गोड्डा: झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 की सरगर्मी हर ओर फैल चुकी है. 20 दिसंबर को अंतिम चरण में होने वाले मतदान को शांतिपूर्ण कराने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. नए मतदाताओं में चुनाव को लेकर उत्साह दिख रहा है. वहीं, चुनाव में मतदान की अहमियत को लेकर लोग जागरुक भी नजर आ रहे हैं.
चुनाव में मतदान क्यों जरूरी है? इस सवाल को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने समाज के अलग-अलग वर्गों के लोगों से सवाल किए. इस मुद्दे पर वकील, व्यवसायी और शिक्षकों ने अपनी अलग-अलग राय दी है. किसी ने कहा कि यह एक अवसर है, जब हम अपने समाज, राज्य और देश के बेहतर कल के लिए एक अच्छा जनप्रतिनिधि चुनते हैं.
आखिर मतदान क्यों जरूरी है? इसको लेकर सबकी अपनी अपनी निजी राय है. इस सवाल पर कानून के जानकार अधिवक्ताओं से बात की गई तो, उन्होंने कहा कि वोट एक ऐसा हथियार है जिसका इस्तेमाल किसी पर आघात करने के लिए नहीं बल्कि, समाज की बेहतरी के लिए किया जाता है. इसलिए सभी योग्य लोगों को एक अच्छे भविष्य के लिए काफी सोच-विचारकर अपना मतदान देना चाहिए.
मतदान कर झारखंडी होने का दायित्व निभाएं
ईटीवी भारत आम जनता से अपील करता है कि वे मतदान के दिन अधिक से अधिक संख्या में वोटिंग करें और एक स्वस्थ लोकतंत्र की स्थापना करें. इस मौके पर अधिवक्ता सर्वजीत झा ने कहा कि झारखंड के इस महापर्व में सभी योग्य झारखंडी का दायित्व है कि वो अपनी राय वोट के माध्यम से देकर अपने प्रतिनिधि का चयन करें और झारखंड के विकास में अपना योगदान करें. वहीं, अधिवक्ता रवि शंकर झा ने कहा कि यह एक ऐसा मौका होता है, जब हम मतदान करके अगले 5 सालों के लिए एक प्रतिनिधि का चयन करते हैं, जो हमारे सुख-दुख का साथी बनकर हमारा ख्याल रखता है.
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मतदान करना हमारा मौलिक अधिकार
मतदान की अहमियत को लेकर खेल प्रशिक्षक सुरजीत झा ने बताया कि मतदान एक ऐसा हथियार है, जिसका इस्तेमाल बहुत ही सोच-समझ कर करना चाहिए. मतदान का प्रयोग करके ही लोग अपने कल की बेहतरी के लिए सोच सकते हैं. वहीं, चैंबर ऑफ कॉमर्स की उपाध्यक्ष प्रीतम गाड़िया ने कहा कि अपने मताधिकार का प्रयोग काफी सोच-समझकर करना चाहिए, क्योंकि ये 5 सालों में एक ही बार आता है और अगर हम इसका सही इस्तेमाल नहीं करेंगे तो लंबे समय के लिए विकास से वंचित हो सकते हैं. हम एक लोकतांत्रिक देश के स्वतंत्र नागरिक हैं. लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत जितने अधिकार नागरिकों को मिलते हैं, उनमें सबसे बड़ा अधिकार है वोट देने का अधिकार. इस अधिकार को पाकर हम मतदाता कहलाते हैं.