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झारखंड में अंधविश्वासः शव को लेप लगा कर जिंदा होने का कर रहे थे इंतजार, पहुंची पुलिस - daldali village of dumka

झारखंड में अंधविश्वास (superstition in jharkhand) लोगों में गहरे तक बैठा है. अब अंधविश्वास का ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें मृत युवती को जिंदा करने के लिए दलदली गांव में घरवाले तरह-तरह के जतन कर रहे हैं.

Superstition of cow dung-soil coating in jharkhand
झारखंड में जीवित करने के लिए गोपर-मिट्टी का लेप करने का अंधविश्वास
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Published : Aug 3, 2021, 10:05 AM IST

दुमकाः झारखंड में अंधविश्वास (superstition in jharkhand) गहरे तक फैला है, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में हालात काफी खराब हैं. सर्प दंश के इलाज में तमाम टोटके आजमाए जाने की कहानियां सामने आ चुकी हैं. अब दुमका के दलदली गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसकी चारों तरफ चर्चा हो रही है. यहां वज्रपात की चपेट में आकर मृत एक 18 वर्षीय युवती के शव पर गोबर-मिट्टी का लेप लगाकर परिजन उसके जिंदा होने के इंतजार में बैठे हैं. घरवाले सूचना पर पहुंची पुलिस को शव नहीं दे रहे हैं.

ये भी पढ़ें- अंधविश्वास में अंधे लोगों का ये कैसा कारनामा, डायन कह पिलाया मैला, फिर किया वीडियो वायरल


झारखंड की उप राजधानी दुमका जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर दूर गोपीकांदर थाना क्षेत्र में दलदली गांव है. दलदली गांव की 18 वर्षीय युवती एलिजाबेथ हांसदा पर सोमवार को बिजली गिर गई थी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. इसकी सूचना पर परिजन उसे आनन-फानन में लेकर घर आए. यहां देर शाम युवती को जिंदा करने के लिए घरवालों ने मिट्टी और गोबर का लेप तैयार किया और उसे मृत युवती के शरीर पर लगा दिया.

gopi kandar police station dumka
गोपी कांदर पुलिस स्टेशन

घरवालों ने चेहरे को छोड़कर गोबर और मिट्टी के लेप को युवती के पूरे शरीर पर लगा दिया था. मृत युवती के शरीर पर लेप का मोटा लेयर लगाने के बाद घरवाले इतजार करने लगे कि युवती उठ कर बैठ जाएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.

ये भी पढ़ें-अंधविश्वास की जद में आदिवासी समाज, दिल दहला देता है चिड़ी दाग की परंपरा

पुलिस को नहीं दिया शव

इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर गोपीकांदर थाना के थाना प्रभारी बिलकन बागे पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जानकारी ली. पुलिसकर्मी घरवालों से शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की मांग कर रहे थे, लेकिन घरवालों ने सुनी नहीं थी.

दुमकाः झारखंड में अंधविश्वास (superstition in jharkhand) गहरे तक फैला है, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में हालात काफी खराब हैं. सर्प दंश के इलाज में तमाम टोटके आजमाए जाने की कहानियां सामने आ चुकी हैं. अब दुमका के दलदली गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसकी चारों तरफ चर्चा हो रही है. यहां वज्रपात की चपेट में आकर मृत एक 18 वर्षीय युवती के शव पर गोबर-मिट्टी का लेप लगाकर परिजन उसके जिंदा होने के इंतजार में बैठे हैं. घरवाले सूचना पर पहुंची पुलिस को शव नहीं दे रहे हैं.

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झारखंड की उप राजधानी दुमका जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर दूर गोपीकांदर थाना क्षेत्र में दलदली गांव है. दलदली गांव की 18 वर्षीय युवती एलिजाबेथ हांसदा पर सोमवार को बिजली गिर गई थी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. इसकी सूचना पर परिजन उसे आनन-फानन में लेकर घर आए. यहां देर शाम युवती को जिंदा करने के लिए घरवालों ने मिट्टी और गोबर का लेप तैयार किया और उसे मृत युवती के शरीर पर लगा दिया.

gopi kandar police station dumka
गोपी कांदर पुलिस स्टेशन

घरवालों ने चेहरे को छोड़कर गोबर और मिट्टी के लेप को युवती के पूरे शरीर पर लगा दिया था. मृत युवती के शरीर पर लेप का मोटा लेयर लगाने के बाद घरवाले इतजार करने लगे कि युवती उठ कर बैठ जाएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.

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पुलिस को नहीं दिया शव

इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर गोपीकांदर थाना के थाना प्रभारी बिलकन बागे पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जानकारी ली. पुलिसकर्मी घरवालों से शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की मांग कर रहे थे, लेकिन घरवालों ने सुनी नहीं थी.

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