गिरिडीह: बगोदर में एक ट्रक मालिक की सरेआम हत्या से सनसनी फैल गई थी. दिनदहाड़े भीड़ वाले इलाके में फायरिंग कर हत्याकांड को अंजाम दिया गया तो कानून व्यवस्था पर सीधा सवाल उठना लाजमी ही था, लोगों ने सवाल उठाया भी. पुलिस की सतर्कता के दावों पर भी सवाल उठे लेकिन घटना के दूसरे दिन ही हत्यारे को एसपी अमित रेणू की टीम ने पकड़ा लिया. जिस हथियार से घटना को अंजाम दिया गया था उस देसी पिस्टल को भी बरामद कर लिया गया. जिस पल्सर बाइक पर बैठकर हत्यारा ट्रक मालिक के पास पहुंचा और गोली मारी उसे भी बरामद कर लिया गया. इन सबों के बीच जब हत्यारोपी सरिया थाना इलाके के बड़की बलियारी गांव निवासी महेश कुमार यादव से पूछताछ हुई, तो कहानी अपमान और बदले की निकली. महेश ने पुलिस को वह सब बताया जिसके कारण उसने बगोदर निवासी राजकुमार यादव की हत्या की थी.
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12 वर्षों से सह रहा था अपमान: महेश ने पुलिस हत्या के पीछे की न सिर्फ वजह बतायी बल्कि यह भी बताया कि वह हर अपमान पर खून का घूंट कैसे पी रहा था. उसने बताया कि वर्ष 2011 में उसकी शादी राजकुमार यादव के गांव में ही हुई थी. चूंकि राजकुमार और महेश दोनों पेशेवर ड्राइवर है और दोनों के बीच दोस्ती रही थी. शादी के बाद दोनों एक तरह से रिश्ते में साला-बहनोई हो चुके थे. इस रिश्ते का ख्याल किए बगैर राजकुमार हमेशा महेश को उसकी पत्नी का नाम लेकर अपमानित करता था. काफी आपत्तिजनक बात भी कहा करता था. अकेले में ही नहीं बल्कि सब के सामने राजकुमार अपशब्द का प्रयोग करता. महेश इससे अंदर ही अंदर कुंठित हो चुका था. उसे लगता कि राजकुमार उसकी पत्नी न सिर्फ बदनाम कर रहा है बल्कि जानबूझकर उसे बेइज्जत भी.
एक साल से पहले खरीद चुका था पिस्टल: एक दशक से राजकुमार की चुभनेवाली बातों से परेशान हो चुका महेश ने पिछले साल ही हत्या करने की ठान ली थी. चूंकि वह ड्राइवर है ऐसे के देश के अलग अलग हिस्से में महेश का आना जाना रहता था. इसी क्रम में पिछले वर्ष ही उसने बिहार के गया से पिस्टल खरीदा. एक साल से वह हर रोज राजकुमार को मारने की फिराक में था. 19 जून को महेश ने मौके के फायदा उठाया और राजकुमार की हत्या कर दी.
ऐसे हुई गिरफ्तारी: हत्या करने के बाद महेश फरार हो गया. चूंकि सरेआम हत्या हुई थी तो पुलिस पर हत्यारे को पकड़ने का दबाव भी था. ऐसे में एसपी अमित रेणू ने सरिया-बगोदर एसडीपीओ नौशाद आलम और डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया. टीम में इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह, बगोदर थाना प्रभारी नीतीश कुमार, अवर निरीक्षक संगम पाठक, रामदुलार सिंह और सअनि उमेश सिंह को शामिल किया गया. टीम ने घटना के 24 घंटा के अंदर ही हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया. बुधवार की शाम को डीएसपी मुख्यालय संजय राणा ने पूरे मामले की जानकारी दी.
भले ही अपमान के बदले महेश ने राजकुमार की जान ले ली लेकिन ऐसी घटना नमाफ़ी है. सोच समझ कर की गई इस हत्या के मामले के मृतक के परिजन सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहे हैं.