गिरिडीहः साइबर अपराध के आरोप में पकड़े गए गांडेय प्रखंड के दासडीह मुखिया हरि मंडल समेत 11 लोगों से पूछताछ के बाद साइबर थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गयी है. वहीं सभी को न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा भेज दिया गया है. जबकि साइबर अपराधियों के गिरोह का मास्टरमाइंड गोविंद मंडल की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है. यह जानकारी शुक्रवार को पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने दी. इस दौरान साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी मौजूद थे.
एसपी सुरेंद्र ने बताया कि लॉकडाउन का फायदा उठाकर साइबर अपराधियों ने गांडेय थाना इलाके के मरगोडीह स्थित जोकटियाबाद मैदान में जमा होकर लोगों को ठगने के लिए फोन करने की सूचना पर डीएसपी संदीप को कार्रवाई का निर्देश दिया था. इसके बाद डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम ने उक्त स्थल पर छापेमारी की. टीम जब जोकटियाबाद मैदान पहुंची तो देखा कि लगभग एक दर्जन अपराधी लोगों को फोन कर एटीएम फ्रॉड कर रहे हैं. इसके बाद घेराबंदी की गयी तो 10 साइबर अपराधी पकड़े गए. जबकि मास्टरमाइंड गोविंद मंडल भागने में सफल रहा. पकड़े गए साइबर अपराधियों में से जामताड़ा के करमाटांड थाना इलाके के डुमरिया निवासी सुभाष मंडल, महेशमुंडा के मंटू मंडल, गांडेय के मुकेश कुमार मंडल, मरगोडीह के पवन मंडल, मिनेश मंडल, संदीप कुमार मंडल, बीरेंद्र मंडल, दासडीह के ईश्वर साव, संतोष मंडल और डुमरी थाना इलाके के जीतकुंडी के छोटन मंडल शामिल हैं.
संगठित गिरोह चलाता था साला बहनोई
इन अपराधियों से जब पूछताछ की गयी तो यह साफ हुआ कि गोविंद मंडल और दासडीह मुखिया हरि मंडल संगठित गिरोह चलवाता है. चूंकि मुखिया हरि रिश्ते में गोविंद का ममेरा बहनोई लगता है. ऐसे में मुखिया ही बैंक पासबुक से लेकर एटीएम, फर्जी सिमकार्ड मुहैया कराने का काम करता है. इसके एवज में मुखिया को 2-3 प्रतिशत कमीशन मिलता है. पकड़े गए ईश्वर साव ने बताया कि उसके बैंक पासबुक को मुखिया ने ही मास्टरमाइंड गोविंद को दिया है.
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पूछताछ में मुखिया ने उगला राज
इन सबों से पूछताछ करने के बाद मुखिया हरि मंडल को गिरफ्तार किया गया. एसपी ने बताया कि पकड़े गए मुखिया ने बताया कि वह भोले-भाले लोगों का बैंक/पेटीएम पासबुक ले लेता है और गोविंद मंडल को दे देता है. इसके एवज में गोविंद प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर उसे तीन प्रतिशत कमीशन देता है. पुलिसिया पूछताछ में मुखिया ने यह भी बताया कि उसका गिरोह सामूहिक रूप से अपराध करता है और बैंक ग्राहकों को सीरियल से फोन किया जाता है. जो व्यक्ति उसके गिरोह के बातों में आ जाता है वह ठगी का शिकार हो जाता है. इतना ही नहीं इनकी ओर से पेटीएम, विभिन्न ई वॉलेट का फर्जी कस्टमर केयर नंबर भी इंटरनेट पर डाला गया है और जो भी व्यक्ति अपनी समस्या के लिए इस नंबर पर फोन करता है उसे ये लोग ट्रैप कर लेते हैं.
35-65 का बनता है हिस्सा, कर चुका है करोड़ों पर हाथ साफ
पुलिसिया पूछताछ में यह भी साफ हुआ कि ठगी की रकम को निकालने के बाद 35 और 65 का हिस्सा बनता है. जहां 35 फीसदी रकम गोविंद रखता है. वहीं 65 फीसदी राशि को साथियों में बांटा जाता है. बताया जा रहा है कि इन साइबर अपराधियों की ओर से कइ लोगों को ठगा गया है जिसका आंकड़ा निकाला जा रहा है. अभी तक एक बिल्डिंग की जांच की गयी है जो पवन मंडल का बताया जा रहा है. इस बिल्डिंग की लागत भी डेढ़ करोड़ से अधिक आंकी जा रही है. इसके अलावा अन्य आरोपियों की संपत्ति का आंकलन किया जा रहा है. डीएसपी संदीप का कहना है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगा की इन अपराधियों ने कितने लोगों के साथ ठगी की है लेकिन यह साफ है कि रकम का आंकड़ा करोड़ों में ही जायेगा.
कई कांडों में रहा है शामिल
पकड़े गए अपराधी कई कांडों के नामजद हैं. जहां मुखिया बीडीओ गोलीकांड का नामजद है और इसके खिलाफ गांडेय थाना कांड संख्या 87/2018 दर्ज है. वहीं पवन मंडल गांडेय थाना कांड संख्या 85/2016 और मुफस्सिल थाना कांड संख्या 420/2016, छोटन मंडल गांडेय थाना कांड संख्या 149/2017, गोविंद मंडल अहिल्यापुर थाना कांड संख्या 90/2016 और साइबर थाना कांड संख्या 01/2020 का नामजद है. इनके पास से 26 मोबाइल, 33 सिमकार्ड, 19 एटीएम कार्ड और 7 बैंक पासबुक बरामद किया गया है.