गिरिडीहः जिले में कभी आलू की खेती बंपर मात्रा में हुआ करती थी, लेकिन इस बार यहां के किसानों को भारी नुकसान का सामना कर पड़ रहा है. दरअसल, किसानों ने जो आलू की फसल लगाई थी, वो प्राकृतिक कहर के कारण पूरी तरह बर्बाद हो गई है. इससे किसानों की माली हालत खराब हो गई है, एक तो उनकी पूंजी चली गई दूसरी कोई आमदनी भी नहीं हुई. ऐसी हालत को देखते हुए किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
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सरकार दे उचित मुआवजा
गिरिडीह के किसान आलू की इतनी खेती किया करते थे कि दूसरे राज्यों तक यहां के आलू की बिक्री हुआ करती थी, लेकिन इस बार दूसरे राज्यों को वे आलू क्या बेचेंगे खुद अपने खाने के लिए ही उनके पास आलू नहीं है. दरअसल, किसानों ने हर बार की तरह इस बार भी सैकड़ों एकड़ में आलू की फसलें तो लगाई लेकिन आलू की फसल तैयार होने के पहले ही ये पौधे मुरझा गए. इससे किसानों की पूंजी भी वापस आने की उम्मीद नहीं है. खेतों में आलू की पैदावर इतनी भी नहीं हुई कि वे खुद सालों भर आलू खा पाए. इससे किसानों में मायूसी छाई हुई है. अपनी हालत को देखते हुए ही किसान चाहते हैं कि सरकार उन्हें उनकी फसल का उचित मुआवजा दे.