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दुमका का यह गांव मतदाता जागरूकता अभियान की खोल रहा पोल, ग्रामीणों को 12 किलोमीटर दूर जा कर करना पड़ता है मतदान

सरकार मतदाता जागरूकता अभियान चला रही है. इसमें लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के साथ ही मतदान प्रतिशत बढ़ाने का भी लक्ष्य रखा गया है, लेकिन दुमका का ऊपर मुर्गाथली गांव में लोगों को मतदान करने 12 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. जिससे न केवल वे मतदान के प्रति उदासीन हैं बल्कि प्रशासन के इस ओर ध्यान नहीं देने से निराश भी हैं.

upar Muttathali village people are facing problem to vote in dumka
ऊपर मुर्गाथली गांव की महिलाएं
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Published : Nov 26, 2019, 10:08 PM IST

दुमकाः भारत निर्वाचन आयोग चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाना चाहती है. इसके लिए काफी प्रयास भी किए जा रहे हैं. मतदाताओं को अपना वोट देने में कोई परेशानी न हो इसके लिए भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसके बावजूद आज हम दुमका के ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां ग्रामीणों को यह चिंता सता रही है कि वे अपना वोट कैसे देंगे.

देखें पूरी खबर

क्या है पूरा मामला
दुमका के सदर प्रखंड के आदिम जनजाति पहाड़िया बहुल ऊपर मुर्गाथली गांव के लोगों को अपना वोट देने के लिए 12 किलोमीटर दूर मधुवाडीह गांव जाना पड़ता है. इतनी दूर पैदल नहीं जाया जा सकता. लोग मतदान केंद्र तक जाने के लिए ऑटो या रिक्शे का सहारा लेना पड़ता है. जिसका किराया 100-150 रुपए लग जाते हैं.

ये भी पढ़ें-बोकारो विधानसभा सीट: कांग्रेस ने संजय कुमार का टिकट काटकर श्वेता सिंह को बनाया उम्मीदवार

क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि वोट देने में काफी परेशानी होती है. खासतौर पर आने-जाने में जो 24 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, इससे बुजुर्ग लोगों को तो काफी समस्या होती है. सारा काम धंधा छोड़कर इतनी दूर जाना और ऊपर से ऑटो भाड़ा एक सौ से डेढ़ सौ रुपए भी देने पड़ते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान ही अधिकारियों तक पहुंचाई गई थी, लेकिन इस बार भी कोई बदलाव नहीं हुआ. ग्रामीण चाहते हैं कि या तो उनका बूथ बदला जाए या फिर उनके मतदान केंद्र तक जाने के लिए कोई व्यवस्था की जाए.

ये भी पढ़ें-चुनाव आयोग की बड़ी कार्रवाई: बड़कागांव डीएसपी सहित चास, बुंडू के एसडीओ हटाये गए

उपायुक्त ने दिया आश्वासन
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राजेश्वरी बि ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है. बूथ शिफ्टिंग के लिए निर्वाचन आयोग को लिखा भी गया था, लेकिन अभी तक काम नहीं हो पाया. उन्होंने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों को बूथ तक ले जाने की व्यवस्था की जाएगी.

दुमकाः भारत निर्वाचन आयोग चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाना चाहती है. इसके लिए काफी प्रयास भी किए जा रहे हैं. मतदाताओं को अपना वोट देने में कोई परेशानी न हो इसके लिए भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसके बावजूद आज हम दुमका के ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां ग्रामीणों को यह चिंता सता रही है कि वे अपना वोट कैसे देंगे.

देखें पूरी खबर

क्या है पूरा मामला
दुमका के सदर प्रखंड के आदिम जनजाति पहाड़िया बहुल ऊपर मुर्गाथली गांव के लोगों को अपना वोट देने के लिए 12 किलोमीटर दूर मधुवाडीह गांव जाना पड़ता है. इतनी दूर पैदल नहीं जाया जा सकता. लोग मतदान केंद्र तक जाने के लिए ऑटो या रिक्शे का सहारा लेना पड़ता है. जिसका किराया 100-150 रुपए लग जाते हैं.

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क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि वोट देने में काफी परेशानी होती है. खासतौर पर आने-जाने में जो 24 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, इससे बुजुर्ग लोगों को तो काफी समस्या होती है. सारा काम धंधा छोड़कर इतनी दूर जाना और ऊपर से ऑटो भाड़ा एक सौ से डेढ़ सौ रुपए भी देने पड़ते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान ही अधिकारियों तक पहुंचाई गई थी, लेकिन इस बार भी कोई बदलाव नहीं हुआ. ग्रामीण चाहते हैं कि या तो उनका बूथ बदला जाए या फिर उनके मतदान केंद्र तक जाने के लिए कोई व्यवस्था की जाए.

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उपायुक्त ने दिया आश्वासन
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राजेश्वरी बि ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है. बूथ शिफ्टिंग के लिए निर्वाचन आयोग को लिखा भी गया था, लेकिन अभी तक काम नहीं हो पाया. उन्होंने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों को बूथ तक ले जाने की व्यवस्था की जाएगी.

Intro:दुमका -
भारत निर्वाचन आयोग अधिक से अधिक लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करें इसके लिए काफी प्रयास कर रहा है । मतदाताओं को अपना वोट देने में कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं । लेकिन आज हम आपको दुमका के ऐसे गांव में लिए चलते हैं जहां ग्रामीणों को यह चिंता सता रही है कि वे अपना वोट कैसे देंगे ।

क्या है पूरा मामला ।
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दरअसल दुमका के सदर प्रखंड के आदिम जनजाति पहाड़िया बहुल ऊपर मुर्गाथली गांव के लोगों को अपना वोट देने 12 किलोमीटर दूर मधुवाडीह गांव जाना पड़ता है । इतनी दूर पैदल जा नहीं सकते तो अगर ऑटो रिक्शा से गए तो आने जाने का किराया एक सौ से डेढ़ सौ रूपया लग जाता है ।


Body:क्या कहते हैं ग्रामीण ।
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ऊपर मुर्गाथली गांव के ग्रामीणों का कहना है कि वोट देने में काफी परेशानी होती है । खासतौर पर आने जाने में जो 24 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ती है इससे बुजुर्ग लोगों को तो काफी समस्या होती है । सारा काम धंधा छोड़कर इतनी दूर जाना और ऊपर से ऑटो भाड़ा एक सौ से डेढ़ सौ रुपये । ग्रामीणों का कहना है कि हमने यह समस्या पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान ही ऊपर के अधिकारियों तक पहुंचाई थी । लेकिन इस बार भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ वह चाहते हैं कि या तो उनका बूथ बदला जाए या फिर उनके मतदान केंद्र तक जाने के लिए कोई व्यवस्था की जाए ।

बाईट - मीना देवी , ग्रामीण
बाईट - पूनम देवी , ग्रामीण
बाईट - शंकर सिंह पहाड़िया, ग्रामीण


Conclusion:क्या कहती है जिला की उपायुक्त
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जिला निर्वाचन पदाधिकारी इस संबंध में हमने दुमका के उपायुक्त जिला निर्वाचन पदाधिकारी राजेश्वरी से बात की मामला हमारे संज्ञान में आया है । बूथ शिफ्टिंग के लिए निर्वाचन आयोग को लिखा भी गया था लेकिन अभी तक नहीं हो पाया । उनका कहना है कि मतदाता पोलिंग बूथ तक पहुंचे इसकी व्यवस्था करवाएंगे ।

फाईनल वीओ -
अब उपायुक्त सह जिला निर्वाचन अधिकारी बेहतर व्यवस्था की बात कर रही है । उम्मीद की जानी चाहिए कि ग्रामीणों को वोट डालने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी । लेकिन इस समस्या का स्थायी समाधान जरूरी है ।

मनोज केशरी
ईटीवी भारत
दुमका
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