गिरिडीह: मनरेगा में मची लूट पर रोक लगाते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने, भूदान और गैरमजरूआ जमीन की रसीद काटने की मांग को लेकर किसान मंच ने सत्याग्रह किया. अधिवक्ता सह किसान मंच के अध्यक्ष अवधेश सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों किसान, रैयत और ग्रामीण पैदल ही गिरिडीह शहर से लगभग चार किमी दूर पपरवाटांड़ में अवस्थित समाहरणालय पहुंचे. यहां इन्होंने एहतियातन बंद किए गए मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया. ताला तोड़ने के बाद सभी परिसर में दाखिल हुए और यहीं पर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
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मंच के सदस्यों का प्रदर्शन देखकर मौके पर पहुंचे एसडीओ विशालदीप खलखो ने बात की और बाद में डीडीसी शशिभूषण मेहरा के साथ अपर समाहर्ता विल्शन भेंगरा से मंच के लोगों की वार्ता भी हुई. यहां पर मनरेगा में हुई गड़बड़ी पर जांच करने और कार्रवाई की बात कही गई. इसके अलावा अपर समाहर्ता ने जमीन से जुड़े मामले पर आवश्यक निर्णय लेने का भरोसा दिया.
इससे पहले सभा को संबोधित करते हुए किसान मंच के अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि कई दशकों से जिस गैर मजरूआ खास, बकाश्त जमीन पर किसान दखलकार हैं. उस जमीन की लगान रसीद निर्गत करने पर रोक लगा दी गयी. अब जो जमीन मालिक चढ़ावा में दे पा रहे हैं उसकी रसीद तो निर्गत हो जा रही है पर जो गरीब किसान इसमें असमर्थ हैं उसकी लगान रसीद निर्गत नहीं हो रही है.
मंच से गंगाधर यादव और देवचन्द्र यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार और अराजकता अपने चरम पर है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मनरेगा निर्देशिका और उपायुक्त गिरिडीह के पत्रांक 898/20 के तहत स्पष्ट निर्देश है कि व्यक्तिगत लाभ के मनरेगा योजना के मैटेरियल का राशि लाभुक के बैंक खाता में देना है. लेकिन लाभुक के बैंक खाता में राशि नहीं देकर वेंडर के खाता में भेजा गया, जो कमीशनखोरी की तरफ इशारा कर रहा है. इतना ही नहीं सदर प्रखंड में आवंटित राशि से 8 गुणा अधिक मैटेरियल का राशि निकल जाती है. उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे मामले पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को तेज किया जाएगा.
बता दें कि मनरेगा में लूट मची है. पहले निर्धारित राशि से 8 गुणा अधिक रकम की निकासी गिरिडीह सदर प्रखंड ने कर ली. काम पूर्ण होने से पहले वेंडर को भुगतान कर दिया गया. पंचायतों में निर्धारित सीमा से काफी अधिक संख्या में मनमाने तरीके से पक्के कार्य की योजना को न सिर्फ पारित किया बल्कि काम किये बगैर ही पैसे की निकासी की गई. मनरेगा में मची लूट से जुड़ी खबर को ईटीवी भारत लगातार सामने ला रहा है. सबसे पहले ईटीवी भारत ने ही मनरेगा में मार्च लूट की खबर को प्रकाशित की था जिसका असर हुआ और पूरे मामले की जांच शुरू की गई. वहीं इस मामले को लेकर किसान मंच आंदोलन पर हैं.