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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो महीने से बिजली गुल, मोमबत्ती की रोशनी में करवाया जाता है प्रसव - स्वास्थ्य केंद्र में बिजली की किल्लत

घाटशिला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले दो महीनों से बिजली गुल है, जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. अस्पताल के हालात ऐसे हो गए हैं कि मोमबत्ती जलाकर मरीजों का प्रसव करवाया जा रहा है. इस मामले की जानकारी स्थानीय लोगों ने विधायक को दी, लेकिन विधायक ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल
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Published : Sep 29, 2019, 7:37 PM IST

पूर्वी सिंहभूम: घाटशिला के सिंहपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह उप स्वास्थ्य केंद्र में पिछले दो महीने से बिजली नहीं होने के कारण मरीजों के साथ-साथ डॉक्टरों को भी परेशानी हो रही है. इसकी जानकारी स्थानीय विधायक लक्ष्मण टुडू को होने के बावजूद भी कोई पहल नहीं की गई.

देखें पूरी खबर

सिंहपुरा उप स्वास्थ्य केंद्र विभागीय उपेक्षा के कारण खुद बीमार हो गया है. केंद्र में एक भी डॉक्टर नहीं है. एक मात्र एएनएम माधुरी देवी के भरोसे वर्षों से यह स्वास्थ्य केंद्र चल रहा है. पिछले दो महीने से यहां बिजली भी गुल है, जिससे अस्पताल का हाल बेहाल हो गया है.

इसे भी पढ़ें:- झारखंड की शर्मनाक तस्वीर : डेकची में स्कूल जाते हैं बच्चे, मरीजों के लिए 'वाटर खाट एंबुलेंस

स्थानीय विधायक लक्ष्मण टुडू द्वारा जब इस मामले पर कोई पहल नहीं किया गया तो, स्थानीय लोगों ने बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाड़ंगी को इस मामले को बताया, जिसके बाद विधायक ने सुबह भारी बारिश के बावजूद उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और जायजा लिया. इस मौके पर गुड़ाबांदा की बीडीओ सीमा कुमारी भी मौजूद रहीं.

विधायक को पता चला कि ट्रांसफर्मर खराब होने के कारण केंद्र में बिजली नहीं है. हालत यह थी कि अस्पताल में मोमबती से प्रसव कराया जा रहा था. विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ट्रांसफर्मर लगाने का आदेश दिया. बीते कई दिनों में 13 प्रसव मोमबती के सहारे किया गया है. बिजली नहीं रहने पर मरीजों को शाम के बाद किसी दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है.

पूर्वी सिंहभूम: घाटशिला के सिंहपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह उप स्वास्थ्य केंद्र में पिछले दो महीने से बिजली नहीं होने के कारण मरीजों के साथ-साथ डॉक्टरों को भी परेशानी हो रही है. इसकी जानकारी स्थानीय विधायक लक्ष्मण टुडू को होने के बावजूद भी कोई पहल नहीं की गई.

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सिंहपुरा उप स्वास्थ्य केंद्र विभागीय उपेक्षा के कारण खुद बीमार हो गया है. केंद्र में एक भी डॉक्टर नहीं है. एक मात्र एएनएम माधुरी देवी के भरोसे वर्षों से यह स्वास्थ्य केंद्र चल रहा है. पिछले दो महीने से यहां बिजली भी गुल है, जिससे अस्पताल का हाल बेहाल हो गया है.

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स्थानीय विधायक लक्ष्मण टुडू द्वारा जब इस मामले पर कोई पहल नहीं किया गया तो, स्थानीय लोगों ने बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाड़ंगी को इस मामले को बताया, जिसके बाद विधायक ने सुबह भारी बारिश के बावजूद उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और जायजा लिया. इस मौके पर गुड़ाबांदा की बीडीओ सीमा कुमारी भी मौजूद रहीं.

विधायक को पता चला कि ट्रांसफर्मर खराब होने के कारण केंद्र में बिजली नहीं है. हालत यह थी कि अस्पताल में मोमबती से प्रसव कराया जा रहा था. विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ट्रांसफर्मर लगाने का आदेश दिया. बीते कई दिनों में 13 प्रसव मोमबती के सहारे किया गया है. बिजली नहीं रहने पर मरीजों को शाम के बाद किसी दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है.

Intro:पूर्वी सिंहभूम/घाटशिला

घाटशिला विधायक उदासीनता के कारण सिंहपुरा प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह उप स्वास्थ्य केंद्र मैं बिजली पिछले 2 महीने से नहीं होने के कारण स्वास्थ्य केंद्र में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था
लेकिन इसकी जानकारी स्थानीय विधायक लक्ष्मण टुडू को नहीं थी या फिर जानकारी होने के बावजूद भी इस पर कोई पहल नहीं किया एक दूसरे विधानसभा के विधायक आकर इस स्वास्थ्य केंद्र की समस्या का निदान करता है बाकी है यहां के विधायक को शर्म आनी चाहिएBody:दरअसल मामा इस प्रकार हैं गुडाबांधा प्रखंड के सिंहपुरा पंचयात स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्र पिछले कई माह से समस्याओं से घिरा है. सिंहपुरा उप स्वास्थ्य केंद्र विभागीय उपेक्षा के कारण खुद बीमार है. केन्द्र में एक भी डॉक्टर नहीं है, केन्द्र एक मात्र एएनएम माधुरी देवी के भरोसे वर्षों से संचालित है. केन्द्र में बिजली नहीं रहने से प्रसव में खासी परेशानी होती है. ।


इसकी शिकायत ग्रामीणों ने बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाड़ंगी से की. सूचना पाकर विधायक ने सुबह भारी बारिश के बावजूद उप स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच कर उसका जायजा लिया. मौके पर गुड़ाबांदा की बीडीओ सीमा कुमारी भी थीं. उप स्वास्थ्य केन्द्र में जानकारी लेने पर विधायक को पता चला कि ट्रांसफर्मर खराब होने के कारण केन्द्र में बिजली नहीं है. हालत तो यह थी कि मोमबती से प्रसव कराया जा रहा था. विधायक ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत ट्रांसफर्मर लगाने की व्यवस्था की. साथ ही बिजली व्यवस्था पर नाराज होते हुए सरकार को जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि कल रात सूचना मिली ति दो माह से बिजली नहीं है. बीते कई दिनों में 13 प्रसव मोमबती के सहारे किया गया है. बिजली नहीं रहने पर मरीजों को शाम के बाद उसे रेफर कर दिया जाता है. ।
बहरागोड़ा विधायक कुणाल षाड़गी ने पहल पर स्वास्थ्य उपकेंद्र पर कई माह से खराब पड़ा ट्रांसफर को बिजली विभाग द्वारा नया ट्रांसफर को लगाया गया से बिजली की सप्लाई हो सकेConclusion:यह गंभीर विषय है. यह विभागीय उदासीनता की सारे हदे पार हो गयी है. आज हम डिजिटल इंडिया की बात करते हैं. इस उप स्वास्थ्य केन्द्र को डिजिटल घोषित किया गया है, लेकिन जब बिजली ही नहीं है तो कौन से डिजिटल की हम बात कर रहे हैं. सबसे दुखद यह है कि मरीज खुद मोमबती लेकर आते है. इस पर जांच होनी चाहिये. कहा कि केन्द्र में डॉक्टर नहीं आते हैं. एक ही भवन में प्राईमरी हेल्थ सेन्टर और सब हेल्थ सेन्टर दोनो संचालित है. झारखंड में एक मात्र भवन इस तरह देखने को मिल रहा है, जहां प्राईमरी हेल्थ और सब हेल्थ सेंटर संचालित है. विधायक ने इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने की बात कही है.

बाइट
विधायक, कुणाल षाड़गी

रिपोर्ट
कनाई राम हेंब्रम
घाटशिला
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