गिरिडीहः बिहार के जमुई और गिरिडीह जिले के सीमावर्ती इलाके में जिस संदिग्ध को दोनों राज्यों की पुलिस ने पकड़ा था, वह भाकपा माओवादी संगठन का अहम सदस्य अमृत भुल्ला निकला. हालांकि पकड़े जाने के कुछ घंटों के बाद अमृत पुलिस और सीआरपीएफ को चकमा देकर भाग निकला. नक्सली के भागने के बाद दोनों राज्यों की पुलिस परेशान है. सीमावर्ती इलाके में दोनों राज्यों की पुलिस और सीआरपीएफ सर्च अभियान चला रही है.
सर्च अभियान में लगा था हाथ
जानकारी के अनुसार दो-तीन दिन पहले इलाके में इनामी नक्सली सिधो कोड़ा और पिंटू राणा के दस्ते के सक्रिय रहने की सूचना के बाद सर्च अभियान शुरू किया गया था. अभियान के क्रम जमुई एसटीएफ और सीआरपीएफ ने जोनल कमांडर बुधु मांझी को गिरफ्तार किया. बाद में गिरिडीह पुलिस ने भी बुधु से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान बुधु ने कई जानकारी दोनों राज्यों की पुलिस को मुहैया करायी थी. बुधु की निशानदेही पर इस इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा था. सर्च के क्रम में लोकाय नयनपुर थाना इलाके के घुटीया जंगल से एक संदिग्ध छापेमार दल के हत्थे चढ़ा था. जब संदिग्ध से पूछताछ की गयी तो यह साफ हो गया कि संदिग्ध नक्सली अमृत भुल्ला है. इसके बाद अमृत को बिहार एसटीएफ और सीआरपीएफ के हवाले कर दिया गया.
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शौच के बहाने हुआ फरार
बिहार एसटीएफ और जमुई सीआरपीएफ जंगल मे ही अमृत से पूछताछ कर रही थी. इस दौरान अमृत ने शौच पर जाने की इच्छा जाहिर की. जवानों ने उसे शौच पर जाने की इजाजत दी. जैसे ही अमृत शौच के बहाने पेड़ों के पीछे गया तो जवानों से चूक हो गयी और वह भाग निकला. इधर नक्सली अमृत भुल्ला के चकमा देकर जंगल मे भाग जाने की पुष्टि गिरिडीह पुलिस ने की है. हालांकि अभी भी दोनों राज्यों की पुलिस उक्त नक्सली की खोज में जुटी हुई है.