जमशेदपुर: टाटा स्टील कंपनी के घायल महिला ठेकाकर्मी लक्ष्मी सोरेन की टीएमएच में बुधवार को माैत हाे गई थी. जिसके बाद यह मामला राजनीतिक रंग लेते जा रहा है. इस मामले को लेकर शुक्रवार को बिष्टुपुर थाना प्रभारी के कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए जेएमएम ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही पीड़िता के पिता ने मामले की जांच की मांग की है.
टाटा स्टील के ठेकाकर्मी लक्ष्मी सोरेन की मौत के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है. जेएमएम ने बिष्टुपुर थाना प्रभारी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए एसएसपी को एक ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है. ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि घटना वाले दिन जब लक्ष्मी सोरेन के पिता जब मामला दर्ज कराने बिष्टुपुर थाना गए थे तो वहां मौजूद थाना प्रभारी ने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया था. वहीं, कुछ ही देर बाद थाना प्रभारी ने टाटा स्टील के सुरक्षा पदाधिकारी के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया. जेएमएम कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जानबूझकर थाना प्रभारी ने लक्ष्मी के पिता के बयान पर मामला दर्ज नहीं किया था, इस मामले को लेकर अब निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
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वहीं, इस संबंध में जेएमएम के केंद्रीय सदस्य महावीर मुर्मू ने बताया कि एसएसपी से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. लक्ष्मी सोरेन की मौत मामले में टाटा स्टील प्रबंधन और पुलिस प्रशासन की लापरवाही की जांच की जानी चाहिए, क्योंकि इनके कार्यों से जांच की दिशा बदल सकती है. इस मामले में दोषी पुलिस पदाधिकारी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. बता दें कि बीते 15 फरवरी की सुबह लक्ष्मी सोरेन टाटा स्टील के अंदर स्थित साइंटिफिक सर्विसेज ऑफिस जाने के रास्ते में डी ब्लास्ट फर्नेस के पास बेहोशी की हालत में मिली थी. जब साथी कर्मियों की नजर उसपर पड़ी तो वे लोग सुरक्षा और अधिकारियों को सूचना देकर तत्काल उसे इलाज के लिए टीएमएच ले गए थे. जहां इलाज के दौरान पांचवें दिन लक्ष्मी ने दम तोड़ दिया था. इस मामले में बिष्टुपुर पुलिस ने आरोपी बादल हासंदा को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज दिया हैं.