गिरिडीह: सात सूत्री मांगों को लेकर बगोदर प्रखंड कार्यालय परिसर में धरने पर बैठे ग्रामीणों को राशन डीलर्स से कहासुनी हो गई. इसके बाद काफी देर तक हंगामा चलता रहा. इस दौरान बीडीओ मनोज कुमार गुप्ता भी मौजूद थे. उन्होंने किसी तरह हालात संभाला. दोनों पक्षों के ने एक- दूसरे के खिलाफ मारपीट करने का आरोप भी लगाया है.
ये भी पढ़ें-मेनहर्ट घोटाला मामला: दो माह में आरोपियों का जवाब लेकर होगी कार्रवाई, सदन में बोले मंत्री आलमगीर आलम
दरअसल, चौधरीबांध के ग्रामीणों ने अनिश्तकालीन धरने की सोमवार को शुरुआत की है. धरने का नेतृत्व मुखिया प्रतिनिधि प्रेमचंद साहु कर रहे हैं. इस बीच बीडीओ मनोज कुमार गुप्ता, डीलर संघ के प्रतिनधि मंडल के साथ धरनास्थल पहुंचे और विषय वस्तु को लेकर बातचीत करने लगे. इसी बीच डीलरों और मुखिया प्रतिनिधि के बीच किसी बात को लेकर तू- तू- मैं- मैं होने लगी और फिर हंगामा बढ़ गया. कुछ लोगों के पहल करने के बाद हंगामा शांत हुआ. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. बाद में धरने के समर्थन में भाजपा के लोग भी धरना पर बैठ गए.
मारपीट और बैनर फाड़ने का आरोपः मुखिया प्रतिनिधि प्रेमचंद साहू ने बगोदर पुलिस के नाम एक आवेदन दिया है, जिसमें पीडीएस से जुड़े उमेश मंडल, रामचंद्र यादव, राजेश मंडल एवं जगदीश प्रसाद मंडल पर मारपीट करने, बैनर फाड़ने, माइक तोड़ने, दो मोबाइल छीनने आदि के आरोप लगाए हैं.
डीलर संघ ने मारपीट और छिनतई का लगाया आरोपः इधर फेयर प्राइस शॉप डीलर्स एसोसिएशन ने भी बगोदर पुलिस को एक आवेदन दिया है. जिसमें डीलरों को देखकर मुखिया प्रतिनिधि प्रेमचंद साहू और पंकज यादव की ओर से डीलरों को गालियां देने व मारपीट करने का आरोप लगाया है. मारपीट के क्रम में डीलर जागेश्वर रजक की जेब से साढ़े सात हजार रुपये छीनने का भी आरोप लगाया है. संघ के अध्यक्ष रामचंद्र यादव ने कहा है कि मुखिया प्रतिनिधि द्वारा प्रखंड के तमाम डीलरों को बदनाम करने के लिए लगातार धरना- प्रदर्शन किया जाता रहा है.
कालाबाजारी का आरोप गलत: एमओ
इस संबंध में एमओ उमाशंकर प्रसाद ने कहा है कि धरना के माध्यम से फरवरी महीने के अनाज की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया जा रहा है. यह आरोप गलत है. चूंकि अब तक फरवरी महीने के अनाज का आवंटन हुआ ही नहीं है.