दुमकाः झारखंड में अंधविश्वास (superstition in jharkhand) गहरे तक फैला है, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में हालात काफी खराब हैं. सर्प दंश के इलाज में तमाम टोटके आजमाए जाने की कहानियां सामने आ चुकी हैं. अब दुमका के दलदली गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसकी चारों तरफ चर्चा हो रही है. यहां वज्रपात की चपेट में आकर मृत एक 18 वर्षीय युवती के शव पर गोबर-मिट्टी का लेप लगाकर परिजन उसके जिंदा होने के इंतजार में बैठे हैं. घरवाले सूचना पर पहुंची पुलिस को शव नहीं दे रहे हैं.
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झारखंड की उप राजधानी दुमका जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर दूर गोपीकांदर थाना क्षेत्र में दलदली गांव है. दलदली गांव की 18 वर्षीय युवती एलिजाबेथ हांसदा पर सोमवार को बिजली गिर गई थी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. इसकी सूचना पर परिजन उसे आनन-फानन में लेकर घर आए. यहां देर शाम युवती को जिंदा करने के लिए घरवालों ने मिट्टी और गोबर का लेप तैयार किया और उसे मृत युवती के शरीर पर लगा दिया.
![gopi kandar police station dumka](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jh-dum-02-andhvishvas-7203877_02082021222444_0208f_1627923284_81.jpg)
घरवालों ने चेहरे को छोड़कर गोबर और मिट्टी के लेप को युवती के पूरे शरीर पर लगा दिया था. मृत युवती के शरीर पर लेप का मोटा लेयर लगाने के बाद घरवाले इतजार करने लगे कि युवती उठ कर बैठ जाएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
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पुलिस को नहीं दिया शव
इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर गोपीकांदर थाना के थाना प्रभारी बिलकन बागे पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जानकारी ली. पुलिसकर्मी घरवालों से शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की मांग कर रहे थे, लेकिन घरवालों ने सुनी नहीं थी.