गिरिडीह: चैत्र माह आते ही महुआ का फल गिरना शुरू हो जाता है. इस फल को चुनने के लिए लोग जंगल में आग भी लगा देते हैं. इस आग के कारण पेड़ पौधों के अलावा वन्य जीव को काफी नुकसान होता है. लोग जंगल में आग नहीं लगाएं इसे लेकर वन विभाग जागरुकता अभियान चला रहा है. गिरिडीह वन प्रक्षेत्र पूर्वी वन प्रमंडल द्वारा इसी तरह का कार्यक्रम कल्याणडीह में आयोजित किया गया. यहां कार्यक्रम का उदघाटन गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद, पूर्वी वन प्रमंडल के डीएफओ प्रवेश अग्रवाल, पश्चिमी के डीएफओ अंकित सिंह ने किया.
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जंगल से सटे हर गांव में चले जागरूकता: इस दौरान विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि महुआ चुनने या मानव की लापरवाही से जंगल में आग लगना किसी विभीषिका से कम नहीं है. हम सभी जानते हैं कि आग से जंगल के साथ साथ पर्यावरण को नुकसान होता है और इसका सीधा असर हम मनुष्यों पर भी पड़ता है. इसके बाद भी लोग लापरवाह हैं. ऐसे में इस तरह का कार्यक्रम हर उस गांव में होना चाहिए जो जंगल से सटा हो. उन्होंने कहा कि जंगल के प्रवेश पर कोई गांव है तो वहां पर अवश्य ही जागरूकता अभियान चलाना चाहिए. यहां पर विधायक ने पारसनाथ के जंगल में लगनेवाली आग पर भी प्रकाश डाला. इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया किस तरह पारसनाथ के युवा इस आग पर काबू पाने के लिए संघर्ष करते हैं. विधायक डॉ सरफराज अहमद ने भी लोगों को सम्बोधित किया और लोगों से जंगल में आग नहीं लगाने के साथ साथ जागरूकता फैलाने की अपील की.
बच्चियों ने प्रस्तुत किया नाटक: इस दौरान स्कूली बच्चियों ने नाटक का मंचन किया. नाटक के माध्यम से यह बताया कि आग लगने के क्या क्या नुकसान है. बच्चों की इस प्रस्तुति की तारीफ अतिथियों ने भी की. इस दौरान यहां पर वन संरक्षक प्रादेशिक अंचल गिरिडीह आरएन मिश्रा, रेंजर एसके रवि समेत कई अधिकारी भी मौजूद रहे.