गोड्डा: जिले में एसपी वाईएस रमेश ने नेशनल पुलिस अकादमी हैदराबाद में प्रशिक्षु आईपीएस को घंटे भर ऑनलाइन क्लास दी. इस दौरान उन्होंने बताया कि दुमका के रामगढ़ थाने में हुए नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्याकांड का उद्भेदन कैसे किया गया था. उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्होंने महज 25 दिनों में मृत्युदंड की सजा दिलाई थी. गोड्डा पुलिस कप्तान वाई एस रमेश ने नेशनल पुलिस अकादमी, हैदराबाद के प्रशिक्षु आईपीएस के साथ एक घंटे की ऑनलाइन क्लास में अपने अनुभव को साझा किया.
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इसमें दुमका जिले के रामगढ़ थाना में हुए नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी, इस घटना का त्वरित उद्भेदन कैसे किया. उसकी प्रक्रिया आदि के अनुभव को बांटा. ऑनलाइन क्लास के दौरान उन्होंने बताया कि किस तरह सभी तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी से लेकर मृत्युदंड को सजा तक की पूरी प्रक्रिया महज 25 दिनों के अंदर पूरी की गई थी. इस घटना को अंकित करने से लेकर दंड तक की प्रक्रिया को ऑनलाइन प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया. गोड्डा एसपी वाईएस रमेश ने प्रशिक्षु आईपीएस को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी कांड के त्वरित उद्भेदन में ईमानदारी, टीमवर्क के साथ सही सुपरविजन जरूरी है. बता दें कि गोड्डा में योगदान से पूर्व वाई एस रमेश दुमका में एसपी के रूप में पदस्थापित थे. इस घटना के त्वरित निष्पादन के लिए उस वक्त उनकी काफी सराहना हुई थी.