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विधानसभा चुनाव 2019: गिरिडीह से भाजपा विधायक निर्भय कुमार शाहबादी का रिपोर्ट कार्ड

गिरिडीह विधानसभा सीट का लगातार दो बार प्रतिनिधित्व कर चुके विधायक निर्भय कुमार शाहबादी क्षेत्र में किए विकास काम का दंभ भर रहे हैं. वे कहते हैं कि जनता ने उनका काम देखा है और क्षेत्र का समुचित विकास किया गया है. जबकि झामुमो नेता विधायक के दावे को हवा-हवाई बता रहे हैं.

निर्भय कुमार शाहबादी
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Published : Sep 14, 2019, 7:05 AM IST

Updated : Sep 14, 2019, 2:33 PM IST

गिरिडीहः जिले के छह विधानसभा सीटों में से एक गिरिडीह विधानसभा सीट पर पिछली दफा झाविमो को छोड़कर भाजपा ज्वाइन करने वाले निर्भय कुमार शाहबादी ने जीत दर्ज की थी. इस सीट पर निर्भय लगातार दूसरी बार विधायक बने. इस बार विधायक निर्भय पूरी तरह से बेफिक्र दिख रहे हैं. उनका दावा है कि पार्टी के साथ जनता भी उनपर विश्वास करेगी.

देखें पूरी खबर


कोयला का अकूत भंडार और लौह उद्योग में आगे

गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र कोयला के अकूत भंडारण के अलावा लौह उद्योग और जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन (सम्मेद शिखरजी) के तौर पर भी प्रसिद्ध है. इस क्षेत्र में पारसनाथ पर्वत है, जिसपर जैन समाज के लोगों के साथ-साथ आदिवासी समुदाय का भी अटूट आस्था है. उग्रवादियों के गढ़ के तौर पर बदनाम इस क्षेत्र की राजनीतिक फिजां भी काफी गर्म रहती है.

यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: कांके सीट से भाजपा विधायक जीतू चरण राम का रिपोर्ट कार्ड

झामुमो से रहता है भाजपा का मुकाबला

गिरिडीह विधानसभा सीट पर भाजपा और झामुमो का दबादबा रहा है. 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले झाविमो पार्टी से इस सीट पर विधायक रहे निर्भय कुमार शाहबादी ने भाजपा का दामन थामा था. उस चुनाव में भाजपा ने निर्भय पर विश्वास जताया और निर्भय कुमार शाहबादी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी झामुमो के सुदिव्य कुमार सोनू को 9933 मतों से शिक्स्त दी थी.

2014 के चुनाव में झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने भी अपनी किस्मत अजमायी थी लेकिन इस सीट पर वह तीसरे स्थान पर रहे. 2014 के चुनाव में निर्भय को 57450, झामुमो के सुदिव्य को 47517, झाविमो के बाबूलाल मरांडी को 26665 और कांग्रेस की उम्मीदवार रूमा सिंह को 2998 मत मिला था.

यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: देवघर सीट से भाजपा विधायक नारायण दास का रिपोर्ट कार्ड

व्यवसायी परिवार से हैं निर्भय

व्यवसायी परिवार से संबंध रखने वाले विधायक निर्भय का कहना है कि उन्होंने लगातार जनता की सेवा की है. पानी, बिजली, सड़क, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिये काम किया है. उग्रवाद प्रभावित पीरटांड़ के सर्वांगिण विकास के लिये काम किया. विधायक जी का कहना है कि उन्होंने पांच सालों के अंदर तीन पुल देने का काम किया, जिससे पीरटांड़ से जिला मुख्यालय की दूरी आधी से भी कम हो गयी. चैकडैम और सड़कों को बनाया.

शहरी क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया है. शिक्षा पर काफी काम किया गया एक नर्सिंग कॉलेज, नये डिग्री कॉलेज, एकल्वय विद्यालय का निर्माण करवाया जा रहा है. उनका कहना है कि उन्होंने विकास किया है और विकास के नाम पर जनता साथ देगी. उन्होंने बताया कि वह प्रत्येक दिन जनता की समस्या से रूबरू होते हैं और हर दिन लोगों से मिलते हैं जो भी काम जनता देती है उसे वह पूरा करने का प्रयास करते हैं.

विधायक से पूरी बातचीत


विकास को तरसती रही जनता: झामुमो

इधर, विपक्ष भाजपा विधायक के विकास के दावे को खोखला बता रही है. झामुमो केंद्रीय महासचिव सुदिव्य कुमार सोनू का कहना है कि विधायक निर्भय कुमार शाहबादी ने दो टर्म गिरिडीह की जनता का प्रतिनिधित्व किया. रिपोर्ट कार्ड दोनों टर्मों का बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि बुनियादी समस्या के समाधान का सवाल है तो पूरा विधानसभा क्या, सिर्फ शहरी क्षेत्र में एक भी सड़क का नाम विधायकजी बता दे जिसपर गढ्ढे नहीं हो.

उन्होंने कहा कि एक भी सड़क बगैर गढ्ढे का दिखा दे तो वे राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि विधायक निर्भय पीरटांड की विकास की बात करते हैं लेकिन यहां भी सच्चाई कुछ और ही है. यहां पर विधायक साल में दो बार जाते हैं और आकर बखान करते हैं कि पीरटांड़ का विकास किया. बिजली की समस्या विद्यमान रही लेकिन विधायक कुछ भी नहीं बोले. पानी की इसी तरह की समस्या पर उनका मुंह तक नहीं खुला. सोनू ने कहा कि सिर्फ कोटे की राशि से हुए काम को ही विकास कहा जाता है तो यह अलग बात है.

गिरिडीहः जिले के छह विधानसभा सीटों में से एक गिरिडीह विधानसभा सीट पर पिछली दफा झाविमो को छोड़कर भाजपा ज्वाइन करने वाले निर्भय कुमार शाहबादी ने जीत दर्ज की थी. इस सीट पर निर्भय लगातार दूसरी बार विधायक बने. इस बार विधायक निर्भय पूरी तरह से बेफिक्र दिख रहे हैं. उनका दावा है कि पार्टी के साथ जनता भी उनपर विश्वास करेगी.

देखें पूरी खबर


कोयला का अकूत भंडार और लौह उद्योग में आगे

गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र कोयला के अकूत भंडारण के अलावा लौह उद्योग और जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन (सम्मेद शिखरजी) के तौर पर भी प्रसिद्ध है. इस क्षेत्र में पारसनाथ पर्वत है, जिसपर जैन समाज के लोगों के साथ-साथ आदिवासी समुदाय का भी अटूट आस्था है. उग्रवादियों के गढ़ के तौर पर बदनाम इस क्षेत्र की राजनीतिक फिजां भी काफी गर्म रहती है.

यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: कांके सीट से भाजपा विधायक जीतू चरण राम का रिपोर्ट कार्ड

झामुमो से रहता है भाजपा का मुकाबला

गिरिडीह विधानसभा सीट पर भाजपा और झामुमो का दबादबा रहा है. 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले झाविमो पार्टी से इस सीट पर विधायक रहे निर्भय कुमार शाहबादी ने भाजपा का दामन थामा था. उस चुनाव में भाजपा ने निर्भय पर विश्वास जताया और निर्भय कुमार शाहबादी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी झामुमो के सुदिव्य कुमार सोनू को 9933 मतों से शिक्स्त दी थी.

2014 के चुनाव में झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने भी अपनी किस्मत अजमायी थी लेकिन इस सीट पर वह तीसरे स्थान पर रहे. 2014 के चुनाव में निर्भय को 57450, झामुमो के सुदिव्य को 47517, झाविमो के बाबूलाल मरांडी को 26665 और कांग्रेस की उम्मीदवार रूमा सिंह को 2998 मत मिला था.

यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: देवघर सीट से भाजपा विधायक नारायण दास का रिपोर्ट कार्ड

व्यवसायी परिवार से हैं निर्भय

व्यवसायी परिवार से संबंध रखने वाले विधायक निर्भय का कहना है कि उन्होंने लगातार जनता की सेवा की है. पानी, बिजली, सड़क, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिये काम किया है. उग्रवाद प्रभावित पीरटांड़ के सर्वांगिण विकास के लिये काम किया. विधायक जी का कहना है कि उन्होंने पांच सालों के अंदर तीन पुल देने का काम किया, जिससे पीरटांड़ से जिला मुख्यालय की दूरी आधी से भी कम हो गयी. चैकडैम और सड़कों को बनाया.

शहरी क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया है. शिक्षा पर काफी काम किया गया एक नर्सिंग कॉलेज, नये डिग्री कॉलेज, एकल्वय विद्यालय का निर्माण करवाया जा रहा है. उनका कहना है कि उन्होंने विकास किया है और विकास के नाम पर जनता साथ देगी. उन्होंने बताया कि वह प्रत्येक दिन जनता की समस्या से रूबरू होते हैं और हर दिन लोगों से मिलते हैं जो भी काम जनता देती है उसे वह पूरा करने का प्रयास करते हैं.

विधायक से पूरी बातचीत


विकास को तरसती रही जनता: झामुमो

इधर, विपक्ष भाजपा विधायक के विकास के दावे को खोखला बता रही है. झामुमो केंद्रीय महासचिव सुदिव्य कुमार सोनू का कहना है कि विधायक निर्भय कुमार शाहबादी ने दो टर्म गिरिडीह की जनता का प्रतिनिधित्व किया. रिपोर्ट कार्ड दोनों टर्मों का बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि बुनियादी समस्या के समाधान का सवाल है तो पूरा विधानसभा क्या, सिर्फ शहरी क्षेत्र में एक भी सड़क का नाम विधायकजी बता दे जिसपर गढ्ढे नहीं हो.

उन्होंने कहा कि एक भी सड़क बगैर गढ्ढे का दिखा दे तो वे राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि विधायक निर्भय पीरटांड की विकास की बात करते हैं लेकिन यहां भी सच्चाई कुछ और ही है. यहां पर विधायक साल में दो बार जाते हैं और आकर बखान करते हैं कि पीरटांड़ का विकास किया. बिजली की समस्या विद्यमान रही लेकिन विधायक कुछ भी नहीं बोले. पानी की इसी तरह की समस्या पर उनका मुंह तक नहीं खुला. सोनू ने कहा कि सिर्फ कोटे की राशि से हुए काम को ही विकास कहा जाता है तो यह अलग बात है.

Intro:इंट्रो: गिरिडीह विधानसभा सीट का लगातार दो बार प्रतिनिधित्व कर चुके विधायक निर्भय कुमार शाहबादी क्षेत्र में किये विकास काम का दंभ भर रहे हैं. वे कहते हैं कि जनता ने उनका काम देखा है और क्षेत्र का समुचित विकास किया गया है. जबकि झामुमो नेता विधायक के दावे को हवा-हवाई बता रहे हैं.

गिरिडीह. जिले के छह विधानसभा सीटों में से एक गिरिडीह विधानसभा सीट पर पिछली दफा झाविमो को छोङकर भाजपा ज्वाइन करनेवाले निर्भय कुमार शाहबादी ने जीत दर्ज की थी. इस सीट पर निर्भय लगातार दूसरी बार विधायक बने. इस बार विधायक निर्भय पूरी तरह से बेफिक्र दिख रहे हैं. इनका दावा है कि पार्टी के साथ जनता भी उनपर विश्वास करेगी.Body:गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र कोयला के अकूत भंडारण के अलावा लौह उद्योग व जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन (सम्मेद शिखरजी) के तौर पर भी प्रसिद्ध है. इस क्षेत्र में पारसनाथ पर्वत है जिसपर जैन समाज के लोगों के साथ-साथ आदिवासी समुदाय का भी अटूट आस्था है. उग्रवादियों के गढ के तौर पर बदनाम इस क्षेत्र की राजनीतिक फिजां भी काफी गर्म रहती है.

झामुमो से रहता है भाजपा का मुकाबला
इस विधानसभा सीट पर भाजपा व झामुमो का दबादबा रहता रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव से पूर्व झाविमो पार्टी के विधायक रहे निर्भय कुमार शाहबादी ने भाजपा का दामन थामा था. 2014 के चुनाव में भाजपा ने निर्भय पर विश्वास जताया और इस चुनाव में निर्भय कुमार शाहबादी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी झामुमो के सुदिव्य कुमार सोनू को 9933 मतों से शिक्स्त दी थी. 2014 के चुनाव में झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने भी अपनी किस्मत अजमायी थी लेकिन यहां पर वे तिसरे स्थान पर रहे. इस चुनाव में निर्भय को 57450, झामुमो के सुदिव्य को 47517, झाविमो के बाबूलाल मरांडी को 26665 वहीं कांग्रेस की उम्मीदवार रूमा सिंह को 2998 मत मिला था.

व्यवसायी परिवार से हैं निर्भय
व्यवसायी परिवार से ताल्लुक रखने वाले विधायक निर्भय का कहना है कि उन्होंने लगातार जनता की सेवा की है. पानी, बिजली, सङक, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिये काम किया है. उग्रवाद प्रभावित पीरटांङ के सर्वांगिण विकास के लिये काम किया. पांच सालों के अंदर तीन पुल देने का काम किया जिससे पीरटांङ से जिला मुख्यालय की दूरी आधी से भी कम हो गयी. चैकडैम व सङकों को बनाया. शहरी क्षेत्र में सङकों का जाल बिछाया है. शिक्षा पर काफी काम किया गया एक नर्सिंग कॉलेज, नये डिग्री कॉलेज, एकल्वय विद्यालय का निर्माण करवाया जा रहा है. मैंने विकास किया है और विकास के नाम पर जनता साथ देगी. प्रत्येक दिन जनता की समस्या से रूबरू होते हैं और हर दिन लोगों से मिलते हैं जो भी काम जनता देती है उसे पूरा करने का प्रयास करता हूं.

विकास को तरसती रही जनता: सोनू
इधर विपक्ष भाजपा विधायक के विकास के दावे को खोखला बता रही है. झामुमो केन्द्रीय महासचिव सुदिव्य कुमार सोनू का कहना है कि विधायक निर्भय कुमार शाहबादी ने दो टर्म गिरिडीह की जनता का प्रतिनिधित्व किया. रिपोर्ट कार्ड दोनों टर्मों का बनना चाहिए था. बुनियादी समस्या के समाधान का सवाल है तो पूरे विधानसभा क्या सिर्फ शहरी क्षेत्र में एक भी सङक का नाम विधायकजी बता दे जिसपर गडढे नहीं हो. कहा कि एक भी सङक बगैर गडढे को दिखा दे तो वे राजनीति छोङ देंगे. कहा कि विधायक निर्भय पीरटांङ की विकास की बात करते हैं लेकिन यहां भी सच्चाई कुछ और ही है. यहां पर विधायक साल में दो बार जाते हैं और आकर बखान करते हैं कि पीरटांङ का विकास किया. बिजली की समस्या विद्यमान रही लेकिन विधायक कुछ भी नहीं बोले. पानी की इसी तरह की समस्या पर उनका मुंह तक नहीं खुला. कहा कि सिर्फ कोटे की राशि से हुए काम को ही विकास कहा जाता है तो यह अलग बात है. Conclusion:क्या कहती है जनता
विधायक के वादों व विपक्ष के सवालों के बीच गिरिडीह की जनता ने विधायक निर्भय के रिपोर्ट कार्ड पर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है. किसी ने 10 में से 10 तो किसी ने 10 में से 6 नंबर ही विधायक को दिये. हालांकि लोग कहते हैं कि विकास हुआ लेकिन पानी-बिजली के मुद्दे पर विधायक ज्यादातर खामोश रहे.

फाइल डिटेल

jh_gir_01_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (गिरिडीह शहर)

jh_gir_01b_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (मधुबन व औद्योगिक क्षेत्र )

jh_gir_01c_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (विधायक का शॉटस)

jh_gir_01d_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (झामुमो का शॉट्स)

jh_gir_01e_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (जनता)

jh_gir_01f_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (निर्भय कुमार शाहबादी, विधायक)

jh_gir_01g_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (सुदिव्य कुमार सोनू, जेएमएम)

jh_gir_01h_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (ओपनिंग पीटीसी)

jh_gir_01i_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (पीटीसी)

jh_gir_01j_giridih_mla_report_card_pkg_jh10006 (पीटीसी)
Last Updated : Sep 14, 2019, 2:33 PM IST
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