गढ़वा: जिले के भंडरिया में पुलिस कस्टडी में मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है. जहां एक ओर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पाला मांझी की पुलिस कस्टडी में मौत का केस रजिस्टर्ड कर लिया है. वहीं परिजनों और ग्रामीणों ने पाला मांझी को इंसाफ दिलाने के लिए थाना और प्रखंड कार्यालय को घेरने का एलान कर दिया है.
ये भी पढ़ें-गढ़वा में पूछताछ के लिए एक शख्स को थाने ले गई थी पुलिस, लौटाई लाश
क्या है पूरा मामला
भंडरिया थाना के नौका गांव के कृपाल मांझी उर्फ पाला मांझी को पुलिस एक केस के बारे में पूछताछ के लिए भंडरिया थाने ले गई थी. उसके बाद पाला मांझी का शव उसके घर पहुंचा था. ग्रामीणों के विरोध के बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पाला मांझी की बॉडी का पोस्टमार्टम कराया था. बाद में पाला मांझी का विसरा प्रिजर्व कर लिया गया.
परिजनों में आक्रोश
घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. वे इंसाफ के लिए भंडरिया थाना और प्रखंड कार्यालय को घेरने, धरना प्रदर्शन करने का एलान कर चुके हैं.
अब गढ़वा तक सीमित नहीं रहा यह मामला
पाला मांझी मौत का मामला अब गढ़वा तक सीमित नहीं रहा है. इस मामले ने अब बड़ा आकार ले लिया है. रांची के रातू रोड निवासी विश्वजीत कर्मकार ने इस मामले की प्राथमिकी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराई है. आयोग ने इस केस को दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.