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Jharkhand Workers Trapped In Mali: तीसरी खेप घर लौटे 10 मजदूर

अफ्रीका के माली में मजूदर फंसे हुए हैं. धीरे-धीरे माली में फंसे प्रवासी मजदूरों की वतन वापसी हो रही है. तीसरी खेप में दस मजदूरों की घर वापसी हुई है. इससे पहले सात-सात के जत्थे में दो बार मजदूर झारखंड लौट चुके हैं.

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मजूदर फंसे
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Published : Feb 15, 2022, 8:07 PM IST

Updated : Feb 15, 2022, 9:36 PM IST

गिरिडीह,बगोदरः अफ्रीका के माली में फंसे प्रवासी मजदूर की तीसरी खेप में मंगलवार को 10 मजदूरों की वतन वापसी हुई है. शेष मजदूर अब भी वहां फंसे हुए हैं. मजदूरों ने बताया कि वहां फंसे शेष मजदूरों की भी वापसी 19 फरवरी को हो जाएगी.

इसे भी पढ़ें- माली में फंसे सात और मजदूर पहुंचे घर, पहले आ चुके हैं छह श्रमिक

तीसरे जत्थे में वतन लौटे मजदूर गिरिडीह और हजारीबाग के हैं. वापस लौटे मजदूरों में गिरिडीह जिला के सरिया प्रखंड के खुट्टा निवासी गोपाल महतो, श्रीरामडीह निवासी संतोष महतो, डुमरी प्रखंड के कसमाकुरा के सहदेव महतो, बिष्णुगढ़ प्रखंड के मडमो निवासी त्रिलोकी महतो, महतोईया निवासी जिबाधन महतो, उच्चाघाना निवासी सुनील महतो, तिलक महतो, संदीप महतो, नंदलाल महतो और सुकर महतो शामिल हैं. वतन लौटने पर मजदूरों ने खुशी जताई साथ ही परिजनों में भी उत्साह का माहौल है.

देखें पूरी खबर

मजदूरों ने रांची पहुंचने पर सबसे पहले माथे पर मिट्टी का तिलक लगाया. मजदूरों ने वतन वापसी होने पर केंद्र और राज्य सरकार के साथ कोडरमा सांसद सह केंद्रीय राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी और प्रवासी मजदूरों के हितार्थ काम करने वाले सिकंदर अली को भी धन्यवाद दिया. यहां बता दें कि गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिला के 33 मजदूर अफ्रीका के माली में फंसे हुए थे. मजदूरों ने पहली बार 16 जनवरी को सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो शेयर कर अपनी पीड़ा को साझा करते हुए वतन वापसी में सहयोग की अपील की थी. इसके बाद केंद्र एवं राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया. इसके बाद मजदूरों को ना सिर्फ भारतीय दूतावास लाया गया था बल्कि बकाया मजदूरी का भी भुगतान कराया गया था. इसके बाद रांची में 7 फरवरी को पहली बार में 7 और फिर 7 मजदूरों की वतन वापसी हुई थी.

इन मजदूरों की हुई घर वापसीः माली से अब तक वापस आए मजदूरों में पहली खेप में गिरिडीह बगोदर प्रखंड के तिरला निवासी दिलीप महतो, बिष्णुगढ़ प्रखंड के उच्चाघाना के लालमणी महतो, इंद्रदेव महतो, मड़मो के छेदीलाल महतो, कसमकुरा के लोकनाथ महतो एवं कल्हाबार के संतोष महतो शामिल हैं. इनके अलावा एक और मजदूर इंद्रदेव प्रसाद का नाम भी शामिल है. वहीं दूसरी खेप में सुरेश महतो हजारीबाग के बिष्णुगढ प्रखंड के अंतर्गत उच्चाघाना के रहने वाले हैं. अरविंद महतो, हजारीबाग के प्रखंड के अंतर्गत मडमो के रहने वाले हैं. गिरिडीह के बगोदर प्रखंड के अंतर्गत महुरी के रहने वाले नंदलाल महतो, गिरिडीह के सरिया प्रखंड के श्रीरामडीह के रहने वाले चांदो महतो, गिरिडीह के डुमरी प्रखंड के अंतर्गत दुधपनियां के हुलास महतो. वहीं भोला महतो गिरिडीह के डुमरी प्रखंड के अंतर्गत कसमाकुरा के रहने वाले हैं और होरिल महतो गिरिडीह के डुमरी प्रखंड के तुइयो के रहने वाले हैं.

गिरिडीह,बगोदरः अफ्रीका के माली में फंसे प्रवासी मजदूर की तीसरी खेप में मंगलवार को 10 मजदूरों की वतन वापसी हुई है. शेष मजदूर अब भी वहां फंसे हुए हैं. मजदूरों ने बताया कि वहां फंसे शेष मजदूरों की भी वापसी 19 फरवरी को हो जाएगी.

इसे भी पढ़ें- माली में फंसे सात और मजदूर पहुंचे घर, पहले आ चुके हैं छह श्रमिक

तीसरे जत्थे में वतन लौटे मजदूर गिरिडीह और हजारीबाग के हैं. वापस लौटे मजदूरों में गिरिडीह जिला के सरिया प्रखंड के खुट्टा निवासी गोपाल महतो, श्रीरामडीह निवासी संतोष महतो, डुमरी प्रखंड के कसमाकुरा के सहदेव महतो, बिष्णुगढ़ प्रखंड के मडमो निवासी त्रिलोकी महतो, महतोईया निवासी जिबाधन महतो, उच्चाघाना निवासी सुनील महतो, तिलक महतो, संदीप महतो, नंदलाल महतो और सुकर महतो शामिल हैं. वतन लौटने पर मजदूरों ने खुशी जताई साथ ही परिजनों में भी उत्साह का माहौल है.

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मजदूरों ने रांची पहुंचने पर सबसे पहले माथे पर मिट्टी का तिलक लगाया. मजदूरों ने वतन वापसी होने पर केंद्र और राज्य सरकार के साथ कोडरमा सांसद सह केंद्रीय राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी और प्रवासी मजदूरों के हितार्थ काम करने वाले सिकंदर अली को भी धन्यवाद दिया. यहां बता दें कि गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिला के 33 मजदूर अफ्रीका के माली में फंसे हुए थे. मजदूरों ने पहली बार 16 जनवरी को सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो शेयर कर अपनी पीड़ा को साझा करते हुए वतन वापसी में सहयोग की अपील की थी. इसके बाद केंद्र एवं राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया. इसके बाद मजदूरों को ना सिर्फ भारतीय दूतावास लाया गया था बल्कि बकाया मजदूरी का भी भुगतान कराया गया था. इसके बाद रांची में 7 फरवरी को पहली बार में 7 और फिर 7 मजदूरों की वतन वापसी हुई थी.

इन मजदूरों की हुई घर वापसीः माली से अब तक वापस आए मजदूरों में पहली खेप में गिरिडीह बगोदर प्रखंड के तिरला निवासी दिलीप महतो, बिष्णुगढ़ प्रखंड के उच्चाघाना के लालमणी महतो, इंद्रदेव महतो, मड़मो के छेदीलाल महतो, कसमकुरा के लोकनाथ महतो एवं कल्हाबार के संतोष महतो शामिल हैं. इनके अलावा एक और मजदूर इंद्रदेव प्रसाद का नाम भी शामिल है. वहीं दूसरी खेप में सुरेश महतो हजारीबाग के बिष्णुगढ प्रखंड के अंतर्गत उच्चाघाना के रहने वाले हैं. अरविंद महतो, हजारीबाग के प्रखंड के अंतर्गत मडमो के रहने वाले हैं. गिरिडीह के बगोदर प्रखंड के अंतर्गत महुरी के रहने वाले नंदलाल महतो, गिरिडीह के सरिया प्रखंड के श्रीरामडीह के रहने वाले चांदो महतो, गिरिडीह के डुमरी प्रखंड के अंतर्गत दुधपनियां के हुलास महतो. वहीं भोला महतो गिरिडीह के डुमरी प्रखंड के अंतर्गत कसमाकुरा के रहने वाले हैं और होरिल महतो गिरिडीह के डुमरी प्रखंड के तुइयो के रहने वाले हैं.

Last Updated : Feb 15, 2022, 9:36 PM IST
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