ETV Bharat / state

रिम्स में इलाज के दौरान 'तूफान' की मौत, एक माह से चल रहा था इलाज - इनामी नक्सली तूफान की रिम्स में मौत

गिरिडीह में निजी सुरक्षा कंपनी के पांच गार्ड की हत्या समेत कई वारदात में नामजद एक लाख के इनामी नक्सली तूफान मांझी ने मंगलवार को रिम्स में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. एक माह से उसका यहां इलाज कराया जा रहा था. इधर परिजनों ने तूफान के इलाज में देरी किए जाने का आरोप लगाया है.

naxal toofan dies in RIMS
इनामी नक्सली तूफान की रिम्स में मौत
author img

By

Published : Nov 19, 2020, 2:07 AM IST

गिरिडीहः निजी सुरक्षा कम्पनी के पांच गार्डों की हत्या समेत कई नक्सली कांडों का आरोपी एक लाख के इनामी नक्सली तूफान ने रिमस में मंगलवार को दम तोड़ दिया. एक माह से उसका रांची के रिम्स में इलाज चल रहा था. नक्सली को 13 अक्टूबर को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था. पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दे दी है.

पीरटांड़ थाने का रहने वाला था तूफान मांझी

पुलिस के मुताबिक नक्सली तूफान मांझी निजी सुरक्षा कंपनी के 5 गार्ड की हत्या समेत कई मामलों में नामजद था. इसी साल 12 जुलाई को तूफान को पीरटांड़ थाना क्षेत्र के मांझीडीह से गिरफ्तार किया गया था. 14 जुलाई से वह गिरिडीह केंद्रीय कारा में न्यायिक हिरासत में था. तबीयत बिगड़ने के बाद तूफान को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जब तूफान की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया. इसके बाद 12 अक्टूबर को तूफान को रांची रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. तूफान पीरटांड़ थाना क्षेत्र के झरहा गांव का रहने वाला था. उसे तूफान मांझी उर्फ किशोरचन्द किस्कू उर्फ राजकुमार किस्कू उर्फ अनिल किस्कू उर्फ किशोर दा आदि नामों से जाना जाता था. इनामी नक्सली तूफान के मौत की जानकारी गिरिडीह केंद्रीय कारा के कारा अधीक्षक की ओर से पत्र के माध्यम से परिजनों को दे दी गी है.

इन कांडों में था शामिल
पुलिस के मुताबिक तूफान 4 अगस्त 2010 को पीरटांड़ के पांडेयडीह में गिरिडीह-डुमरी पथ पर बारूदी सुरंग विस्फोट कर कैश वैन उड़ाने, वाहन पर सवार पांच निजी सुरक्षा गार्ड की हत्या, वर्ष 2001 धनबाद के तोपचांची कैम्प पर हमला समेत कई कांडों में नामजद था.

ये भी पढ़ें-रांची से PLFI के पांच नक्सली गिरफ्तार, कार्बाइन-पिस्टल सहित कई हथियार बरामद

परिजनों ने उठाया सवाल
इधर तूफान की मौत की सूचना पर सदर विधायक सुदिव्य कुमार मृतक के घर पहुंचे. इस दौरान परिजनों ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद तूफान की पिटाई की गई थी, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और समुचित इलाज नहीं कराया गया. विधायक ने इस मामले को सीएम के समक्ष रखने की बात कही है.

देरी से क्यों हुई सुरक्षा व्यवस्था
जेल प्रशासन के पत्र लिखने के बावजूद सुरक्षा की व्यवस्था 15 दिनों बाद उपलब्ध कराई गई. ऐसे में 15 दिनों तक उसका इलाज जेल के अस्पताल में ही चलता रहा. इस मामले पर गिरिडीह केंद्रीय कारा के अधीक्षक राजमोहन राजन का कहना है सुरक्षा गार्ड मिलने के तुरंत बाद तूफान को सदर अस्पताल भेजा गया था.

गिरिडीहः निजी सुरक्षा कम्पनी के पांच गार्डों की हत्या समेत कई नक्सली कांडों का आरोपी एक लाख के इनामी नक्सली तूफान ने रिमस में मंगलवार को दम तोड़ दिया. एक माह से उसका रांची के रिम्स में इलाज चल रहा था. नक्सली को 13 अक्टूबर को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था. पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दे दी है.

पीरटांड़ थाने का रहने वाला था तूफान मांझी

पुलिस के मुताबिक नक्सली तूफान मांझी निजी सुरक्षा कंपनी के 5 गार्ड की हत्या समेत कई मामलों में नामजद था. इसी साल 12 जुलाई को तूफान को पीरटांड़ थाना क्षेत्र के मांझीडीह से गिरफ्तार किया गया था. 14 जुलाई से वह गिरिडीह केंद्रीय कारा में न्यायिक हिरासत में था. तबीयत बिगड़ने के बाद तूफान को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जब तूफान की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया. इसके बाद 12 अक्टूबर को तूफान को रांची रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. तूफान पीरटांड़ थाना क्षेत्र के झरहा गांव का रहने वाला था. उसे तूफान मांझी उर्फ किशोरचन्द किस्कू उर्फ राजकुमार किस्कू उर्फ अनिल किस्कू उर्फ किशोर दा आदि नामों से जाना जाता था. इनामी नक्सली तूफान के मौत की जानकारी गिरिडीह केंद्रीय कारा के कारा अधीक्षक की ओर से पत्र के माध्यम से परिजनों को दे दी गी है.

इन कांडों में था शामिल
पुलिस के मुताबिक तूफान 4 अगस्त 2010 को पीरटांड़ के पांडेयडीह में गिरिडीह-डुमरी पथ पर बारूदी सुरंग विस्फोट कर कैश वैन उड़ाने, वाहन पर सवार पांच निजी सुरक्षा गार्ड की हत्या, वर्ष 2001 धनबाद के तोपचांची कैम्प पर हमला समेत कई कांडों में नामजद था.

ये भी पढ़ें-रांची से PLFI के पांच नक्सली गिरफ्तार, कार्बाइन-पिस्टल सहित कई हथियार बरामद

परिजनों ने उठाया सवाल
इधर तूफान की मौत की सूचना पर सदर विधायक सुदिव्य कुमार मृतक के घर पहुंचे. इस दौरान परिजनों ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद तूफान की पिटाई की गई थी, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और समुचित इलाज नहीं कराया गया. विधायक ने इस मामले को सीएम के समक्ष रखने की बात कही है.

देरी से क्यों हुई सुरक्षा व्यवस्था
जेल प्रशासन के पत्र लिखने के बावजूद सुरक्षा की व्यवस्था 15 दिनों बाद उपलब्ध कराई गई. ऐसे में 15 दिनों तक उसका इलाज जेल के अस्पताल में ही चलता रहा. इस मामले पर गिरिडीह केंद्रीय कारा के अधीक्षक राजमोहन राजन का कहना है सुरक्षा गार्ड मिलने के तुरंत बाद तूफान को सदर अस्पताल भेजा गया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.