दुमका: बाबा बासुकीनाथ धाम प्रक्षेत्र में नई फसल का त्योहार नवान्न पर्व मनाने की तिथि का निर्धारण कर लिया गया है. जिले में बासुकिनाथ मंदिर से नवान्न पर्व की घोषणा की गई है. यह पर्व जिले में 28 नम्बर को मनाया जाएगा (Navan festival celebrated on 28 November In Dumka). गौरतलब है कि बासुकिनाथ मंदिर के अनुसार ही नवान्न पर्व मनाया जाता है.
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सैकड़ों गांव में मनाया जाता है नवान्न पर्व: पंडा धर्म रक्षणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा ने बताया कि बरसो से चली आ रही परंपरा के अनुसार बासुकिनाथ धाम (Baba Basukinath Dham Area) के आसपास के सैकड़ों गांव में नवान्न पर्व मनाने को लेकर बाबा बासुकिनाथ धाम स्थित शिवलिंग पर अक्षत, कसेली, पान सत्ता और बेलपत्र चढ़ाकर फुलाईस के माध्यम से बाबा से अनुमति ली जाती है. बाबा बासुकिनाथ से अनुमति मिलने पर ही क्षेत्र में नवान्न पर्व धूमधाम से मनाया जाता है.
नया अन्न का त्योहार: बता दें कि बाबा बासुकिनाथ मंदिर क्षेत्र के सभी गांवों में नवान्न पर्व बासुकिनाथ मंदिर में फुलाइस होने के बाद ही घोषणा की जाती है. नवान्न में मुख्य रूप से नया आन्न (अनाज) धान का चूड़ा, दही, गुड़ का भोग लगाने के बाद ही क्षेत्र के लोग नया अन्न यानी अनाज ग्रहण करते हैं. यह परंपरा क्षेत्र में वर्षों से चली आ रही है आज भी जारी है.
परंपरा बरकरार है: बासुकिनाथ धाम मंदिर क्षेत्र में वर्षों से चली आ रही परंपरा का आज भी पालन हो रहा है. बासुकिनाथ मंदिर में फुलाईस के बाद ही नया अन्न यानी अनाज का भोग किया जाता है. परंपरा के अनुसार मंदिर में पुरोहितों ने बाबा पर फुलाईस के बाद की तिथि की घोषणा. 28 नवंबर के दिन (सोमवार) को नवान्न पर्व मनाया जाएगा.