जमशेदपुर: महानगरों की तर्ज पर बसा जमशेदपुर मिनी मुंबई के नाम से जाना जाता है, लेकिन शहर के मानगो, साकची, सिदगोड़ा, कदमा बिष्टुपुर और जुगसलाई बाजार समेत कई बाजारों में आग से बचने के कोई इंतजाम नहीं है.
शहर के साकची और बिष्टुपुर बाजार में हजारों लोग प्रतिदिन अपने रोजमर्रा के सामानों के लिए खरीदारी करने आते हैं. इन बाजारों के सड़कों पर अतिक्रमण के कारण रास्ता काफी संकीर्ण हो गया है. इन इलाकों में अगर कभी अगलगी की घटना हो जाए तो यहां तक दमकल की गाड़ियां भी नहीं पहुंच पाएगी. वहीं प्रशासन की ओर से दिखाने के लिए फायर सिस्टम तो लगाए गए हैं, लेकिन वो 6 साल से खराब पड़ा है. इन बाजारों में आग से बचाव की व्यवस्था नहीं रहने के कारण दुकानदारों में डर का माहौल बना रहता है.
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जमशेदपुर शहर के बाजारों में पिछले 6 महीने में लगभग 60 से अधिक दुकानों में आग लग चुकी है, लेकिन सकरी गली होने के कारण यहां तक दमकल की गाड़ियां नहीं पहुंच पाई और सभी दुकान जलकर राख हो गया.
11 मई 2019 बिष्टुपुर में चुना शाह बाबा के मजार के पीछे लगी आग में 18 दुकानें जलकर राख हो गई थी, जिसमें लाखों का नुकसान हुआ.
कब-कब हुई आग की घटना
- 10 अक्टूबर 2019 को बिष्टुपुर क्यू रोड पर 8 दुकानें जलकर राख हो गई.
- 3 दिसंबर 2019 को सिदगोड़ा में 13 दुकानें जलकर राख हो गई, जिसमें 3 सोने की दुकान थी. इस घटना में करोड़ों का नुकसान हुआ.
- 26 दिसंबर 2019 को एक दुकानों में आग लगी, जिसमें लगभग 8 गोदाम जलकर राख हो गया.
- 10 जनवरी 2020 को मानगो के आजाद नगर में दो मुर्गा फार्म में आग लग गई, जिसमें हजारों मुर्गा जल गए.
- 11 जनवरी 2020 को साकची बाजार में एक दुकान में लगी, जिसमें 6 दुकान जलकर राख हो गया.
अग्निशमक विभाग के अधिकारी का कहना है कि बड़ी दमकल की गाड़ियां बाजार की दुकानों तक नहीं पहुंच पाती है, बड़े बाजारों में सैकड़ों की संख्या में दुकानें हैं. सकरी गली होने के कारण आग बुझाने तक सबकुछ जलकर राख हो जाता है.
वहीं, सिटी एसपी ने कहा कि बाजारों से बहुत जल्द अतिक्रमण हटाया जाएगा, साथ ही फायर इक्विपमेंट को ठीक कराया जाएगा. उन्होंने शहर के लोगों से सड़क पर से अतिक्रमण हटाने की भी अपील की है.