गढ़वा: बजट सत्र से पहले प्री बजट चर्चा हो रही है. 2020 में आने वाले बजट को संतुलित बनाने में प्री बजट का बड़ा योगदान होता है. आने वाले बजट को लेकर महिलाओं ने भी उम्मीदें रखी हैं.
समाजसेविका सह जायन्ट्स ग्रुप ऑफ सहेली की प्रोजेक्ट चेयरमैन लता कुमार ने कहा कि इस बजट में महिलाओं के विकास और संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए. रेलवे यात्रा कर रहे महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता होनी चाहिए. सहेली अध्यक्ष सुषमा केसरी ने कहा कि जिनकी दो बेटियां है उन्हें शिक्षा में छूट देनी चाहिए.
लॉयन्स ग्लोरियस की निवर्तमान अध्यक्ष दीपाली अग्रवाल ने कहा कि निर्भया फंड में बढ़ौतरी किया जाए. उच्च शिक्षा के बजट को घटाने के बजाय बढ़ाया जाए. 80c के तहत सेविंग फंड को बढ़ाकर 3 लाख रुपए किया जाए ताकि महिलाओं को फायदा हो सके.
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वहीं, असिस्टेंट प्रोफेसर नीलम कुमारी ने कहा कि सदर अस्पताल सहित सभी अस्पतालों को सुविधा और संसाधनयुक्त बनाया जाए, ताकी गर्भवती महिलाओं की इलाज के अभाव में मौत न हो. हाई स्कूल की शिक्षिका सुनीता सिंह ने कहा कि गांव-देहात की बच्चियों के लिए वाहन और होस्टल की व्यवस्था हो. उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए गांव स्तर पर खेल प्रशिक्षण की व्यवस्था हो. महिलाओं के स्वास्थ्य का बीमा हो.