गिरिडीहः मुंद्रा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत सिमरियाधौड़ा के मो. सद्दाम की मौत के बाद सड़क जाम के दौरान पुलिस-प्रशासन पर हुए जानलेवा हमले और पथराव मामले में मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. प्राथमिकी कार्यपालक दण्डाधिकारी गिरिडीह धीरेंद्र कुमार के शिकायत पर दर्ज की गई है. प्राथमिकी में दो माले नेताओं समेत 26 को नामजद और 500 अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है. वहीं घटनास्थल से पत्थरबाज आरोपियों की आधा दर्जन बाइक भी जब्त कई गई है. इस मामले में पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है. प्राथमिकी में अभियुक्तों पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों पर सुनयोजित ढंग से पथराव करने एवं पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला करने, सड़क अवरुद्ध कर आवागमन को बाधित करने एवं सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया गया है.
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ये बनाए गए नामजद अभियुक्त
प्राथमिकी के नामजद अभियुक्तों में भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा और राजेश यादव के अलावा ननकू, तूफानी, गुड्डू गाड़ीक का बेटा, शमशेर उर्फ शुड्डी, मो. हालम, गुड्डू, लाडली, साजिद, गुड्डू मास्टर, नट्टु, इम्तियाज, राजन, मजिद, मो. सिकन्दर अंसारी, मो. मिराज अंसारी, मो. अरमान अंसारी, मो. मुन्ना अंसारी, मो. मोबिन अख्तर, मो. सन्नी अंसारी, मो. शमीम अंसारी उर्फ बिटटु, मो. सहबाज अंसारी, मो. सरफराज अंसारी, मो. गुलाबोदीन अंसारी उर्फ बड़का एवं सरफुद्दीन अंसारी उर्फ सबीर अंसारी शामिल हैं. इसके अलावा मौके से बरामद बाइक मालिकों को भी अभियुक्त बनाया गया है.
इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस बल द्वारा पथराव के दौरान खदेड़ कर पत्थरबाजी कर रहे 13 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था. पत्थरबाजी करते गिरफ्तार किए गए लोगों में मो. सिकन्दर अंसारी, मो. मिराज अंसारी, मो. अरमान अंसारी, मो. मुन्ना अंसारी, मो. मोबिन अख्तर, मो. सन्नी अंसारी, मो. शमीम अंसारी उर्फ बिटटु, मो. सहबाज अंसारी, मो. सरफराज अंसारी, मो. गुलाबोदीन अंसारी उर्फ बड़का एवं सरफुद्दीन अंसारी उर्फ सबीर अंसारी के नाम बताए गए हैं. इसके अलावा दो अन्य की भी गिरफ्तारी हुई है.
ये पुलिस जवान हुए घायल
प्राथमिकी में कहा गया है कि सुनयोजित ढंग से भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा एवं राजेश यादव के नेतृत्व में सभी नामजद अभियुक्तों ने 500 अज्ञात व्यक्तियों की भीड़ को उग्र कर प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारी तथा पुलिस बल पर पथराव करा दिया. पथराव के कारण एसडीओ सदर विशालदीप खलखो, बीडीओ गिरिडीह दिलीप कुमार महतो, कार्यपालक दण्डाधिकारी धीरेंद्र कुमार, एसडीपीओ सदर अनिल कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम, यातायात थाना प्रभारी प्रेम रंजन उरांव, नगर थाना प्रभारी रामनारायण चैधरी आदि को जान बचाकर हटना पड़ा. इस दौरान पथराव में जवान दिनेश रविदास, सुन्दर तम्बा मुण्डा, अरशद, अमरजीत कुमार पासवान, महेंद्र उरांव, सुबल चन्द्र दास, रामरूप करमाली एवं अरविन्द कुमार समेत कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए.
विधायक की पहल पर मजदूर के परिजनों को मिला मुआवजा
इधर पुलिस की इस कार्रवाई का कई लोगों ने विरोध किया है. कइयों ने खुद को निर्दोष बताया है. इन सब के बीच सोमवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा व कांग्रेस नेता सतीश केडिया पहुंचे. उन्होंने मृतक सद्दाम के गांव में लोगों से बात भी की. सतीश केडिया ने असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई और निर्दोषों को दोषमुक्त करने की मांग की. इस बीच सदर विधायक सुदिव्य कुमार की पहल पर मुद्रा राइस मिल प्रबंधन व मृतक सद्दाम के परिजनों के बीच वार्ता हुई. वार्ता में मृतक के परिजनों को 11 लाख का मुआवजा देने पर सहमति बनी. वहीं अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार अलग से दिया गया.
विधायक ने कहा कि सद्दाम की मौत के बाद मुआवजा की बात चल ही रही थी तभी कुछ शरारती तत्वों ने मामले को दूसरा रूप देने का प्रयास किया जो निंदनीय है. उन्होंने कहा कि आज मृतक के परिजन व सिमरियाधौड़ा के गणमान्य लोगों के साथ राइस मिल प्रबंधन संग वार्ता हुई और एक समझौतानामा बना जिसके तहत 11 लाख चेक के माध्यम से तो 25 हजार नगद दिया गया. उन्होंने मांग की कि कल रात की घटना की छानबीन हो और जो दोषी हैं उनपर ही कार्रवाई की जाए.