों में जमकर धांधली बरती जा रही है.
स्थानीय लोगों में नाराजगी
सड़क निर्माण कार्य में बरती जा रही धांधली के संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि काफी आंदोलन के बाद नगर परिषद प्रबंधन इस सड़क की मरम्मत करा रही है. लेकिन जिस तरह से सड़क की मरम्मती में धांधली बरती जा रही है उससे एक बात तो स्पष्ट है कि विभाग के अधिकारी और ठेकेदार जमकर भ्रष्टाचार की नदी में गोता लगा रहे हैं.
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चोरी नहीं, डकैती है ये
स्थानीय युवकों का कहना है कि इससे बेहतर काम ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाता है. जहां न कोई अधिकारी जाते हैं और न ही कोई नेता. जिला मुख्यालय होने के कारण यहां तमाम बड़े अधिकारियों का कार्यालय है. इसके बावजूद जिस तरह से नगर परिषद कराए जा रहे कार्य में अनियमितता बरती जा रही है, उससे यह बात साबित होती है कि यहां चोरी नहीं बल्कि डकैती की जा रही है.
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अनियमितता पर होगी कार्रवाई
वहीं, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत के माध्यम से जानकारी मिली है कि सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रहे है. तत्काल नगर परिषद के अन्य अधिकारियों के साथ वे खुद वहां जाकर जांच करेंगे. और इसमें चाहे कितनी भी बड़ी हस्ती क्यों न हो उस पर कार्रवाई जरूर की जाएगी. जरूरत पड़ी तो कराए गए सड़क के कालीकरण को उखाड़ कर नए सिरे से मजबूती के साथ काम कराया जाएगा.