गोड्डा: जिले में साइबर अपराध का ग्राफ बढ़ा हुआ है. पिछले 2 माह में पुलिस ने साइबर अपराधियों पर शिकंजा भी कसा है. इसी क्रम में गुरुवार को पुलिस ने पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र से मानवाधिकार सचिव का बोर्ड लगे गाड़ी के साथ 2 साइबर अपराधियों का गिरफ्तार किया है.
गोड्डा पुलिस ने पिछले 2 माह से साइबर अपराध पर शिकंजा कसा है. इसको लेकर समय-समय पर अभियान भी चला कर अपराधियों को पकड़ने का काम पुलिस ने किया है. इसी क्रम में पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र से 2 साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. इनके पास से पुलिस ने 6 मोबाइल और 10 अलग-अलग बैंकों के एटीएम के साथ कार को बरामद किया है. जिसपर मानवाधिकार संगठन ऑफ इंडिया का बोर्ड लगा है. पोड़ैयाहाट थाना को गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी की. जिसमें कुछ लोग आपस में बात कर रहे थे, लेकिन पुलिस को देखते ही वे लोग भागने लगें. फिर पुलिस 2 युवक को मौके से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार युवकों में एक अंकित कापरी मोहनपुर, देवघर का और कैलाश मंडल सरैयाहाट दुमका का रहने वाला है.
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एसपी शैलेंद्र वर्णवाल ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में आए दोनों अपराधियों का बड़ा नेटवर्क है. जिसकी पुलिस की तकनीकी शाखा गहराई से जांच कर रही है, जिसमें और भी खुलासा होने की संभावना है. दोनों ने पिछले चार पांच वर्षो से बैंक अधिकारी बनकर नये नये तरीकों से लोगों को ठगते आए हैं. पिछले दो माह में साइबर क्राइम में दोनों ने करीब 71 लोगों से 26 लाख रुपए उड़ाए हैं. इस तरह से ये लोग अब तक करोड़ों की निकासी कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस की तकनीकी शाखा की जांच में अबतक 51 खाताधारियों के नाम सामने आए हैं. जिसके खाते से आरोपितों ने ठगी की है. मोबाइल फोन के माध्यम से लोगों से एसएमएस, लिंक भेजकर और एटीएम का क्लोन बनाकर मोबाइल एप की सहायता से फर्जी तरीके से पैसे की निकासी करते थे. पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि दोनों आरोपितों ने 2 महीने में 4500 कॉल किए हैं. जो सीडीआर को खंगालने के बाद सामने आया है. जिन लोगों के खाते से राशि निकाली गई है उनमें ओडिशा, महाराष्ट्र, पंजाब, जैसे राज्यों के लोग हैं.