जमशेदपुरः जिले में रामनवमी जुलूस को लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है. जिले में विभिन्न अखाड़ा द्वारा निकाले जाने वाले जुलूस पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी. इस संबंध में जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जुलूस में डीजे पूरी तरह से प्रतिबंधित है और बड़े वाहन टेलर के इस्तेमाल पर रोक लगायी गई है. जुलूस में उपद्रव करने वालों से जिला प्रशासन सख्ती से निपटेगा.
रामनवमी जुलूस को लेकर अधिकारियों ने की बैठकः जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित राजेंद्र भवन सभागार में रामनवमी जुलूस को लेकर जिला प्रशासन की अहम बैठक हुई. जिसमें पूर्वी सिंहभूम की उपायुक्त विजया जाधव के अलावे जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के अलावा सभी पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान रामनवमी पर सुरक्षा-व्यवस्था के मद्देनजर कई दिशा निर्देश दिए गए.
जुलूस को लेकर रूट तय, चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे जवानः आपको बता दें कि पूर्वी सिंहभूम जिले में 386 लाइसेंसी अखाड़ा हैं. इसके अलावा कई गैर लाइसेंसी अखाड़े भी हैं. रामनवमी के दिन अखाड़ा जुलूस निकाला जाता है.वहीं विजयादशमी के दिन भी विसर्जन जुलूस निकाला जाता है. इसको लेकर इस बार जिला प्रशासन ने रामनवमी जुलूस के लिए शांति समिति के सदस्यों को कई दिशा निर्देश दिए हैं. जुलूस के लिए रूट तय कर दिया गया है. जबकि कई संवेदनशील इलाकों को चिन्हित भी किया गया है. जहां भारी संख्या में पुलिस बलों के अलावा मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी.
अखाड़ा जुलूस में मजिस्ट्रेट और पुलिस बल रहेंगे मौजूदः इस संबंध में वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया है कि शहरी और गैर शहरी क्षेत्र से निकाले जाने वाले अखाड़ा जुलूस में मजिस्ट्रेट के अलावा भारी पुलिस बल तैनात रहेगी. जबकि रैफ के जवान भी मौजूद रहेंगे. उन्होंने बताया कि इस बार रामनवमी जुलूस में डीजे बजाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. जबकि जुलूस में बड़े वाहन ट्रेलर के परिचालन पर रोक लगा दिया गया है.
ड्रोन के जरिए की जाएगी निगरानीः उन्होंने कहा कि ड्रोन के जरिए जिले में निकलने वाले सभी जुलूस पर निगरानी की जाएगी. जबकि जुलूस के रूट मार्ग पर जो भी भवन हैं जिनमें सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं उन भवन के मालिकों को भी कहा गया है कि वह अपने सीसीटीवी कैमरे को दुरुस्त रखें. जरूरत पड़ने पर फुटेज की जांच की जाएगी.
जुलूस में भड़काऊ गाने बजाने पर होगी कार्रवाईः जुलूस के दौरान भड़काऊ गाने बजाने पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं एसएसपी ने बताया कि यह पर्व शांति और भाईचारे का संदेश देने वाला पर्व है. उन्होंने शहरवासियों को शांतिपूर्वक पर्व मनाने की अपील की है. साथ ही सभी अखाड़ा कमेटियों से अपील की है कि वे समय पर अखाड़ा जुलूस निकालें. हालांकि प्रशासन द्वारा डीजे पर रोक लगाए जाने के बाद कई राजनीतिक दलों ने इसका विरोध भी जताया है.