गुमला: जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के चुंदरी नवाटोली गांव के मोड़ के समीप 25 अक्टूबर की रात भाई-बहन की हत्या कर दी गई थी. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी फरार हो गए थे. दोनों भाई बहन लोहरदगा से अपने पैतृक गांव घाघरा प्रखंड क्षेत्र के कोटामाटी गांव में दशहरा मनाने के लिए आए थे.
त्योहार मनाकर वे दोनों अपने घर लौट रहे थे. इसी बीच रास्ते में इन दोनों भाई-बहन का अपहरण कर लिया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगी थी. कई सामाजिक संगठन और मृतक के परिवार वालों ने अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर लगातार पुलिस पर दबाव बनाए हुए थे. इसी के मद्देनजर शनिवार को सूबे के डीजीपी एमवी राव घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की तफ्तीश की.
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घंटों लोगों से पूछताछ करने के बाद डीजीपी गुमला परिसदन भवन पहुंचे और अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद डीजीपी ने बताया कि घाघरा में हुए भाई-बहन की हत्या एक जघन्य अपराध है. यही वजह है कि वो खुद यहां इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि इस घटना को अपराधियों ने ड्रग्स के नशे में अंजाम दिया है. डीजीपी ने कहा की हत्याकांड में शामिल अपराधी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगी और उन्हें सजा दिलाने के लिए पुलिस स्पेशल कोर्ट में मामले को ले जाएगी.