जमशेदपुर: मेडिकल और उच्च तकनीकी शिक्षा की पढ़ाई के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातीय विद्यार्थियों को शिक्षा लोन निर्गत होने का अनुपात चिंतनीय है. बैंक इन वर्ग के विद्यार्थियों को शिक्षा ऋण देने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. इस मामले में बीजेपी ने राज्य सरकार की मंशा और इच्छाशक्ति पर सवाल करते हुए सरकार को घेरा है.
पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि बैंक गारंटी होने के बावजूद भी एससी-एसटी विद्यार्थियों को लोन नहीं मिलना चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार युवाओं का हितैषी नहीं है, विद्या लक्ष्मी पोर्टल पर सैकड़ों आवेदन लंबित रहना और बड़ी संख्या में आवेदनों का रिजेक्ट होना चिंताजनक है, हेमंत सरकार की इच्छाशक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा महज हवा हवाई ही रह गई है, उनकी घोषणा के बावजूद भी राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति और बैंकों के बीच समन्वय स्थापित नहीं हो पा रहा है.
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कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि इस मामले में सरकार गंभीर नहीं है और बैंकों की ओर से सकारात्मक रैवया नहीं अपनाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार एससी-एसटी वर्ग के छात्रों के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं है. कुणाल षाड़ंगी ने मुख्यमंत्री से इस मामले में अविलंब हस्तक्षेप करने और उचित आदेश जारी करने की मांग की है.