जमशेदपुर: मानगो थाना इलाके में शंकोसाई के रहने वाले ठेकेदार सुनील पांडे (Kidnapped Contractor Sunil Pandey of Jamshedpur) के अपहरण के दस दिन बीत गए है. लेकिन अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं जुटा पाई है. जिससे आक्रोशित परिजन डीसी और एसएसपी से मिलने के लिए पहुंचे. प्रशासन की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर महिलाएं सड़क पर ही बैठ गईं. ठेकेदार की बेटी ने बताया कि वे सीएमओ, मंत्री और डीजीपी तक से गुहार लगा चुकी हैं लेकिन उनकी बात कोई नहीं सुन रहा है.
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जमशेदपुर के मानगो उलीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत शनकोसाई में रहने वाले लापता ठेकेदार सुनील पांडे का 10 दिन बीत जाने पर अब तक कुछ भी पता नहीं चला है. जिससे बाद उनके परिजनों आक्रोशित होकर जिला उपायुक्त और एसएसपी से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे. वहां संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर महिलाएं एसएसपी कार्यालय के बाहर ही सड़क पर बैठ गईं. हालांकि प्रशासन के समझाने के बाद वे शांत हुईं.
परिजनों का कहना है कि 12 दिसंबर 2022 को सुनील पांडेय घर से निकले फिर वापस नहीं लौटे. ठेकेदार के परिजनों ने इसकी रिपोर्ट थाने में की थी. सुनील पांडे के लापता होने के बाद उनके परिजनों को फोन आया था कि सुनील पांडेय का अपहरण किया गया है. उन्होंने रिहाई के लिए 10 लाख फिरौती की भी मांग की थी. खोजबीन के दौरान सुनील की कार टाटानगर रेलवे स्टेशन के पार्किंग में मिली थी.
जांच में पुलिस को कार के अंदर कुछ कागजात बैंक पास बुक मिले हैं. पुलिस कार को क्रेन के जरिये वहां से हटाकर थाने ले आई है. जानकारी के मुताबिक सुनील पांडेय का अंतिम लोकेशन रांची के आस पास पाया गया. इधर, पुलिस टीम बनाकर उन्हें ढूंढने के प्रयास में जुटी हुई है. अपहरण के दस दिन बीत जाने के बाद परिजनों का धैर्य टूटने लगा है और वे न्याय के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. ठेकेदार सुनील पांडेय की बेटी ज्योति पांडेय ने बताया कि इस मामले की जानकारी सीएमओ, डीजीपी और मंत्री बन्ना गुप्ता को भी दी गई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.