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दुमका में वज्रपात से महिला की मौत, जिला परिषद सदस्य ने परिवार को दी हिम्मत - दुमका में वज्रपात से मौत

दुमका जिले में जरमुंडी थाना क्षेत्र के जमुआ गांव में वज्रपात से एक 26 वर्षीय महिला निराला सोरेन की मौत हो गई है. महिला के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. जानकारी मिलने के बाद जरमुंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन कर रही है.

Woman died due to thunderclap in Dumka
दुमका में वज्रपात के कारण महिला की मौत हो गई
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Published : Jul 30, 2020, 6:41 PM IST

दुमका: जिले में जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के जमुआ गांव में वज्रपात से एक 26 वर्षीय महिला की मौत हो गई है. महिला का नाम निराला सोरेन पति राजेश मुर्मू है. महिला का पति मजदूरी करने बाहर गया है. यह लोग काफी गरीब हैं. इस मौके पर क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश मंडल मौजूद रहे. जिले के जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के जमुआ गांव में आज हुए अचानक वज्रपात से एक महिला की मौत हो गई. मृतक महिला निराला सोरेन अपने खेत में धान रोप कर घर आ रही थी. इसी बीच बारिश शुरू हो गई.

ये भी पढ़ें: हजारीबाग के कलाकार की राज्य भर में हो रही है चर्चा, सोनू सूद ने भी कहा- "गजब के पेंटर हो भाई "

बारिश से बचने के लिए महिला एक पेड़ के नीचे रुक गई. इसी बीच वज्रपात हुआ और मौके पर ही महिला की मौत हो गई. महिला एक गरीब परिवार से है. महिला का पति लद्दाख मजदूरी करने गया हुआ है. महिला के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. दो लड़का और एक लड़की. इस मौके पर जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश मंडल ने पहुंचकर महिला के बच्चों को सांत्वना दी और प्रशासन से मुआवजे को लेकर बात की.

दो सालों में 12 से ज्यादा लोगों की जा चुकी है जान

बता दें कि 12 जुलाई को दुमका में दो अलग-अलग जगहों पर हुए वज्रपात से तीन लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, वज्रपात से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था. पहली घटना मसलिया प्रखंड में घटी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, शिकारीपाड़ा प्रखंड में भी वज्रपात की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था. बता दें कि दुमका जिले में बारिश के मौसम में पिछले दो वर्षों में 12 से अधिक लोगों की जान वज्रपात से गई है. काफी संख्या में इससे मवेशियों की भी मौत हुई है. हालांकि झारखंड सरकार ने इसे प्राकृतिक आपदा घोषित करते हुए मुआवजे का प्रावधान कर दिया है. वज्रपात को लेकर डीसी ने सरकारी प्रावधान के बारे में बताया कि वज्रपात से एक व्यक्ति की मौत पर चार लाख रुपये देने का प्रावधान है, जबकि घरेलू मवेशी गाय वगैरह के लिए 25 हजार रुपये दिए जाते हैं.

दुमका: जिले में जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के जमुआ गांव में वज्रपात से एक 26 वर्षीय महिला की मौत हो गई है. महिला का नाम निराला सोरेन पति राजेश मुर्मू है. महिला का पति मजदूरी करने बाहर गया है. यह लोग काफी गरीब हैं. इस मौके पर क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश मंडल मौजूद रहे. जिले के जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के जमुआ गांव में आज हुए अचानक वज्रपात से एक महिला की मौत हो गई. मृतक महिला निराला सोरेन अपने खेत में धान रोप कर घर आ रही थी. इसी बीच बारिश शुरू हो गई.

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बारिश से बचने के लिए महिला एक पेड़ के नीचे रुक गई. इसी बीच वज्रपात हुआ और मौके पर ही महिला की मौत हो गई. महिला एक गरीब परिवार से है. महिला का पति लद्दाख मजदूरी करने गया हुआ है. महिला के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. दो लड़का और एक लड़की. इस मौके पर जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश मंडल ने पहुंचकर महिला के बच्चों को सांत्वना दी और प्रशासन से मुआवजे को लेकर बात की.

दो सालों में 12 से ज्यादा लोगों की जा चुकी है जान

बता दें कि 12 जुलाई को दुमका में दो अलग-अलग जगहों पर हुए वज्रपात से तीन लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, वज्रपात से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था. पहली घटना मसलिया प्रखंड में घटी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, शिकारीपाड़ा प्रखंड में भी वज्रपात की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था. बता दें कि दुमका जिले में बारिश के मौसम में पिछले दो वर्षों में 12 से अधिक लोगों की जान वज्रपात से गई है. काफी संख्या में इससे मवेशियों की भी मौत हुई है. हालांकि झारखंड सरकार ने इसे प्राकृतिक आपदा घोषित करते हुए मुआवजे का प्रावधान कर दिया है. वज्रपात को लेकर डीसी ने सरकारी प्रावधान के बारे में बताया कि वज्रपात से एक व्यक्ति की मौत पर चार लाख रुपये देने का प्रावधान है, जबकि घरेलू मवेशी गाय वगैरह के लिए 25 हजार रुपये दिए जाते हैं.

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