जमुआ, गिरिडीह: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ग्रामीण क्षेत्र खासकर उग्रवाद प्रभावित प्रखंडों के सड़कों को पक्की करने के लिए बनाई गई है. इस योजना के तहत जिले के कई प्रखंड में सड़कों का निर्माण हुआ है. हालांकि ज्यादातर सड़क निर्माण घटिया रहे हैं. आरोप लगता रहा है कि घटिया निर्माण कर ठेकेदार फायदा कमा कर चले जाते हैं. शिकायत पर जांच की खानापूर्ति भी की जाती है. इसी तरह की गड़बड़ी केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी के संसदीय क्षेत्र से सामने आयी है. यहां देवरी प्रखंड के सलयडीह ऊर्फ खोरोडीह पंचायत के चितरोकुरहा से टिहरो मोड़ तक बन रही सड़क में गड़बड़ी की गई है. इस सड़क का 15 दिनों पूर्व ही कालीकरण हुआ है और सड़क अभी से ही उखड़ने लगी है.
लोगों ने जताया विरोध: सड़क निर्माण में हुई गड़बड़ी का विरोध लोगों ने किया है. ग्रामीणों ने हाथ और पैर से सड़क की परत को उखाड़ कर दिखाया है. यहां पर सड़क का निर्माण कर रही जय मां अम्बे कस्ट्रक्शन और विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की है.
क्या है ग्रामीणों का कहना: स्थानीय निवासी सह सांसद प्रतिनिधि अजय कुमार राय, विधायक प्रतिनिधि पंकज राम, पंसस रिंकू यादव समेत कइयों का कहना है कि कालीकरण से पहले डस्ट की न तो सफाई हुई और न ही इम्लशन दिया गया. इतना ही नहीं अलकतरा भी तय मात्रा में नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि घटिया कार्य की पोल हल्की बारिश ने खोल दी है. सड़क हाथों और पैर से ही उखड़ जा रही है.
जांच की मांग: सांसद प्रतिनिधि अजय राय का कहना है कि प्रखंड में चल रहे सभी सड़क निर्माण कार्य की जांच होनी चाहिए. कार्य के दौरान सरकारी अभियंता भी लापता रहते हैं. इस सड़क के निर्माण के दौरान कई बार कनीय अभियंता को सूचना दी गई लेकिन उन्होंने कार्यस्थल पर आना ही उचित नहीं समझा.
जेई ने कहा-गर्मी की वजह से सेट नहीं हुई परत: इधर सड़क से काली परत उखड़ने पर विभाग के कनीय अभियंता धीरज कुमार से जब सवाल किया गया तो उन्होंने पहले तो भारी वाहन के परिचालन और फिर भीषण गर्मी को कारण बताने लगे. फोन पर हुई बात में कनीय अभियंता का तर्क था कि उक्त मार्ग पर कार्य की गुणवत्ता सही रही है. गर्मी की वजह से परत सेट नहीं कर सकी और उखड़ रही है. उनका कहना है कि उसपर भारी वाहन का परिचालन भी इस सड़क पर होता है और यह भी एक कारण है सड़क उखड़ने का.