गढ़वाः मेराल में सड़क हादसे में एक हेडमास्टर है और एक सीआरपी की मौत हो गई. जानकारी मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शवों के पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले आई. इस दौरान पुलिस को काफी फजीहत झेलनी पड़ी.
शव को सड़क पर रख जमकर किया हंगामा
घटना के बाद गुस्साए शिक्षक भी सदर अस्पताल पहुंचे और पुलिस से जबरन शवों को छीन लिया. जिसके बाद शिक्षकों और बीआरपी-सीआरपी ने शवों को अस्पताल के मुख्य गेट के सामने एनएच-75 पर रखकर सड़क को जाम कर दिया. शिक्षक इस बात को लेकर गुस्से में थे कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी शिक्षा विभाग और जिले के अधिकारी यहां नहीं पहुंचे. आंदोलनकारियों ने गढ़वा डीसी, पुलिस और शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मृतकों के परिजनों को मुआवजा और एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी शिक्षकों के द्वारा की गई.
पुलिस का क्या है कहना
मेराल थाना के पुलिस पदाधिकारी बी हरिजन ने कहा कि 500 की संख्या में आए शिक्षक जबरन शवों को छीन ले गए. सीनियर ऑफिसर को घटना की जानकारी दे दी गई है. जलद ही वह घटनास्थल पर पहुंचेंगे. उनके द्वारा अगर कोई निर्देश मिलता है तो पुलिस बल का प्रयोग भी किया जाएगा.
शिक्षकों का क्या है कहना
वहीं, झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के सचिव सूर्यदेव राम ने कहा कि मृतक शिक्षक और सीआरपी के परिजनों के मुआवजा के लिए जब तक लिखित आश्वाशन नहीं मिलता है तब तक पोस्टमार्टम नहीं होने दिया जाएगा. इतना बड़ा हादसा हो गया है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाई नहीं की गई.
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क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, रमना प्रखंड के चुंदी मध्य विद्यालय के हेडमास्टर विजय राम और रमना प्रखंड के सिलिदाग-2 के सीआरपी अनूप तिवारी स्कूटी से ड्यूटी करने जा रहे थे. मेराल बस स्टैंड के पास एनएच-75 पर उन्हें एक ट्रक ने कुचल दिया. दोनों बुरी तरह जख्मी हो गए और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई.