गढ़वा: जिला के ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण को लेकर मुआवजा नहीं मिलने से ग्रामीणों द्वारा निर्माण कार्य को रोक दिया है. गढ़वा में राज्य सरकार ने कई इलाकों में सड़कों की निर्माण के लिए करोड़ों रुपए की लागत से सड़क निर्माण की स्वीकृति दी है. इसके बाद संवेदक ने निर्माण कार्य शुरू कराया तो रैयतों को मुआवजा नहीं मिलने से उन्होंने काम पर रोक लगा दी. इसको लेकर प्रशासन मुआवजा की प्रक्रिया में लगी हुई है.
पहले मुआवजा फिर काम
गढ़वा सदर प्रखंड के फरठिया गांव से नावाडीह गांव तक 68 करोड़ की लागत से 15 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य चल रहा है. सोमावर को सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर निर्माण कार्य को रोक दिया. वहीं ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन भी किया. मुआवजा भुगतान किए बिना कार्य किए जाने से ग्रामीण नाराज हैं. ग्रामीण मुआवजा भुगतान करने के बाद ही सड़क निर्माण कार्य करने की मांग कर रहे हैं.
इस मौके पर विभागीय कनीय अभियंता अंकित प्रसाद और नियुक्त दंडाधिकारी मनोज कुमार शुक्ल स्थल पर पहुंचे. इसके बाद ग्रामीण मुआवजा भुगतान कराने संबंधित आवेदन विभागीय कनीय अभियंता को देकर विरोध समाप्त किया. इस सड़क का निर्माण डेंटल कॉलेज मोड़ से नावाडीह गांव तक पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से कराया जा रहा. मौके पर फरठिया पंचायत के पंचायत समिति सदस्य सोनिया देवी, मुखिया प्रतिनिधि शहंशाह, रीता देवी, संजू देवी, अलाउद्दीन अंसारी, महावीर उरांव, बीसू उरांव, लियाकत अंसारी आदि ने कहा कि हमलोग विकास कार्य के बाधक नहीं हैं और ना ही हमलोगों की मंशा निर्माण कार्य को बाधित करना है. बल्कि हमलोग अपनी भूमि का मुआवजा मांग रहे हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि जिला प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं. डेढ़ माह पूर्व उपायुक्त से हम सभी मिले थे. उन्होंने मुआवजा भुगतान कराने का आश्वासन भी दिया था. लेकिन डेढ़ माह बीतने के बाद भी अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. अगर ऐसा ही रहा तो हमलोग बाध्य होकर न्यायालय की शरण में जाएंगे. ग्रामीणों ने कहा कि ढाई माह पहले से सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा है. इस बीच सिर्फ एक बार अमिन पहुंचे थे, जो मापी कर मकान व भूमि में दाग लगाकर चले गए. इसके बाद अभी तक जिला प्रशासन की ओर से ना ही हमलोगों को नोटिस भेजी गई है और ना ही मुआवजा से संबंधित किसी प्रकार की कोई पहल की जा रही है.
लोगों की मांग है मुआवजा दिया जाए
वहीं स्थानीय मुखिया ने कहा कि रैयत मेरे घर पर आये थे. सभी मुआवजा की मांग कर रहे हैं हमलोग सड़क बनने का विरोध नहीं कर रहे है, लेकिन सड़क के लिए जो जमीन गया है तो मुआवजा तो मिलना चाहिए. वहीं विभाग के सहायक अभियंता ने कहा कि ग्रामीण इस सड़क में बार-बार काम करने से रोक रहे हैं. इस संबंध में हम उपायुक्त से पत्राचार करेंगे और सड़क बनवाने का आग्रह करेंगे.
तीन सड़कों पर विशेष तौर से रोका जा रहा काम
वहीं कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार ने फोन पर बताया कि मुआवजे की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है और जल्द मुआवजे का भुगतान कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि विशेष कर 150 करोड़ की लागत से बनाने वाली तीन सड़कों पर कार्य बाधित करने का काम किया जा रहा है.
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