दुमका: रामगढ़ थाना पुलिस को यह सूचना मिली कि गोविंदपुर गांव में सुनील बास्की नाम का 19 वर्षीय एक युवक हाथ में देसी कट्टा लेकर लोगों को डरा धमका रहा है. जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस गश्ती दल मौके पर पहुंची. पुलिस को देखते ही सुनील भागने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे खदेड़कर पकड़ लिया और थाने ले आई. खास बात यह रही कि जैसे ही सुनील को थाने लाया गया उसके समर्थन में गोविंदपुर गांव के दर्जनों स्त्री-पुरुष एकजुट होकर थाना पहुंच गए और हंगामा करने लगे. उनकी मांग थी कि पुलिस उसे भी पकड़े जिसने इसे देसी कट्टा बेचा था. उनका कहना था कि अपराधी भोले-भाले आदिवासी युवकों को अपने जाल में फांस कर हथियार बेचते हैं. पुलिस वैसे गिरोह के सरगना को भी पकड़े.
ग्रामीणों के रवैये को देखते हुए रामगढ़ के थाना प्रभारी अरविंद कुमार को अपने वरीय पुलिस अधिकारियों को सूचना देकर पुलिस बल की मांग करनी पड़ी. बाद में जरमुंडी एसडीपीओ अमोद नारायण सिंह के निर्देश पर इंस्पेक्टर सुशील कुमार और नजदीक के हंसडीहा थाना की पुलिस रामगढ़ थाना पहुंची. पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि हम लोग ऐसे लोगों को चिन्हित करेंगे जो इस तरह के हथियार ग्रामीणों को दे जाते हैं उनकी गिरफ्तारी होगी. समझाने-बुझाने के बाद थाने में जमा लोग वापस अपने घर गए.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी: इस पूरे मामले पर रामगढ़ के थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि देसी कट्टा लेकर सुनील बास्की नाम का युवक लोगों पर धौंस जता रहा था और उन्हें डरा धमका रहा था. जानकारी मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया. इसके बाद ग्रामीण थाना पहुंचे, जिसे हमलोगों ने समझाया है कि वैसे लोगों को भी पकड़ा जाएगा जो इस इलाके में हथियार लाकर ग्रामीणों को बेचते हैं. फिलहाल पुलिस ने आरोपी युवक पर रामगढ़ थाना कांड संख्या 65/23 आर्म्स एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है.