गोड्डा: जिले के कोल्हुआ गांव में भाजपा विधायक अमित मंडल ने सड़क का शिलान्यास किया. इस दौरान ग्रामीणों ने उनका जमकर स्वागत किया और अमित मंडल के जय के नारे भी लगे. लेकिन जैसे ही वे गांव से लौटे कुछ लोगों ने शिलापट्ट को तोड़ कर फेंक दिया.
दरअसल, कोल्हुआ गांव आदिवासी बहुल गांव है. विधायक अमित मंडल ने कहा कि उन्हें गाठ चुनाव में महज 44 वोट मिले थे. इसके बावजूद उन्होंने उस गांव की वर्षो पुरानी मांग सड़क बनाने की स्वीकृति के साथ शिलान्यास कर दिया. जिसकी लागत 1 करोड़ 40 लाख है. उन्होंने सीधे-सीधे शिलापट्ट तोड़ने के लिए कथित जेएमएम कार्यकर्ता का नाम लिया है. साथ ही कहा कि विकास के नाम पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
वहीं, अमित मंडल ने कहा कि गांव में लोगों ने पिछले दो चुनाव 2009 और 2014 में सड़क नहीं होने पर वोट बहिष्कार की घोषणा की थी. आखिर सड़क शिलान्यास पर खुशी जताने के बाद किसने शिलापट्ट तोड़ दी. वहीं कार्यक्रम के दौरान लोगों को अपने दादा पूर्व विधायक व दादा सुमरित मंडल की याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें जेएमएम से आप ही गांव वालों ने जिताया. जिसके बाद उनके पिता और फिर अमित मंडल खुद एमएलए बने. हालांकि दोनों पिता पुत्र ने बीजेपी को टिकट पर चुनावी जीत दर्ज किए हैं.