दुमका: इस भीषण गर्मी में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पानी की समस्या हो रही है. इसका सबसे बड़ा कारण चापाकल दुरुस्त नहीं होना है. वाटर लेबल नीचे चला गया है. जिससे या तो चापाकल पूरी तरह से खराब हो चुके हैं या उससे काफी कम मात्रा में पानी निकलता है. इससे लोग काफी परेशान हैं.
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निर्माण कार्य अधूरा
दुमका जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है. सदर प्रखंड के लेटो गांव में लगभग 1000 की आबादी है. इस गांव में पांच चापाकल हैं, जिसमें से 4 चापाकल खराब हैं. एक सोलर टंकी का निर्माण शुरू तो हुआ लेकिन काफी समय अधूरा पड़ा हुआ है. उसमें जो मशीन लगनी है वो गांव में आकर पड़ी है लेकिन वो भी किसी काम की नहीं है. आपको बता दें कि जिस तरह सदर प्रखंड के लिए लेटो गांव में चापाकल खराब होने से ग्रामीण परेशान हैं. वही स्थिति रानीश्वर प्रखंड के पाटजोर पंचायत ढोड्डा और शिकारीपाड़ा के गंधर्कपुर गांव की है. यहां भी गांव में लगे अधिकांश चापाकल खराब है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
सदर प्रखंड के लिए लेटो गांव के ग्रामीणों का कहना है कि पांच में से चार चापाकल खराब है और जो अच्छा है उससे भी पानी काफी कम निकलता है. उनका कहना है कि जब सोलर टंकी का निर्माण शुरू हुआ तो हमें यह उम्मीद थी कि पानी की समस्या जल्द दूर होगी पर उसका भी निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हो सका. इस संबंध में उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि 15 वें वित्त आयोग की राशि से गांव में पानी की जो समस्या है उसे दूर किया जाना है. इस संबंध में हमने प्रखंड विकास पदाधिकारियों को पत्र निर्गत कर दिया है और जल्द ही इन समस्याओं को दूर कर लिया जाएगा. भीषण गर्मी में लोगों को पानी की समस्या हो रही है. ऐसे में प्रशासन को इस दिशा में तुरंत त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि लोगों को राहत मिल सके.